EMI Bounce : क्या लोन नहीं भरने पर गारंटर को चुकाना होता है बैंक का सारा पैसा, जान लें नियम
EMI Bounce : ज़रूरत से ज़्यादा जोश में किसी का गारंटर बनने से पहले, कानूनी और वित्तीय पहलुओं को अच्छी तरह समझ लें। हमेशा विशेषज्ञ की सलाह लें ताकि भविष्य में किसी भी आर्थिक परेशानी से बचा जा सके। आपकी यह सावधानी आपको अनावश्यक वित्तीय झंझटों से बचाएगी... आइए नीचे खबर में जान लेते है इससे जुड़े जरूरी नियम-
HR Breaking News, Digital Desk- (EMI Bounce) किसी रिश्तेदार या दोस्त के लोन के लिए गारंटर बनना सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि एक गंभीर वित्तीय प्रतिबद्धता है। यह आपकी अपनी आर्थिक सेहत और क्रेडिट स्कोर (CIBIL) पर सीधा असर डालता है। अगर मूल कर्जदार भुगतान में चूक करता है, तो कर्ज चुकाने की जिम्मेदारी आप पर आ जाती है, जिससे भविष्य में आपकी लोन लेने की योग्यता प्रभावित हो सकती है।
बैंकिंग (Banking) और फाइनेंस एक्सपर्ट्स (Finance Expert) चेतावनी देते हैं कि यह निर्णय आपके वित्तीय भविष्य को लंबे समय तक प्रभावित कर सकता है, इसलिए पूरी जानकारी के साथ और बेहद सतर्कता से यह कदम उठाएं।
डिफॉल्ट हुआ तो खुद का CIBIL भी डूबेगा-
गारंटर बनने का मतलब है- यदि लोन लेने वाला शख्स EMI या लोन की रकम वक्त पर नहीं चुकाता, तो पूरी ज़िम्मेदारी गारंटर की बनती है। अगर डिफॉल्ट होता है तो बैंक या फाइनेंसर सबसे पहले गारंटर को पेमेंट (payment) के लिए नोटिस भेजेंगे। यही नहीं, ये डिफॉल्ट (defalut) आपके क्रेडिट रिकॉर्ड (credit record) में भी दर्ज हो जाता है, जिससे आपके CIBIL स्कोर में गिरावट आ सकती है-अगर आपने खुद लोन नहीं लिया है।
लोन लेने की योग्यता और क्रेडिट लिमिट पर पड़ेगा असर-
इसी लोन को बैंक, आपकी कुल क्रेडिट सीमा यानी आपकी “कुल देनदारियों” में गिनेंगे। इसका मतलब-अगर भविष्य में आपको पर्सनल, होम या कार लोन चाहिए, तो आपकी पात्रता कम हो जाएगी या ब्याज दरें बढ़ सकती हैं। आपके डेब्ट-टु-इनकम रेशियो (Debt-to-Income Ratio) में बढ़ोतरी होगी, जो बैंक (bank) आपकी ही जिम्मेदारी मानता है।
नाम हटाना है बड़ा मुश्किल-
लोग अक्सर यह गलत समझते हैं कि वे जब चाहें गारंटर की ज़िम्मेदारी से बाहर आ सकते हैं, लेकिन यह सच नहीं है। एक बार गारंटर बनने के बाद, आपकी ज़िम्मेदारी तब तक बनी रहती है जब तक पूरा लोन चुकाया न जाए या बैंक लिखित में आपको इस ज़िम्मेदारी से मुक्त न कर दे। गारंटर के रूप में अपना नाम हटवाना आमतौर पर मुश्किल होता है, क्योंकि इसके लिए लोन धारक (loan holder) और बैंक दोनों की सहमति आवश्यक है।
क्या हर गारंटर का CIBIL जरूर बिगड़ता है?
नहीं, अगर लोन समय पर चुकता होता रहे तो आपके स्कोर (score) पर कोई असर नहीं पड़ता। असर तभी आता है जब किस्तें लेट हों या लोन डिफॉल्ट हो जाए। इसीलिए एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि यदि आप गारंटर बने हैं तो समय-समय पर अपनी क्रेडिट रिपोर्ट (credit report) जरूर चेक करते रहें ताकि किसी गड़बड़ी या देरी का पता तुरंत चल सके।