Success Story: इंटरव्यू से पहले अस्पताल में रहे भर्ती, नहीं मानी हार मुश्किलों का सामना कर बनें आईपीएस
HR Breaking News, Digital Desk- हर उम्मीदवार को लगता है कि यूपीएससी की परीक्षा (UPSC Exam) पास करने के बाद उसे किसी भी मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ता, लेकिन सफीन हसन की कहानी कुछ ऐसी है जो इस बात से बिल्कुल परे है. एक ऐसी कहानी, जिसमे कई सारे पढ़ाव और दिक्कतें हैं, लेकिन अंत में जीत है. सफीन का यूपीएससी तक का सफर किसी हिंदी फिल्म के घटनाक्रम से कम नहीं है, जिस बात से खुद सफीन भी इंकार नहीं करेंगे. इसीलिए सफीन हसन (Safin Hasan) की प्रेरणा देती कहानी, हर छात्र को ज़रूर पढ़नी चाहिए.
सफीन हसन बताते है कि बचपन में उनके पास स्कूल की फीस भरने के लिए भी पैसे नहीं होते थे. हालांकि उन्होंने अपने आर्थिक हालातों को कभी भी अपने सपनों के आगे आने नहीं दिया. एक दिन जब उनके स्कूल में डीएम ने दौरा किया तो वह पूरी तरह से चौंक गए. दरअसल, सफीन ने अपनी मौसी से डीएम के बारे में जानकारी ली. उन्होंने पूछा कि यह इंसान कौन है जिसे इतना सम्मान मिल रहा है? तब उनकी बहन ने जवाब दिया कि डीएम किसी भी जिले का एक राजा होता है. यह जवाब सुनने के बाद सफीन हसन ने ठान लिया कि उन्हें भी जीवन में कुछ ऐसा ही बनना है.
अस्पताल में रहे भर्ती-
जब सफीन हसन अपनी मैंस की परीक्षा देने जा रहे थे तब ही उनका एक्सीडेंट हो गया. जब उन्हें पता चला कि उनके लिखने वाले हाथ में कम चोट आई है, तो वह अस्पताल की जगह सीधे परीक्षा केंद्र चले गए. उन्होंने अपनी पूरी परीक्षा लिखी और पेपर खत्म किया. जिसके बाद वह कई महीनों तक अस्पताल में भर्ती रहे और अपने इंटरव्यू से सिर्फ 1 हफ्ते पहले डिस्चार्ज हुए. इसके बाद उन्होंने दिल्ली जाकर अपने इंटरव्यू की तैयारी की और महज 22 साल की उम्र में आईपीएस बन गए.