Success Story - 30 साल की उम्र में 15 सर्जरी झेलने के बाद भी नही टूटा हौसला, Success Business Woman बन कर ही मानी ये महिला

इंसान के अंदर अगर आगे बढ़ कर कुछ करने की ललक हो तो बुरी से बुरी परिस्थितियां उसका रास्ता नहीं रोक सकती। आज हम आपको एक ऐसी सशक्त महिला की कहानी बताने जा रहे है जिनकी महज 30 साल की उम्र में 15 सर्जरी हो चुकी थी। लेकिन उन्होंने हार नही मानी और अपने मजबूत हौसले को नहीं टूटने दिया और आज बनी महिलाओं के लिए प्रेरणा। 
 

HR Breaking News, Digital Desk- इंसान के अंदर अगर आगे बढ़ कर कुछ करने की ललक हो तो बुरी से बुरी परिस्थितियां उसका रास्ता नहीं रोक सकती. सुरश्री रहाणे नामक इस लड़की ने इस बात को एक बार फिर से साबित कर दिया है. पीड़ा उनके जन्म के साथ ही उनके साथ जुड़ गई थी. जब वह मात्र 15 दिन की थीं तब उनकी पहली सर्जरी हुई और इसके बाद सर्जरी पर सर्जरी होती रही. 

 

 

 

 

15 बार हुई सर्जरी- 


यहां तक कि उनका एक पैर दूसरे पर से छोटा है, जिस वजह से वह एकदम सही से नहीं चल सकतीं. परिवार वाले चाहते थे कि उनकी ये पीड़ा समाप्त हो जाए इस वजह से उनकी 15 सर्जरी हुईं. इसके बावजूद भी वह पूरी तरह से ठीक न हो सकीं. सुनने में सुरश्री की ये कहानी बहुत पीड़ादायक लगती है. ऐसी स्थिति में बहुत से लोग हिम्मत हार जाते हैं लेकिन सुरश्री हमेशा से अलग रही हैं. सभी विपरीत स्थितियों के बीच भी उनके हौसले कभी नहीं डगमगाए. 

नहीं मानी कभी हार -


महाराष्‍ट्र के नाशिक की रहने वाली सुरश्री ने पढ़ाई से लेकर काम तक में अपनी इसी हिम्मत के दम पर सफलता पाई. ऐसी स्थिति के बावजूद वह स्कूल में टॉपर रहीं. इसके बाद उन्‍होंने पुणे के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन किया. बाद में उन्होंने नई दिल्ली के बेहद प्रतिष्ठित बिजनस स्‍कूल, दिल्ली यूनिवर्सिटी के फैकल्‍टी ऑफ मैनेजमेंट स्‍टडीज से पोस्‍ट ग्रेजुएशन किया. सिर्फ शिक्षा ही नहीं बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी उन्होंने कमाल किया. वह सर्टिफाइड स्कूबा ड्राइवर होने के साथ साथ प्रशिक्षित भरतनाट्यम डांसर भी हैं. 

22 की उम्र में हुई शादी- 


अपनी 30 साल की उम्र में 15 सर्जरी के दर्द से गुजर चुकी सुरश्री ने पेप्‍सीको और एचपी जैसी प्रति‍ष्ठित कंपनियों के साथ काम किया. इंजीनियरिंग करने के दौरान ही उनकी मुलाकात अमोल बगुल से हुई थी. इसी दौरान हुई इनकी दोस्ती ने दोनों को करीब कर दिया. जिसके बाद 22 साल की उम्र में सुरश्री ने अमोल से शादी कर ली. शादी के बाद भी दोनों ने पढ़ाई जारी रखी.

शुरू किया अपना बिजनेस- 


बिजनेसमैन फैमिली में पली बढ़ी सुरश्री ने भी हमेशा से उद्यमी बनने का सपना देखा था. और तो और सुरश्री की मां भी नाशिक में उनके नाम से साड़ी स्‍टोर चलाती हैं. सुरश्री भी अपना कुछ शुरू करना चाहती थीं, जिसके लिए उनकी एक निवेशक से बात भी हो गई थी. लेकिन बात बन न सकी. सुरश्री इस बात से निराश नहीं हुईं. इसके बाद 2018 में उन्होंने Yearbook Canvas नाम से अपनी खुद की कंपनी शुरू की.

कुछ ही सालों में यह बेहद सफल हो गई. यह कंपनी शिक्षण संस्‍थानों और कॉरपोरेट्स की सोशल नेटवर्क, इयरबुक और मर्चेंडाइज को बनाने में मदद कर रही है. इसके साथ ही सुरश्री ने ये सोचा है कि उनकी कंपनी में 2023 तक 30% जगह दिव्‍यांगों को मिले.