UP News : यूपी के इस जिले के लोग पीते हैं सबसे ज्यादा बीयर, एक साल में पी गए 2 करोड़ से ज्यादा बोतल

UP News : हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि यूपी के इस जिले में पिछले एक साल में लोग 2,02,35,841 केन बीयर गटक गए। विभाग के आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले साल के मुकाबले इस साल बीयर के शौकीन बढ़ गए हैं...
 

HR Breaking News, Digital Desk- मेरठ जिले में पिछले एक साल में लोग 2,02,35,841 केन बीयर गटक गए। आबकारी विभाग के आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले साल के मुकाबले इस साल बीयर के शौकीन बढ़ गए हैं। साथ ही शहर के मुकाबले देहात में देसी शराब की मांग बढ़ी है। विदेशी शराब की बिक्री सामान्य रही है।

पिछले वर्ष होली के तुरंत बाद से ही तापमान बढ़ने लगा था। अप्रैल में गर्मी ने कई पुराने रिकॉर्ड तोड़े। इस बीच लोगों ने बीयर पीने के भी पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिए। ठंडी बीयर की मांग शहर से लेकर देहात तक बढ़ी है। बीयर की मांग बढ़ने के कारण दूसरे प्रदेशों राजस्थान, महाराष्ट्र, गोवा, पंजाब और मध्य प्रदेश से बीयर मंगानी पड़ी। जिले में देसी शराब पीने वालों की संख्या विदेशी शराब पीने वालों से ज्यादा रही। 

बता दें कि पिछले वर्ष जिले में देसी शराब की एक करोड़ 56 लाख 78 हजार बोतल की बिक्री हुई। विदेशी शराब की 69 लाख 81 हजार 402 बोतल की बिक्री हुई। होली व चुनाव के करीब आते ही शराब की बिक्री और तेज हो जाती है। कारोबारियों के लिए शराब का पुराना स्टॉक खपाने के लिए होली और चुनाव काफी सहायक होता है। चुनावी दौर में शराब के साथ बीयर की मांग भी बढ़ती है।

कोरोना के बाद बढ़ी बीयर की मांग-
जिला आबकारी अधिकारी आलोक सिंह के अनुसार कोरोना के बाद बीयर की मांग में इजाफा हुआ है। शहर से लेकर देहात क्षेत्र तक बीयर पीने वाले शौकीन बढ़े है। बीयर पीने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। गर्मी में इसकी मांग अधिक हो जाती है। जिस कारण बीयर ठेकों पर गर्मी के शुरू होने से पहले ही स्टॉक जमा कर लिया जाता है।

देसी शराब की गुणवत्ता पर उठे सवाल-
देसी शराब की गुणवत्ता पर बीच-बीच में सवाल खड़े होते रहे हैं। शराब के शौकीनों आरोप लगाते रहे हैं कि देसी शराब की कुछ दुकानों के मुनीम नकली रैपर व बोतल रखते हैं। इनमें आधी शराब व आधा पानी मिलाकर बेच डालते हैं। ग्राहकों की शिकायत पर कोई कार्रवाई दुकानदारों पर नहीं होती है।