Gold Limit At Home : घर पर इससे ज्यादा नहीं रख सकते सोना, आयकर विभाग ने तय की लिमिट
HR Breaking News - (Limit on keeping gold at home)। यह सच है कि भारत में इनकम टैक्स विभाग अक्सर ऐसे मामलों में छापेमारी करता है जहां लोगों के घरों या ऑफिसों में बड़ी मात्रा में नकदी या गहने मिलते हैं। लेकिन क्या घर में ज्यादा कैश या गहने रखना भी कानूनी अपराध है? अधिकतर लोगों को इसकी जानकारी नहीं होती। इसी के (Tax on Gold Jewellery Holdings) चलते आपको बता दें कि घर में ज्यादा कैश या गहने रखना कानूनन अपराध नहीं है, लेकिन कुछ नियम और शर्तें हैं जिनका पालन करना जरूरी है।
भारतीय आयकर अधिनियम 1961 के तहत अगर कोई व्यक्ति घर में बड़ी मात्रा में नकदी या गहने रखता है और वह इसकी उत्पत्ति साबित नहीं कर पाता है, तो उसे आयकर विभाग द्वारा पूछताछ का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, घर में ज्यादा (Cash at Home) कैश या गहने रखने के लिए कोई सीमा नहीं है, लेकिन यह जरूरी है कि व्यक्ति अपनी आय का स्रोत साबित कर सके।
घर में कैश रखने का नियम -
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आयकर विभाग (Income Tax Department) ने घर में नकदी रखने की कोई सीमा निर्धारित नहीं की है। आप घर में जितनी भी नकदी रखना चाहें रख सकते हैं, लेकिन यह ज़रूरी है कि वह पैसा कानूनी तौर पर वैध होना चाहिए। आयकर अधिनियम (Gold storage at home) की धारा 68 से 69B तक बिना स्रोत वाली आय के संबंध में प्रावधान है। अगर आप नकदी का स्रोत नहीं बता पाते हैं, तो उसे बिना स्रोत वाली आय माना जाएगा और उस पर भारी जुर्माना भी लग सकता है। इस पर लगभग 78 प्रतिशत तक कर लगाया जा सकता है।
घर में सोना पर नियम -
भारत में आयकर नियमों के तहत घर में सोना रखने के लिए एक सीमा निर्धारित की गई है। यह सीमा पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के नियमों के अनुसार, आप घर में केवल एक निश्चित मात्रा में ही सोना रख सकते हैं।
यदि आप निर्धारित सीमा से अधिक सोना रखते हैं, तो (Gold Storage Rule In India) आपको इसका प्रमाण देना होगा। आपके पास सोने की खरीद से संबंधित रसीद, बिल या अन्य दस्तावेज भी होने चाहिए जो आपके द्वारा सोने की खरीद को कानूनी दिखाते हैं।
कितना सोना रख सकती है महिलाएं -
भारत में आयकर कानून के तहत सोने के रखरखाव पर कुछ सीमाएं निर्धारित की गई हैं। विवाहित महिलाओं को 500 ग्राम तक सोना रखने की अनुमति है, जबकि अविवाहित महिलाओं के लिए यह सीमा 250 ग्राम है। पुरुषों के लिए, अधिकतम सीमा 100 ग्राम है। इन सीमाओं को लागू करने का मुख्य उद्देश्य आयकर चोरी को रोकना और सोने के रखरखाव पर नियंत्रण रखना है। इन सीमाओं से यह सुनिश्चित होता है कि लोग काले धन को सोने में बदलकर आयकर से बचने का प्रयास न करें।