Haryana news: नहीं थम रहा रिश्वतखोरी का खेल, DTP, तहसीलदार के बाद पटवारी रिश्वत लेते गिरफ्तार

HR Breaking News : सीएम सिटी करनाल में घूसखोर डीटीपी, तहसीलदार की गिरफ्तारी के बाद भी कुछ पटवारी रिश्वत का मोह नहीं छोड़ रहे हैं.
 

HR Breaking News : करनाल. करनाल विजीलेंस टीम (Vigilance Team) ने सोमवार को विरासत का इंतकाल करवाने की एवज में दो हजार रुपए की रिश्वत के साथ इंद्री एरिया के पटवारी रणजीत सिंह को रंगेहाथों गिरफ्तार (Patwari Arrested) किया है. आरोपी को मंगलवार यानि आज कोर्ट में पेश किया जाएगा.


विजीलेंस थाना में आरोपी रणजीत सिंह के खिलाफ क्रप्शन एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. करनाल विजीलेंस से इंस्पेक्टर सचिन, इंस्पेक्टर प्रवीण कुमारी ने टीम के साथ इंद्री में रेड की गई.

गांव मुरादगढ़ के अजय ने विजीलेंस को शिकायत दी थी कि उन्होंने विरासत का इंतकाल करवाना है. इस कार्य के लिए पटवारी रणजीत सिंह दो हजार रुपए की डिमांड कर रहा है.


शिकायत के आधार पर विजीलेंस ने प्लानिंग के तहत दो हजार रुपए के नोट पटवारी रणजीत सिंह को दिए गए. इस दौरान विजीलेंस ने पटवारी को पकड़ लिया और हाथ धुलवाने पर पानी का रंग लाल हो गया.

इंस्पेक्टर सचिन ने बताया कि सरकारी कर्मचारी यदि कार्य करने की एवज में रिश्वत की डिमांड करता है तो उसकी शिकायत सेक्टर-7 स्थित विजीलेंस ऑफिस में आकर दी जा सकती है.


डीटीपी और तहसीलदार पर हुई थी कार्रवाई
बता दें कि सीएम सिटी करनाल में इससे पहले करीब पांच लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में डीटीपी विक्रम कुमार व उसके चालक बलबीर सिंह और तहसीलदार राजब्खश को विजिलेंस टीम ने गिरफ्तार किया था.

डीटीपी के घर से विजिलेंस की टीम ने तलाशी के दौरान 78 लाख 34 हजार 630 रुपये की रकम व कुछ दस्तावेज भी बरामद किए थे. इस दौरान तहसीलदार की संपत्ति की भी जांच की गई.

जांच में सामने आया कि तहसीलदार अवैध ढंग से करोड़ों की संपत्ति  का मालिक बन गया. मामले में तहसीलदार और डीटीपी अभी भी रिमांड पर है और उनसे पूछताछ जारी है.