Gold Price : सोने की कीमतों में बंपर तेजी, चांदी ने भी लगाई लंबी छलांग, जानें अपने शहर का रेट
Gold Silver Rate Today :सोना-चांदी में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। आज सोना लगातार तीसरे दिन महंगा हुआ है। वहीं चांदी की आए दिन रिकॉर्ड बना रही है। घरेलू बाजार में बढ़ती डिमांड और अंतरराष्ट्रीय संकेतों से दोनों की कीमती (Sone ka bhav) धातुओं में मजबूती आ रही है। शादियों का सीजन चल रहा है और ऐसे में अगर आप गहने खरीदने की सोच रहे हैं तो अपने शहर का ताजा भाव जरूर चेक कर लें।
HR Breaking News - (Gold Rate Today)। सोने की कीमतों में आज फिर तेजी आई है। सोने और चांदी की बढ़ती कीमतों ने सभी के होश उड़ा दिये हैं। आज 19 दिसंबर की सुबह दिल्ली में 24 कैरेट सोना महंगा होकर 1,35,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर जा पहुंचा है। वहीं, मुंबई में भी सोना (Mumbai Gold Price) 134850 रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर कारोबार कर रहा है।
घरेलू बाजार में बढ़ती डिमांड के अलावा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की संभावित ब्याज दर कटौती और वैश्विक भू-राजनीतिक तनावों ने भी कीमतों को मजबूती दी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड (Gold rate today) 4325.02 रुपये डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा है।
दिल्ली में सोने की कीमतें
देश की राजधानी दिल्ली में आज 24 कैरेट सोने की कीमत (24 carat gold price) 1,35,000 रुपये प्रति 10 ग्राम है। 22 कैरेट का भाव 123760 रुपये प्रति 10 ग्राम है।
मुंबई, चेन्नई और कोलकाता-
मुंबई (Mumbai Gold Price), चेन्नई और कोलकाता में आज 22 कैरेट सोने की कीमत (22 carat gold price) 123610 रुपये प्रति 10 ग्राम, जबकि 24 कैरेट सोने की कीमत 134850 रुपये प्रति 10 ग्राम है।
पुणे और बेंगलुरु में कीमत-
पुणे और बेंगलुरु (Banglore Gold Price) में आज 19 दिसंबर को 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 1,34,850 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट गोल्ड की कीमत 1,23,610 रुपये प्रति 10 ग्राम है।
शहर - 22 कैरेट सोना 24 कैरेट सोना
दिल्ली 123760 - 135000
मुंबई 123610 - 134850
अहमदाबाद 123660 - 134900
चेन्नई 123610 - 134850
कोलकाता 123610 - 134850
हैदराबाद 123610 - 134850
जयपुर 123760 - 135000
भोपाल 123660 - 134900
लखनऊ 123760 - 135000
चंडीगढ़ 123760 - 135000
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के गवर्नर (Governor of the US Federal Reserve) क्रिस्टोफर वालर ने ब्याज दर में और कटौती को सपोर्ट किया है। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पॉलिसी मेकर (policy maker) मौजूदा आर्थिक संकेतकों को देखते हुए सावधानी बरतते हुए आगे बढ़ सकते हैं।
उनकी यह टिप्पणी उस समय आई है जब ताजा श्रम डेटा अमेरिकी अर्थव्यवस्था में धीमी पड़ती रफ्तार की ओर इशारा कर रहा है। अमेरिका में बेरोजगारी दर 4 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है। नवंबर में नौकरियों में वृद्धि, अक्टूबर में देखी गई नरमी की भरपाई करने में विफल रही।