Income Tax Raid : घर में जितना मर्जी रख सकते हैं कैश, नहीं पड़ेगी इनकम टैक्स की रेड, बस जान ले ये नियम

Income Tax Raid : भारत में, घर पर ज़्यादा कैश रखने को लेकर कोई तय सीमा नहीं है. लेकिन अगर किसी के घर से बहुत अधिक कैश (cash) मिला तो उसके खिलाफ क्या कार्रवाई (action) की जाती है... चलिए आइए ये जान लेते है नीचे इस खबर में-

 

HR Breaking News, Digital Desk- भारत में, घर पर ज़्यादा कैश रखने को लेकर कोई तय सीमा नहीं है. हालांकि, अगर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income tax Department) या ईडी को आपके पास मौजूद कैश के स्रोत पर संदेह होता है, तो वे छापेमारी कर सकते हैं. अगर किसी के घर से बहुत अधिक कैश मिला तो उसके खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है. चलिए आइए ये जान लेते है नीचे इस खबर में-

इनकम टैक्स के नियमों (Income tax rules) के मुताबिक, घर में कैश रखने की कोई लिमिट नहीं है. आप अपने घर में जितना मर्जी उतना कैश रख सकते हैं. हालांकि, अगर कभी जांच एजेंसी उसे पकड़ लेती है तो आपको उसका वैध सोर्स (legitimate source) बताना होगा. अगर आपने उस पैसे को वैध तरीके से कमाया है तो आपके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है.

इनकम टैक्स भरना है जरूरी-
यदि आप घर में अधिक मात्रा में नकदी रखते हैं, तो आपके पास उस राशि के वैध स्रोत और उससे संबंधित दस्तावेज़ होने चाहिए. आपकी आय के अनुसार आपका आयकर भी भरा हुआ होना चाहिए. यदि जांच एजेंसी द्वारा अधिक नकदी पकड़े जाने पर आप ये प्रमाण प्रस्तुत करते हैं, तो आपके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. इन नियमों की जानकारी होना आवश्यक है, अन्यथा आपको भारी जुर्माना (fine) देना पड़ सकता है.

वैध सोर्स नहीं बताने पर लगता है जुर्माना-
घर में ज्यादा कैश पकड़े जाने पर अगर आप जांच एजेंसी को उसका वैध सोर्स नहीं बताते हैं तो आपके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income tax Department) इसके लिए आपके घर से जितना कैश बरामद करता है उस अमाउंट का 137 प्रतिशत तक जुर्माना वसूला करता है. इसका मतलब है कि आपके घर से जितनी राशि कैश में बरामद होती है आपको उससे भी 37 प्रतिशत ज्यादा चुकाना पड़ सकता है.

कैश लेनदेन में इन बातों का रखें ध्यान-
जब आप नकद में बड़े लेनदेन करते हैं, तो नियमों को जानना महत्वपूर्ण है. बैंक में एक बार में ₹50,000 या उससे अधिक जमा या निकालने पर आपको पैन कार्ड दिखाना होगा. खरीदारी करते समय, आप ₹2 लाख से अधिक का भुगतान नकद में नहीं कर सकते हैं; इसके लिए भी पैन (PAN) और आधार (Aadhaar) आवश्यक हैं. इसके अतिरिक्त, यदि आप एक वित्तीय वर्ष में अपने बैंक खाते में ₹20 लाख से अधिक नकद जमा करते हैं, तो आपको बैंक को अपना पैन और आधार दिखाना होगा. ये नियम काले धन को रोकने और वित्तीय पारदर्शिता बनाए रखने में मदद करते हैं.