car mileage : कितने नंबर पर रखना चाहिए कार का एसी, आपकी इस गलती के कारण आधा हो जाता है माइलेज
HR Breaking News : (car mileage tips) गर्मियों का मौसम जोरों पर है, ऐसे में कार का एयर कण्डीशनर (car air conditioner) चलाए बगैर कार ड्राइव कर पाना तकरीबन नामुमकिन है। हालांकि इसमें काफी फ्यूल खर्च हो जाता है। अगर आप एयर कंडीशनर चलाते हुए कार का माइलेज भी बढ़ाए रखना चाहते हैं तो आज हम आपको एयर कंडीशनर की सही स्पीड के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके काफी पैसे बचाने में मददगार साबित हो सकती है।
कार का एयर कंडीशनर (car air conditioner) अगर 1 या 2 नंबर (Low या Medium Fan Speed) पर चलाया जाए तो इससे सबसे बेहतर माइलेज मिलता है। इतना ही नहीं इस स्पीड पर कार का एयर कंडीशनर चलाने पर केबिन अच्छी तरह से ठंडा हो जाता है।
ज्यादा Fan Speed (3-4) पर blower ज्यादा पावर का इस्तेमाल करता है, जिससे इंजन पर लोड बढ़ता है और माइलेज अपने आप ही कम होने लगता है।
Temperature Setting (अगर आपकी कार में Climate Control है):
अगर आप अपनी कार में 24°C से 26°C के बीच टेम्प्रेचर रखते हैं तो ये सबसे अच्छा माना जाता है। अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे AC पर लोड नहीं पड़ता है और कार अच्छा माइलेज भी देती है।
AC चलाने के कुछ स्मार्ट टिप्स माइलेज बढ़ाने के लिए:
शुरुआत में खिड़कियां खोलें:
अगर आपने काफी देर से अपनी कार धूप में पार्क की हुई है, तो AC चालू शुरू करने से पहले आपको 1-2 मिनट के लिए खिड़कियां खोलनी चाहिए जिससे गर्म हवा बाहर की तरफ निकल जाए।
Recirculation Mode करें इस्तेमाल:
या मोड बेहद ही दमदार होता है और इसका इस्तेमाल करके आप कार की गर्म हवा को अंदर आने से रोक सकते हैं और AC को ज्यादा काम नहीं करना पड़ता।
AC को Auto Mode पर चलाएं (अगर उपलब्ध हो):
अगर आपकी कार के एयर कंडीशनर में ऑटो मोड है तो ये खुद ही टेम्प्रेचर और fan speed को कंट्रोल करता है, जिससे कार का इंजन बैलेंस में रहता है।
जरूरत पर AC चलाएं:
अगर आपको लग रहा है कि सिर्फ blower चलाने से आपका काम हो सकता है तो आप एयर कंडीशनर चलाने से बच सकते हैं। इससे आप काफी फ्यूल बचा सकते हैं।
AC की रेगुलर सर्विस कराएं:
अगर आप रेगुलर बेसिस पर एयर कंडीशनर की सर्विसिंग (air conditioner servicing) करवाते हैं और चेकअप करवाते हैं तो यकीन मानिए इससे एयर कंडीशनर (air conditioner tips) बेहतरीन तरीके से काम करता है। इतना ही नहीं इसपर जोर नहीं पड़ता है जिससे ज्यादा फ्यूल कंजम्प्शन भी नहीं होता है।
