OPS : पुरानी पेंशन योजना को लेकर कर्मचारी हुए सख्त, कर दिया ये बड़ा ऐलान

OPS : पुरानी पेंशन योजना को लेकर चर्चाएं जोरों पर है। आपको बता दें कि पुरानी पेंशन योजना को लेकर कर्मचारी सख्त हो गए है। जिसके चलते कर्मचारियों ने ये बड़ा ऐलान कर दिया है...इस अपडेट से जुड़ी पूरी जानकारी जानने के लिए खबर को पूरा पढ़े। 
 

HR Breaking News, Digital Desk - Old Pension Scheme: पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग को लेकर अभी भी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. भले ही ये अभी राष्ट्रव्यापी नहीं हैं लेकिन अलग-अलग राज्यों में कर्मचारी संगठनों की तरफ से पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की दिशा में सरकार से कदम उठाने की मांग लगातार की जा रही है. रविवार को मध्य प्रदेश (madhya pardesh) में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया. वहीं उत्तराखंड में दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली करने को लेकर मंथन हुआ.

एक अक्टूबर को महारैली को लेकर हुआ मंथन-
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन जिला इकाई की वर्चुअल बैठक हुई. इसमें 1 अक्टूबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली को लेकर मंथन हुआ. इस दौरान कर्मचारियों ने संकल्प लिया कि वे पुरानी पेंशन लागू होने तक चुप नहीं बैठेंगे. 

मीडिया रिपोर्ट्स में मंच के अध्यक्ष नरेंद्र पालनी के हवाले से बताया गया कि दिल्ली महारैली में प्रत्येक ब्लॉक स्तर से कर्मचारी हिस्सा लेंगे. अधिकारी दिल्ली जाएंगे. उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारी एकजुट होकर इस लड़ाई को लड़ेंगे. 

मध्य प्रदेश में निकाली गई विशाल तिरंगा यात्रा-
उधर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रविवार को प्रदेशभर से कर्मचारी आए और आंबेडकर पार्क में एक दिवसीय धरने में शामिल हुए. उन्होंने बड़ी संख्या में विशाल तिरंगा रैली निकाली. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कर्मचारियों ने कहा कि अघर सरकार पुरानी पेंशन समेत उनकी अन्य मांगों को पूरा नहीं करती है तो उनका और उनके परिवार का वोट मांग पूरी करने वाली पार्टी को जाएगा.

वहीं आंबेडकर पार्क में कर्मचारियों ने 'पेंशन नहीं तो वोट नहीं' के नारे लगाए. 

यूपी-बिहार में कर्मचारी कर रहे मांग-
बता दें कि इससे पहले पिछले दिनों बिहार के दरभंगा में भी पुरानी पेंशन बहाली को लेकर प्रदर्शन हुआ था. वहीं उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में ऑल टीचर्स इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन (अटेवा) ने सांसद को पत्र लिखकर पेंशन बहाली की मांग पर ध्यान देने की अपील की थी.