Repo Rate Update : 75 लाख के होम लोन पर होगी 5 लाख की बंपर बचत, यहां समझें पूरा कैलकुलेशन

Repo Rate Impact On Home Loan : हाल ही में आरबीआई ने अपने ग्राहकों के लिए एक बड़ा अपडेट जारी किया है। आरबीआई ने रेपो रेट में कटौती कर दी है। रेपो रेट में कटौती करने की वजह होम लोन (Home Loan Update) की ब्याज दर काफी कम हो जाती है। ऐसे में अगर किसी ग्राहक ने 75 लाख रुपये का होम लोन लिया हुआ है तो वो 5 लाख रुपये तक की बचत कर सकता है।  आइए जानते हैं रेपो रेट के कम होने का होम लोन पर प्रभाव।

 

HR Breaking News - (Home Loan EMI Calculation)। हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी मॉनिटरी पॉलिसी की मीटिंग में रेपो रेट में कटौती कर दी है। अगर पिछले रेपो रेट के बारे में बात करें तो पहलें रेपो रेट 6.50 था लेकिन अब रेपो रेट (Repo Rate latest Update) को घटाकर 6.25 कर दिया गया है।

यानी रेपो रेट में 25 बेसिक प्वाइंट की कटौती देखने को मिली है। इसकी वजह से लोन ग्राहक को काफी ज्यादा लाभ हो रहा है। अगर पिछले सालों के बारें में बात करें तो पिछले पांच सालों से ही रेपो रेट की ब्याज दरें स्थिर बनी हुई है, लेकिन अब ये बदलाव काफी लाभ कारी सिद्ध हो रहा है। 

 

रेपो रेट में हुआ बदलाव-


कुछ दिनों पहले आरबीआई ने रेपो रेट को कम कर दिया है। इसकी वजह से बैंको को बंपर लाभ हो रहा है। रेपो रेट (new repo rate) में कटौती होने की वजह से बैंक हर तिमाही में ब्याज दरों को रिसेट कर देता है। अगर अपने होम लोन एक अक्टूबर, 2019 से पहले लिया हुआ है और वो लोन मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) से लिंक्ड है तो ऐसे में घटी हुई रेपो रेट (Repo rate kitna kaam hua ) का लाभ उठाने के लिए होम लोन को रिफाइनेंस करना एक काफी बेहतर विकल्प हो सकता है। इसकी वजह से कम हुई रेपो रेट का आप काफी आसानी से लाभ उठा सकते हैं।

 

रेपो रेट का होम लोन पर प्रभाव-


जब भी रेपो रेट में गिरावट देखने को मिलती हैं तो इसकी वजह से सभी प्रकार के लोन (RBI Update on home loan) पर भी ब्याज दरों में गिरावट देखने को मिलती है। इसकी वजह से लोगों को लोन पर पहले के मुकाबले कम ब्याज का भुगतान करना होता है। रेपो रेट में गिरावट आने की वजह से ज्यादातर बैंक अपकी ईएमआई (EMI - Equated Monthly Instalment) में कोई कमी नहीं करते हैं, बल्कि अपने लोन की अवधि को कम करके की घटी हुई ब्याज दर का लाभ पहुंचा देते हैं।

समझिये उदाहरण के तौर पर-


उदाहरण के रुप में अगर बात करें तो किसी भी उधारकर्ता ने बैंक से अगर 75 लाख रुपये का होम लोन (RBI repo rate cut impact on home loan) लिया हुआ है जिस लोन की अवधि 20 साल की है और इस लोन पर बैंक आपसे सालाना के हिसाब से 9 प्रतिशत की ब्याज दर को कर देता हैं, लेकिन लोन (Home loan EMI reduction) लेने के 36 महीने बाद ब्याज दर 8.75 प्रतिशत कर दिया जाता है।

ब्याज दर (home loan intrest rate) कम होने की वजह से उधारकर्ता को अब तय अवधि में लोन पर 1.62 करोड़ रुपये की जगह 1.57 करोड़ रुपये का ब्याज भरना होगा। इसकी वजह से करीब 5 लाख रुपये की बचत होगी और लोन सात महीने पहले समाप्त हो जाएगा।