सोने से भी महंगी हुई Haryana के इस शहर में प्रोपर्टी, 1 करोड़ सैलरी वाले भी नहीं खरीद पा रहे घर

Haryana Property Rates : हरियाणा एक हाईटेक प्रदेश के रूप में उभर रहा है। यहां पर घरों की डिमांड में भी खूब इजाफा हुआ है। एक शहर में प्रॉपर्टी रेट (Property Rates) को लेकर इन दिनों खूब चर्चा है। अब हाल ही में एक व्यक्ति ने मोटी कमाई होने के बाद भी इस शहर में प्रोपर्टी की खरीद को लेकर चिंता जताई है। 

 

HR Breaking News (Property Rates) इस शहर में पिछले कुछ समय में रियल एस्टेट बाजार में खूब तरक्की हुई है। घरों के बढ़ते रेट के चलते यहां पर घर खरीदना आम लोगों के लिए एक सपने जैसा बन गया है। अब हाल ही में यहां पर प्रोपर्टी के रेट को लेकर एक पोस्ट खूब वायरल हो रही है, जिसमें एक व्यक्ति ने अपनी पूरी समस्या बताई है। आइए खबर में जानते हैं कि  इस शहर (Property Rates) में घर लेना मोटा कमाई के बाद भी कैसे मुश्किल हो रहा है। 

रेडिट पेज पर यूजर ने बताई अपनी समस्या 
 

प्रोपर्टी के रेट (property rates) को लेकर यूजर्स बिल्डर्स से अपनी बात रखते हैं, लेकिन अब हाल ही में एक रेडिट यूजर ने 1 करोड़ की सालाना इनकम के बाद भी इस शहर में प्रॉपर्टी खरीदने से जुडे़ रिस्क के बारे में जानकारी साझा की है। प्रोपर्टी रिस्क को लेकर यूजर ने अपनी समस्या के बारे में बताया है। रेडिट पेज पर यूजर ने बताया कि वह एक पब्लिक लिमिटेड ऑर्गनाइजेशन में सीनीयर पद पर काम करता है। इस कंपनी की उसकी CTC (cost to company) 1.2 करोड़ रुपये सालाना के आस-पास है। यूजर ने बताया है कि वह 40 साल का हो गया है और उसने IIM बेंगलुरु से MBA पासआऊट किया है। उसकी फैमिली में वो, उसकी पत्नी और उसकी मां 3 लोग है।

यूजर ने साझा की परिवार को लेकर जिम्मेदारी 
 

यूजर का कहना है कि 3 लोगों के परिवार में वह अकेला कमाकर घर चलाता है और न ही अभी उसके बच्चे हैं ओर न ही अभी फैमिली आगे बढ़ाने का कोई प्लान है। यानी की अभी उसपर कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन फिर भी वह गुरुग्राम (Gurgaon me ghar ke rate) में नौकरी करने के बावजूद प्रॉपर्टी खरीदने के बारे में सोच नहीं पाया है।
 

 

यह भी किया दावा
 

रेडिट पेज (Gurgaon) पर यूजर ने दावा किया कि मेरे लाइफ टाइम की सेविंग 7 करोड़ रुपये से ज्यादा है। मेरे परिवार के पास न तो अपना घर था और न ही मुझे विरासत में कुछ दिया गया है। इसके साथ ही मेरी सैलरी में से हर 6 महीने में लगभग 6 लाख रुपये का कैश फ्लो है। सैलरी पर टैक्स के बाद और साल के अंत में मिलने वाला परफॉर्मेंस लिंक्ड बोनस है। 

इतने में मिल जाएगा बिल्डर फ्लोर जैसा घर 
 

आगे उन्होंने कहा है कि अगर मैं अपने ऑफिस के पास DLF फेज 2 में बिल्डर फ्लोर जैसा घर लूं तो इस हिसाब से 2300 sq ft फ्लोर के लिए घर की कीमत 5 करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगी। ठीक ऐसे ही MGF विलास में 4 bhk के रेट 14 करोड़ रुपये से अधिक है। इसेक लिए में डाउनपेंमेंट भी नहीं कर सकता और न ही अपनी सैलरी से EMI की पेमेंट कर सकता हूं।

यहां तक की पुराने अपार्टमेंट में भी घरों के रेट (House rates in old apartments)  3.5-4.5 करोड़ रुपये के आस-पास हैं, लेकिन वे घर पुराने हैं, जिसके चलते उनपर 25-30 लाख रुपये का एक्स्ट्रा खर्चां आ सकता है और फिर रजिस्ट्री, ब्रोकरेज भी होगा, यानी देख जाए तो फिर से लगभग 5 करोड़ का खर्च आ सकता है।

4 bhk फ्लैट के लिए नेटवर्थ खर्च या फिर लोन का सहारा
 

उनका कहना है कि एक नए 4 bhk फ्लैट के लिए कीमत (Price for 4 BHK flat) 5 करोड़ रुपये के आस-पास होगी और उस पर भी सरकारी चार्ज, ब्रोकरेज वगैरह का खर्चा देखा जाए तो यानी की उस पर 40 लाख रुपये के आस-पास ओर खर्चा आएगा। उन्होंने बताया कि उनके पास 2 ऑप्शन हैं या तो मैं घर खरीदने के लिए पूरी नेटवर्थ खर्च कर दूं या लोन का सहारा लूं। यानी कि मुझे अगले 20 साल और काम करना पड़ेगा, लेकिन आज के समय में इसकी कोई गारंटी नहीं है कि नौकरी इतने लंबे समय तक सही से चल सकेगी या नहीं।


 

इन फ्लोर में सुविधाओं का होता है अभाव 

उन्होंने बताया कि अगर इतना सब कर भी लेता है तो भी उसे मामूली सा फ्लोर मिलेगा, जिसमे सिर्फ घना दिखावा और शान-शौकत होगी और उसे इन सबकी क्या जरूरत है। इन फ्लोर के पास न तो कोई सुविधा होगी और पार्क, क्लब कुछ नहीं होगा और साफ हवा और पानी तो दुर है। अक्सर देखा जाता है कि ज्यादातर छोटे बिल्डर जो फ्लोर (Viral post on Gurgaon property) बनाते हैं, उनकी क्वालिटी कुछ ऐसी होती है, जिसमे रिस्क लेना पड़ता है, क्योंकि इन घरों में कुछ सालों में ही स्ट्रक्चरल परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं।


 

लोन को चुकता करने के लिए करना पड़ेगा काम 
 

यानी जमीन और घर तो दूर की बात है। बल्कि यहां उसे घर लेने के लिके बाद  रिटायरमेंट के लिए सेविंग करने या लोन को चुकता करने के लिए अगले 20 साल ओर काम करना पड़ सकता है। फ्लैट (expensive properties in gurgaon)  के लिए 3 करोड़ के डाउन पेमेंट का भुगतान करने के बाद भी कुछ सालों तक 2-3 लाख की EMI का भुगतान करना होगा।।
ऐसे में यूजर ने लिखा है कि कॉर्पोरेट सक्सेस की ऊंचाइयों पर पहुंचने के बाद भी उनके लिए गुड़गांव (Gurgaon Property Rates)  में घर लेना मुश्किल है। ऐसे में यहां घर खरीदने को लेकर उनके मन में कई सवाल है। यूजर ने पोस्ट में यह भी पुछा है कि क्या में इस बात को गलत तरीके से देख रहा हूं। यूजर की रेडिट पोस्ट पर अब तक कई कमेंट्स आ चुके हैं। 

पोस्ट पर यूजर ने कही ये बात 
 

गुड़गांव (Gurgaon Real Estate) के बंदे की इस पोस्ट पर कई लोग कमेंट कर चुके हैं। एक यूजर कार कहना है कि पता नहीं ये कितना सही लगता है, लेकिन 10 करोड़ की जमा पूंजी का मकसद रख रिटायर हो जाना चाहिए। रिटायर के बाद किसी सस्ती और शांत जगह जाकर जिदंगी का आनंद लेना चाहिए। उनके अनुसार रिटायरमेंट के बाद किसी सोशल वर्क में शामिल हो जाएं और किसी को भी अपने पैसों की बारे में सही जानकारी ने दें।
 

अगर आपको कभी बारियत महसूस होती है तो ऐसे में आप कोई नौकरी तलाश कर लें, क्योंकि एनसीआर की एयर क्वालिटी की समस्या भी आगे कम हो सकती है। ऐसे में लोग अच्छी लाफस्टाइल के लिए गोवा से लेकर इंदौर तक के नाम बता रहे हैं।