Loan News : इस स्मार्ट ट्रिक से महंगा लोन हो जाएगा सस्ता, एक फैसले की वजह से बचेंगे लाखों रुपये

Loan Reduced Smart trick : अगर आपने लोन लिया हुआ है और आप लोन के ब्याज  दरों को चुका नहीं पा रहे हैं तो ये खबर आपके लिए काम की है। इस खबर मे हम आपको एक ऐसे स्मार्ट तरीके के बारे में बताने वाले हैं, जिससे आपका लिया गया लोन (Loan Reducing Tips) फटाक से सस्ता हो जाएगा। आपका ये एक डिसीजन आपके लाखों  रुपये की बचत कर सकता है। आइए खबर के माध्यम से  जानते हैं इस स्मार्ट ट्रिक के बारे में विस्तार से।

 

HR Breaking News - (Loan News)।  रेपो रेट में कटौती के बाद बैंकों की ओर से होम लोन से लेकर पर्सनल लोन तक सबकी ब्‍याज दरें घटानी शुरू कर दी हैं। भले ही लोन की ये ब्‍याज दरें घटा दी गई है, लेकिन उसके बाद भी अगर आपको लगता है कि आपका होम लोन महंगा है तो आप कुछ स्मार्ट तरीके का यूज करके अपने लोन को सस्ता कर सकते हैं। इन सॉलिड तरीके (Loan Reduced Smart trick) का यूज कर आप अपने होम लोन या पर्सनल लोन को काफी सस्‍ती ब्‍याज दरों के साथ ले सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे।

सबसे पहले करें ये काम-


अगर आप समय से ईएमआई (Equated Monthly Installment) का भुगतान करते हैं आपका सिबिल स्‍कोर भी बेहतर है तो सबसे  पहले आपको बैंक से लोन की ब्‍याज दरों बेहतर करने के लिए बात चीत करनी चाहिए। अगर आपकी बात पर बैंक सहमत नहीं होते हैं तो आप लोन रीफाइनेंसिंग का सहारा ले सकते हैं और इसके साथ  ही आप अपने लोन के ब्‍याज को कम (reduce loan interest) करवा सकते हैं।

जानिए क्या है लोन रीफाइनेंसिंग-


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लोन रीफाइनेंसिंग (Loan Refinancing)में कम ब्याज दर जैसी शर्तों वाला नया लोन लिया जाता है और पुराने लोन को क्‍लोज करा दिया जाता है। ऐसा करने के बाद नए लोन का पुनर्भुगतान शुरू कर दिया जाता है। आपको क्रेडिट स्कोर (Credit Score) सही होने पर दूसरे बैंक आपको आसानी से मौजूदा इंटरेस्‍ट रेट के मुकाबले सस्ता लोन दे देंगे।


इस तरह से छोटी हो जाएगी ईएमआई-


सबसे पहले तो आप रीफाइनेंसिंग के फायदे (Benefits of Refinancing) के बारे में जान लें। बता दें कि रीफाइनेंसिंग का फायदा ये है कि आपकी ब्‍याज दर कम होने के साथ-साथ आपकी ईएमआई भी कम हो जाती है, जो  आपके लिए राहत  बन सकता है। इसके  साथ ही जब आप लोन रीफाइनेंसिंग करवाते हैं तो ऐसे  में आपको लोन रीस्‍ट्रक्‍चरिंग (restructuring ke fayde) का मौका मिलता है।

जब भी आप नया लोन लेते हैं तो उस समय में आप ईएमआई के टेन्‍योर को अपने हिसाब से कम या ज्‍यादा करवा सकते हैं।हम आपको उदाहरण से समझाते हैं। जैसे कि अगर आप सस्‍ते ब्‍याज दर के साथ लोन लेते हैं और टेन्‍योर भी कम करवा लेते हैं तो  इससे आप ब्‍याज के लाखों रुपए की बचत कर सकते हैं।

रीफाइनेंसिंग के फायदे-


इसके साथ ही आपको बता दें कि अगर आपको दूसरे बैंक में सस्‍ती दर पर नया लोन (New loan interest rate) मिल रहा हो तो आप उस लोन को चुन सकते हैं। इसके  साथ ही अगर आपने निश्चित ब्‍याज दर पर लोन लिया हो, लेकिन लोन लेने के कुछ समय बाद ब्‍याज दरें घटना शुरू हो गई हों और आप ये नई ब्‍याज दरें अपनाना चाहते हों, लेकिन आपका बैंक आपको ऐसी परिस्थती में फ्लोटिंग रेट लोन (Floating Rate Loans) का ऑप्शन नहीं दे रहा हो तो ऐसे में आप लोन रीफाइनेंसिंग करवा सकते हैं। 

इन चार्जेज का करना पड़ सकता है भुगतान-


इसके साथ ही अगर आप पर ईएमआई (Loan EMI Reduced) का बोझ ज्यादा है और आप फिर से रीस्‍ट्रक्‍चरिंग करके ईएमआई को कम  कराना चाहते हैं तो आप ये डिसीजन ले सकते हैं। अगर आप ये डिसिजन लेते हैं तो ऐसा पॉसिबल हो सकता है कि मौजूदा बैंक में आपको फोरक्‍लोजर फीस (Foreclosure Fees) वगैरह का भुगतान करना पड़े। इसके साथ ही आपको नए बैंक में स्टाम्प ड्यूटी (Stamp Duty) के साथ लोन प्रोसेसिंग फीस और अन्य फीस का भुगतान भी करना पड़ सकता है।