Success Story : शायरी करते-करते IPS बन गए सुनील जांगड़ा, पढ़िए सफलता की कहानी 

आपने कई बार सुना होगा के प्राइवेट नौकरी के साथ में साकारी नौकरी का मुकाम हासिल किया लेकिन क्या आपने सुना है कि एक शायर शायरी करते-करते  IPS बन गया ऐसी ही एक स्टोरी हम आपको बताने जा रहे हैं IPS सुनील जांगड़ा की खबर में पढ़ें। 

 

HR Breaking News : नई दिल्ली : यह एक शब्द सुनते ही सख्त लहजे, कड़े व्यवहार और कठोर व्यक्तित्व की छवि जहन में उभरना स्वाभाविक है। इन सबके साथ एक पुलिस नौकरशाह के सीने में अगर कोमल शायर दिल पलता हो तो कहने ही क्या। जी हां, कैथल के SP Maqsood Ahmed दिखने में जितने सौम्य हैं, उनका व्यक्तित्व भी उतना ही सरल और शायराना है।


Duty के साथ कविताएं भी लिखते

कानून की धाराओं के साथ-साथ वह कविताओं और गजलों से भी बराबर वफा निभाते आ रहे हैं। हिंदी और उर्दू पर बराबर पकड़ रखते हुए SP Maqsood Ahmed अपनी पुलिस की ड्यूटी के साथ-साथ शायरी और कविताएं लिखने में भी समय बिताते हैं। बचपन से ही खेलों से दूरी बनाए रखी थी। उन्हें बस किताबें पढ़ने और शायरी का शौक है। अभी भी जैसे ही समय मिलता है तो गजलें-कविताएं लिखते हैं और कहीं मंच मिल जाए तो शायरी सुनाते भी हैं। कविताओं में मासूमियत


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उनकी कविताओं की मासूमियत का अंदाजा उनकी इस कविता से लगाया जा सकता है। कविता का शीर्षक है तू औरत है। कुछ पंक्तियां यूं हैं:- मां भी है तू बेटी भी तू, बहन भी है तू बीवी भी तू ममता की तू तो मूरत है, औरत है तू औरत है, लक्ष्मी भी तू काली भी तू है सरस्वती भवानी तू इस जमीं पे खुदा की तू सूरत है तू औरत है तू औरत है।


एक प्राइवेट स्कूल में नौकरी कीदेश का हर युवा आइएएस और आइपीएस बनने का सपना देखता है। ज्यादातर युवाओं के लिए यह सपना ही बनकर रह जाता है तो कुछ युवा अपने इस सपने को साकार कर पाते हैं। कैथल के एसपी मकसूद अहमद ने ips बनने तक का सफर दैनिक जागरण से सांझा किया है। सप्ताह के साक्षात्कार को लेकर एसपी से बातचीत की गई।


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ये है सफलता का credo

 

एसपी ने कहा कि मेहनत ही सफलता का मूलमंत्र है। सफलता हासिल करने का कोई शार्टकट नहीं है। युवाओं को नशे से दूर रहना चाहिए और अपने तय किए गए लक्ष्य को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। बता दें कि एसपी मकसूद अहमद मूल रूप से नूंह मेवात के रहने वाले हैं। पिता शिफाद खान बैंक मैनेजर थे, जो रिटायर्ड हो चुके हैं। पत्नी वाजिदा अहमद और पिता का उनके ips बनने में खास योगदान रहा है।

इंजीनियरिंग के बाद की एमबीए

एसपी मकसूद अहमद ने बताया, मेरी पहली से 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई अलवर केंद्रीय विद्यालय में हुई। उसके बाद 2005 में अलवर स्थित Electric from IIT College में इंजीनियरिंग की। इंजीनियरिंग करने के बाद आइआइएमटी गाजियाबाद से MBA की। MBA करने के बाद पांच सालों तक प्राइवेट क्षेत्र में नौकरी की। इस दौरान मैंने रिलाइंस लाइफ इंश्योरेंस, इंडिया मार्ट डाट काम और एक निजी स्कूल में एचआर हेड के पद पर कार्यरत रहा।  आईपीएस और आईएएस बनने का था सपना

IPS Maqsood Ahmed  ने बताया कि साल 2010 में उनकी शादी हो गई थी। पत्नी को पता था कि उनका सपना आईएएस और आइपीएस बनने का था। साल 2013 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी और यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी। पहली बार में ही उनका प्री और मेन पास हो गया था।

 

लेकिन साक्षात्कार में रह गए थे। कुछ दिन तक उदास रहे, लेकिन परिवार के लोगों ने दोबारा तैयारी करने के लिए कहा। साल 2014 में दोबारा से तैयारी की और आइआरटीएस रेलवे में नौकरी मिल गई, लेकिन उनका सपना अभी भी अधूरा था। साल 2015 में तीसरी बार फिर प्रयास किया और इस बार उन्हें 611 रैंक मिला। ओबीसी कैटेगरी में उनका चयन आइपीएस में हो गया।


आरोपितों को नहीं किया जाएगा माफ

SP  ने बताया कि जिले में अपराध किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। आपराधिक वारदातों में शामिल बदमाशों को लगातार पुलिस पकड़ रही है। कलायत में दुकानदार पर फायरिंग का बड़ा मामला हो या कैथल में आढ़ती से रंगदारी का मामला हो। पुलिस सभी बड़े मामलों में बदमाशों को पकड़ रही है।

ट्रेनिंग के बाद Rohtak SHO की पहली पोस्टिंग

एसपी ने बताया कि ट्रेनिंग पूरी करने के बाद सबसे पहले उन्हें रोहतक सदर थाने में थाना प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई। कुछ महीने के बाद उन्हें एएसपी रोहतक लगा दिया गया। उसके बाद नारनौल का अतिरिक्त एसपी लगाया गया। साल 2020 में बल्लभगढ़ डीसीपी लगाया गया और 2020 में ही गुरुग्राम ईस्ट का डीसीपी लगा दिया गया। अब कैथल में एसपी के पद पर सेवाएं दे रहे हैं।