Success Story: छोटी छोटी आसान ट्रिक अपनाकर यूपीएससी किया क्लियर, IAS बनकर युवाओं को दिया सफलता का मंत्र
 

यूपीएससी परीक्षाओं (UPSC Exam) में सफल होने को लेकर युवा दिन रात मेहनत करते है। ऐसे में कुछ युवा कम समय में एग्जाम क्लियर कर लेते है वहीं कुछ युवाओं को एग्जाम क्लियर करने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आज की सफलता की कहानी में बात करेंगे उस आईएएस अनुपमा की जिन्होंने छोटी छोटी ट्रिक अपनाकर छोटी उम्र में एग्जाम क्लियर करके युवाओं को सफलता मंत्र देने का काम किया है।
 
 

HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, IAS Anupama Anjali Success Story यूपीएससी परीक्षाओं में सफल होने के लिए सिर्फ हर समय पढ़ते रहना ही काफी नहीं है. पढ़ाई को किस तरीके से करें, और कैसे करें, ये भी बहुत अहम हो जाता है. लगातार पढ़ाई के दौरान कैसे खुद को तरोताजा रखें और पढ़ाई से रुझान कम न हो पाए, ये उपाय करना भी बेहद अहम हो जाता है और अगर इन चीज़ों नियंत्रण कर लिया, तो सफलता का प्रतिशत बढ़ जाता है. इन्हीं चीज़ों पर नियंत्रण कर सफल होकर अनुपमा अंजलि Anupama Anjali आईएएस अधिकारी बन गईं. अनुपमा की कहानी प्रेरणादायक है.


बीटेक के बाद शुरू की थी तैयारी
अनुपमा अंजलि 2018 बैच की अफसर हैं. उन्हें दूसरी ही कोशिश में सफलता मिली थी. अनुपमा अंजलि ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी, लेकिन उन्होंने बीटेक के बाद नौकरी करने की बजाय दूसरा रास्ता चुना. UPSC की तैयारी शुरू की और दूसरी कोशिश में सफलता भी हासिल कर ली. अनुपमा ने 386वीं रैंक हासिल की थी.


तैयारी के बताये ये तरीके
अनुपमा ने कई बार अपनी सफलता और UPSC की पढ़ाई को लेकर बातचीत की है. अनुपमा पढ़ाई के टिप्स और ट्रिक भी बताती हैं. अनुपमा बताती हैं कि मैं बीटेक कर चुकी थी. और फिर से लंबी पढ़ाई करने जा रही थी. पढ़ाई से ऊब जाने का भी खतरा ऐसे में होता है, लेकिन उन्होंने खुद को तरोताजा बनाए रखा. कई कई घंटे पढ़ाई तो की, लेकिन हर समय ऐसा नहीं किया. बीच बीच ब्रेक लेना भी बेहद जरूरी है. और एक ही ब्रेक नहीं बल्कि पढ़ाई के बीच छोटे छोटे ब्रेक लेना बहुत ज़रूरी है.


ऐसे रहें मानसिक रूप से ठीक
वह कहती हैं कि छोटे छोटे ब्रेक आपको पढ़ाई के लिए सक्रिय करेंगे. इससे दिमाग तरोताजा हो जाता है. ये कहने और सुनने में बेहद छोटी लगती हैं, लेकिन होती बेहद अहम हैं. इसलिए मानसिक रूप से ठीक रहने और फिट रहने के लिए ये बेहद ज़रूरी है. और उन्होंने भी पढ़ाई के दौरान ऐसे ही तरीके अपनाए और खुद को मानसिक रूप से ठीक रखा.


पिता हैं आईपीएस अफसर
अनुपमा अंजलि के पिता आईपीएस अफसर हैं. और भोपाल में तैनात हैं. आईपीएस अनुपमा अंजलि को पिता के भी सेवा में होने के कारण बेहद मदद मिली और मानसिक स्तर पर मजबूत रहीं और सही तरीके से पढ़ाई कर सफलता पा ली.