Silver Price : साल 2026 तक इतनी हो जाएगी चांदी की कीमत

Silver Rate :सोने और चांदी की कीमतों में पिछले काफी समय से उतार चढ़ाव दर्ज किया जा रहा है। जहां एक ओर कुछ समय पहले चांदी की कीमतों (Chandi ki kemat) में रिकॉडतोड़ तेजी दर्ज की जा रही थी, वहीं अब फिर से चांदी की कीमतों में गिरावट आ रही है। ऐसे में आइए जानते हैं 2026 तक चांदी की कीमत कितनी होने वाली है। 

 

HR Breaking News (Silver Price Latest Update) चांदी की कीमतों में एक बार फिर से बदलाव दर्ज किया जा रहा है। अब चांदी की कीमतों में गिरावट आ रही है। बता दें कि लगभग 10 ही दिनों में चांदी की कीमतें (Chandi Ki Kemat) 28 हजार रुपये तक टूटी हैं।

 

ऐसे में लोग इस बात पर विचार कर रहे हैं कि क्या अभी चांदी की खरीदी करने का सही मौका है या फिर आने वाले दिनों में चांदी की कीमतों (Silver Rate) में और गिरावट आएगी। इसको लेकर हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है। खबर में जानिये चांदी की कीमतों के बारे में।

 


2026 की शुरुआत में सोने का रेट 

हाल ही में जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक चांदी की कीमतों (Silver Price in 2026) को लेकर एक बड़ी उम्मीद लगाई जा रही है। एक्सपर्ट का मानना है कि चांदी की कीमतें 2026 के अंत तक देश में 2.40 लाख रुपए तक जा सकती हैं। ऐसा मुख्य रूप से इस वजह से होगा क्योंकि चांदी की सप्लाई कम होती दिख रही है।

हालांकि सोलर पैनल और इलेक्ट्रिक कार जैसी नई टेक्नोलॉजी (Silver Price Hike reason) के लिए इसकी मांग लगातार बढ़ती नजर आ रही है। पिछले 7 सालों से दुनियाभर में चांदी की कीमत में कमी दर्ज की जा रही है। ये कमी अगले साल भी बनी रहने की उम्मीद लगाई जा रही है। यही कारण है कि इस बार की तेजी पुराने समय के बुलबुलों से अलग और मजबूत होने वाली है।

इस वजह से लुढ़की सोने की कीमत 

इसके अलावा, भारत में भी रुपए की कीमत में गिरावट (Silver Price Fall) दर्ज की जा रही है। चांदी न सिर्फ एक जरूरी इंडस्ट्रियल मेटल रही है, बल्कि सुरक्षित निवेश का भी जरिया बनकर सामने आ रही है। इस वजह से 2025 को चांदी के लिए एक खास साल माना जा रहा है।

इस साल घरेलू चांदी ETF (Silver ETF) में भारी पैसा लगाया जा रहा है और निवेशकों की रुचि भी लगातार बढ़ती नजर आ रही है। मोतीलाल ओसवाल ने बताया कि डॉलर और रुपए के बीच एक्सचेंज रेट 90 के करीब पहुंच सकती है, इसकी वजह से विदेशी कीमतों के साथ ही निवेशकों को फायदा होगा।

एक्सपर्ट्स ने दी जानकारी 

एक्सपर्ट ने जानकारी देते हुए बताया है कि भारतीय रुपया धीरे-धीरे डॉलर (Silver Price in Dollar) के मुकाबले कमजोर होता नजर आ रहा है। रुपए की कीमत 90 से 102 रुपए प्रति डॉलर के बीच बनती नजर आ रही है। ये इस वजह से हो रहा है क्योंकि दुनिया भर की आर्थिक नीतियां और देश की आर्थिक स्थिति ऐसे संकेत (Silver Price) की ओर इशारा करती नजर आ रही है। इसका मतलब ये है कि जब डॉलर में चांदी की कीमत बढ़ेगी और रुपए की कीमत गिरेगी, तो भारत के निवेशकों को इसका बड़ा लाभ होने वाला है। 

डॉलर के हिसाब से सोन की कीमत 

अगर चांदी की कीमत 2027 तक डॉलर में प्रति औंस 70 डॉलर तक पहुंच जाती है और रुपए की कीमत 92 से 95 रुपये प्रति डॉलर के बीच गिरती नजर आ रही है। भारतीय निवेशकों को अच्छे खासे मुनाफे मिलने वाले हैं। इस वजह से स्थानीय मार्केट (Silver Price in Indian Market) में अगर चांदी की कीमतें थोड़ी घट भी जाती है तो भी निवेशकों को नुकसान कम होने वाला है। इस वजह से कमजोर रुपए के समय चांदी एक सुरक्षित और मजबूत निवेश इन्वेस्टमेंट बनकर सामने आ रहा है।

आने वाले समय में इतनी हो सकती है सोने की कीमत 

एक्सपर्ट्स ने जानकारी देते हुए बताया है कि मीडियम समय में चांदी की कीमत लगभग 2.40 लाख रुपये के आसपास टिकी रहने वाली है। ऐसा इस वजह से होगा क्योंकि चांदी की इंडस्ट्रियल डिमांड (Industrial Demand of Silver) बढ़ती नजर आ रही है। हालांकि सप्लाई यानी प्रोडक्शन उतनी तेजी से नहीं बढ़ पा रही है। इसके साथ ही महंगाई, दुनिया भर के राजनीतिक तनाव और सीमित खनन के कारण चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। 


रिपोर्ट में मिली जानकारी 

रिपोर्ट में जानकारी देते हुए बताया गया है कि अब दुनिया भर में चांदी की 59 प्रतिशत तक मांग इंडस्ट्रियल यूज के लिए की जा रही है। खासतौर पर सोलर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल सेक्टर में चांदी की जरूरत (Silver Price latest Update) तेजी से बढ़ती नजर आ रही है।

हांलांकि, नई टेक्नोलॉजी और सोलर पैनल बनाने की नई विधियां इस मांग को पूरी करने में पूरी तरह सफल नहीं हो पा रही हैं, इस कारण मांग लगातार बढ़ती नजर आ रही है और ये चांदी की कीमतों को ऊपर ले जा रही है।

निवेशकों की संख्या में आया उछाल 

भारत में अब लोग चांदी को सिर्फ पूजा-पाठ के लिए ही नहीं, बल्कि निवेश के तौर पर भी खरीद रहे हैं। चांदी ETFs में 2025 में जबरदस्त बढ़ौतरी दर्ज की जा रही है और इस साल निवेशकों की संख्या में भी तेजी (Silver Rate Hike reason) दर्ज की जा रही है। उदाहरण के तौर पर अगस्त 2025 में चांदी ETFs में निवेश 180 प्रतिशत तक बढ़ गया है। 


पारंपरिक रूप से पसंद बना सोना चांदी 

सोने के ETFs अभी भी ज्यादा पॉपुलर हो गए है क्योंकि सोना भारत में पारंपरिक रूप से पसंद किया जा रहा है। इसे आसानी से खरीदा-बेचा जा सकता है। हालांकि चांदी ETFs की बढ़ती लोकप्रियता बताती है। लोग इसे महंगाई (Silver Price Hike) और वैश्विक संकट के खिलाफ एक अच्छा इन्वेस्टमेंट ऑप्शन मान रहे हैं। ये ETFs असली चांदी पर बेस्ड रहने वाला है। इसकी वजह से निवेशक सुरक्षित और आसान तरीके से चांदी में पैसा लगा सकते हैं।