Gold rate : आ गई रिपोर्ट, 2027 तक इतना हो जाएगा 10 ग्राम सोने का भाव

HR Breaking News - (Gold price hike)। जब साल 2025 शुरू हुआ था तो उस समय सोने में तेजी का रुख भी सामने आ गया था। अब तक पहले चार माह में ही सोने ने कई बार ऑल टाइम हाई का नया रिकॉर्ड बनाया है। यह स्थिति घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर रही है। वायदा बाजार में भी सोने की कीमतों (sone ka bhav) ने नया रिकॉर्ड बनाया है।
सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। 10 ग्राम सोने की कीमत अब आसमान छू रही है। सोने में निवेश से भविष्य में बंपर रिटर्न की उम्मीद है, इसलिए सोने की कीमतें (gold price hike) आगे भी उछाल पाएंगी। 2026 में भी सोना तेजी से ट्रेड करेगा और 2027 तक 10 ग्राम गोल्ड नए रिकॉर्ड कायम करेगा, जानिये इस पर नई रिपोर्ट और एक्सपर्ट क्या कहते हैं।
2025 में इस तरह बढ़ेंगे सोने के दाम-
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना इस समय 3,200 डॉलर प्रति औंस (gold price in USA) के करीब बना हुआ है। 2025 में भारतीय सराफा बाजार में इस साल की शुरुआत से ही सोने ने निवेशकों को तगड़ा मुनाफा दिया है। इस साल सोने के रेट (gold rate today) में जबरदस्त बढ़ौतरी देखी गई है। एक्सपर्ट्स के अनुसार ज्यादा जोखिम वाले हालात में सोना 2025 के अंत तक अंतरराष्ट्रीय बाजार में 4,500 डॉलर प्रति औंस तक भी जा सकता है। भारत में इसी साल में 10 ग्राम सोना 1 लाख से पार होने का अनुमान है।
सोना-चांदी का ताजा भाव -
आज 22 अप्रैल को दिल्ली सहित देश के कई बड़े सराफा बाजारों में 10 ग्राम सोना करीब 98,170 रुपये (delhi gold price) के हिसाब से ट्रेड कर रहा है। यह सोने का नया ऑल टाइम हाई का रिकॉर्ड है। 2026 में यह और अधिक कीमत पर ट्रेड करेगा, इसके बाद 2027 में भी परिस्थितियां सोने के रेट को बढ़ाने वाली होंगी। चांदी भी 99900 रुपये प्रति किलोग्राम (silver price today) के आसपास ट्रेड कर रही है।
सोने में बढ़ रहा निवेश-
सोने में निवेश (gold investment) अब दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। यह अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ वार के कारण भी बढ़ रहा है। इस तनाव के बीच सोना निवेश (gold investment tips) का सुरक्षित विकल्प माना जा रहा है। आर्थिक मंदी से बचने का एक नया तरीका माना जा रहा है। कई देशों के बीच इस समय संघर्ष और तनाव जारी है,
इसलिए सोने में निवेश बढ़ रहा है। केंद्रीय बैंकों की ओर से सोने की खरीददारी जमकर की जा रही है, जो सोने की मांग और कीमतें बढ़ा रही है। वैश्विक जोखिम के दौर में सोना बेहतर संपत्ति बनता रहा है। इससे सोने के रेट (gold price 22 april) बढ़ते जा रहे हैं। यह निवेशकों के लिए तो फायदेमंद है लेकिन ग्राहकों को परेशानी होती है।
सोने के रेट बढ़ने के कारण-
सोने की कीमतें (sone ki kimat) बढ़ने के पीछे कई कारक काम करते हैं। भारत में ब्याह शादी के सीजन में सोने की मांग बढ़ जाती है और इसका असर सोने की कीमतों पर पड़ता है। अमेरिकी ट्रेजरी की ज्यादा बिक्री होने पर व डॉलर में कमजोरी से भी सोने में निवेश (gold buying tips) बढ़ता है और इसका असर कीमतों पर भी पड़ता है।
घरेलू व वैश्विक परिस्थितियां, बाजारी हालात, अर्थव्यवस्था और राजनीतिक कारणों से भी सोने की कीमतें अप डाउन होती रहती हैं। सोने के आयात शुल्क, टैक्स, जीएसटी (GST on gold) व मेकिंग चार्ज में बढ़ौतरी होने के कारण भी सोने के रेट बढ़ जाते हैं। हालांकि इस साल सोने की कीमतों में गिरावट आने की संभावना कुछ विशेषज्ञों की ओर से जताई गई है।
जानिये क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स -
एक्सपर्ट्स के अनुसार साल 2027 तक सोने के रेट (gold price in 2027) सातवें आसमान पर होंगे। इस साल के अंत तक ही रेट काफी बढ़ जाएंगे। साल 2025 की शुरुआत में सोने के दामों में जो तेजी देखने को मिली थी, वही 2026 की शुरुआत में जारी रहती है तो सोने के रेट (gold rate in 2026) आम आदमी की पहुंच से बाहर होंगे। अंतराष्ट्रीय बाजार में जनवरी 2027 में सोने की कीमत 3,500 डॉलर प्रति औंस से अधिक हो सकती है, वहीं भारत में प्रति तोला सोने की कीमत (sone ka bhav) करीब सवा लाख हो सकती है।
2027 में ऐसे बढ़ेंगी सोने की कीमतें-
2027 के अंत तक अंतरराष्ट्रीय लेवल पर सोने की अधिकतम कीमत 3,795 डॉलर प्रति औंस (sone ka bhav) पहुंच सकती है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2027 की शुरुआत में सोने की कीमत 3,320 डॉलर प्रति औंस होगी और छह माह में यह बढ़कर करीब 3,450 डॉलर प्रति औंस तक आ सकती है। भारत में भी 10 ग्राम सोने की कीमत (gold rate in india) 2027 की शुरुआत में 1 लाख 15 हजार से शुरू होकर साल के अंत तक सवा लाख के आंकड़े को पार कर सकती हैं।