Vastu Tips : वास्तु शाश्त्र बनाएगा पति पत्नी के रिश्ते को और भी मजबूत 

वास्तु शाश्त्र हमारी संस्कृति से जुड़ा हुआ है और पिछले हज़ारों सालों से इसे माना जाता है और इसके बताये नियमों को उपयोग करके लोग अपनी परेशानियों को दूर करते हैं। आज हम आपको वास्तु शाश्त्र की कुछ ऐसी टिप्स बताने जा रहे हैं , जो पति पत्नी के रिश्ते में मजबूती लेकर आएगी और दोनों में प्यार बढ़ाएंगी।  आइये जानते  है |
 

HR Breaking News, New Delhi : पति और पत्नी (Husband Wives) का रिश्ता जीवन का सबसे सुंदर रिश्ता माना जाता है. जब दो अलग-अलग लोग विवाह (Marriage) के बंधन में बंध जाते हैं तब वे अपने विचार एक दूसरे के साथ साझा करते हैं. लेकिन कभी-कभी दांपत्य जीवन में जीवनसाथी (Life partner) के साथ विचार नहीं मिलते और छोटी-छोटी बातों पर अनबन और तनाव होने लगता है. कभी-कभी ऐसा घर के वास्तु दोष के कारण भी हो जाता है. वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में इस तरह की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए उपाय बताए गए हैं. जिन्हें अपना कर आप भी अपने दाम्पत्य जीवन में खुशहाली ला सकते हैं और हंसी खुशी अपने लाइफ पार्टनर के साथ समय व्यतीत कर सकते हैं.

 वास्तु शास्त्र में ऐसा बताया गया है कि बेडरूम की लाइटें बहुत तेज नहीं होनी चाहिए और बेडरूम में लगी हुई लाइट ऐसी भी ना हो कि उनका प्रकाश सीधा पलंग पर पड़े, वास्तु के अनुसार बेडरूम में पलंग पर प्रकाश हमेशा पीछे या बाईं तरफ से आना चाहिए. इससे आपके घर में वास्तु दोष उत्पन्न नहीं होता.

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में बिस्तर किसी बीम के नीचे नहीं होना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि बीम के नीचे बिस्तर लगे होने से रिश्तो में दूरियां बढ़ती हैं, और यदि बीम के नीचे से बिस्तर हटाना संभव ना हो तो उसके नीचे बांसुरी या विंड चाइम लटका देना चाहिए इससे वास्तु दोष दूर हो जाता है.

वास्तु के अनुसार बाथरूम शयन कक्ष में नहीं होना चाहिए और यदि आपका बाथरूम शयनकक्ष में है तो उसका दरवाजा हमेशा बंद ही रखें. इसके अलावा अपने पलंग के नीचे कबाड़ या कचरे जैसे सामान गलती से भी नहीं रखना चाहिए. ऐसा होने से घर में वास्तु दोष उत्पन्न होता है.

वास्तु शास्त्र के अनुसार शयन कक्ष की दीवारें कभी भी सफेद, लाल या चटक रंग की नहीं होनी चाहिए. शयनकक्ष की दीवारें गहरे रंग की अपेक्षा हमेशा हल्के रंग की होनी चाहिए. हरा गुलाबी या आसमानी रंग सबसे अच्छा प्रभाव देता है और यह कमरे में सकारात्मक ऊर्जा भी पैदा करता है.


वास्तु शास्त्र के अनुसार शयन कक्ष में कभी भी किसी मांसाहारी जानवर, दहाड़ता हुआ शेर आदि की तस्वीरें नहीं लगानी चाहिए. इसके अलावा डूबते हुए सूरज या असहाय व्यक्तियों की तस्वीरें शयनकक्ष में नहीं होनी चाहिए. इन तस्वीरों के शयनकक्ष में होने से दांपत्य जीवन पर गहरा असर पड़ता है.