FD में पैसा लगाएं या स्मॉल सेविंग स्कीम, निवेश करने से पहले जान लें कहां होगा ज्यादा फायदा

FD Vs Small Savings Schemes : ज्यादातर लोग अपने पैसे को निवेश करने के रास्ते ढुंढते रहते है। हर कोई अपने वैसे को वहीं निवेश करना पसंद करता है जहां पैसे की सेफ्टी के साथ-साथ अच्छा रिटर्न भी मिले। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे है की FD में पैसा लगाना सही रहेगा या फिर स्मॉल सेविंग स्कीम में निवेश करना सही रहेगा, आइए खबर में जानते है कि कहां निवेश करने पर मिलेगा अधिक फायदा।

 

HR Breaking News : (best option for invest) पिछले कुछ सालों में निवेशकों की सोच बदली है। वे अब पहले से ज्यादा जागरूक हो गए हैं। हालांकि, अभी भी बहुत सारे निवेशक हैं जो अपनी जरूरत को समझें बिना दोस्त या किसी एडवाइजर के कहने पर निवेश कर देते हैं। ऐसा करना बिल्कुल गलत है। ज्यादातर लोग निवेश के लिए FD का ऑप्शन चूज करते है तो कई लोग स्मॉल सेविंग स्कीम में निवेश करना सही मानते है। आइए आज आपको बताते है कि इनमें से कौन सी स्कीम में निवेश करना आपके लिए सही रहेगा।  

आमतौर पर एफडी निवेशकों (invest in FD)को सालाना 6.7 से 7 फीसदी तक का ब्याज देता है, जबकि अन्य टैक्स सेविंग स्कीम थोड़ी ज्यादा रिटर्न देती हैं। मौजूदा ब्याज दरों के अनुसार, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) सालाना 7.1 फीसदी का रिटर्न देता है। सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम पर निवेशकों को सालाना 8.2 फीसदी का ब्याज मिलता है। सुकन्या समृद्धि अकाउंट पर सालाना 8.2 फीसदी तक का रिटर्न मिलता है। नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) पर 7.7 फीसदी का रिटर्न है और किसान विकास पत्र (KVP) पर 7.5 फीसदी का रिटर्न मिलता है।

टैक्स सेविंग्स (Tax saving scheme)

एक बात निवेशकों को ध्यान में रखना चाहिए, वह यह है कि न्यू टैक्स रिजीम – जो अब डिफॉल्ट रिजीम भी है – में टैक्सपेयर्स को उनके निवेश पर छूट का दावा करने का अधिकार नहीं है। इसका मतलब है कि जब आप पीपीएफ और अन्य स्मॉल सेविंग स्कीम में निवेश करते हैं, तो निवेश की गई इनकम को कोई विशेष छूट नहीं मिलेगी और यह एक टर्म डिपॉजिट में निवेश की तरह ही टैक्सेबल होगी।

इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट            ब्याज दर

फिक्स्ड डिपॉजिट                औसतन 7 फीसदी
पब्लिक प्रोविडेंट फंड          7.1 फीसदी
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना  8.2 फीसदी
सुकन्या समृद्धि खाता           8.2 फीसदी
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट  7.7 फीसदी
किसान विकास पत्र             7.5 फीसदी

हालांकि, इन निवेशों से बाद के वर्षों में कमाई गई इनकम टैक्स (income tax) फ्री होगी, जो कि फिक्स्ड डिपॉजिट के ब्याज (fixed deposit interest)पर लागू नहीं होती। अगर आप कम टैक्स ब्रैकेट या जीरो टैक्स ब्रैकेट में आते हैं, तो इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। लेकिन जो लोग 30 फीसदी इनकम टैक्स ब्रैकेट में आते हैं, वे फिक्स्ड डिपॉजिट में पैसा लॉक करने पर अपनी ब्याज आय का लगभग एक-तिहाई हिस्सा खो देते हैं। 20 फीसदी टैक्स ब्रैकेट में आने वाले लोग एफडी के मामले में अपनी आय का एक-पांचवां हिस्सा टैक्स के रूप में खो देंगे।