Car Tyre Pressure: 90 प्रतिशत लोगों को नहीं पता कार के टायर में कितनी होनी चाहिए हवा, सर्दी और गर्मी का गणित भी है अलग
Car Tyre Pressure monitor : आजकल लगभग हर किसी के पास खुद की कार है। खुद के साधन से कहीं आने जाने में होने वाली परेशानिशें से छुटकारा मिल जाता है। लेकिन कार चालक होने के बावजूद भी अधिकतर लोगों को ये नही पता होता है कि कार के टायर में कितनी हवा भरवा के रखनी चाहिए। जैसे मौसम के हिसाब से हमारी जरूरते बदलती है वैसे भी कार के टायर की देख रेख भी करनी चाहिए। गर्मी और सर्दी के हिसाब से कार के टायर में कितनी हवा होनी चाहिए इसकी जानकारी होना आपको बेहद जरूरी है।
HR Breaking News, Digital Desk : अगर आप एक कार चालक है तो क्या आपको पता है कि कार के टायरों में हवा का प्रेशर कितना होना चाहिए? सब लोग कुछ दिनों बाद चेक कराते और हवा भरवाते रहते हैं। प्रेशर कम दिखता है तुरंत पूरा करवा लिया जाता है। यह बात दूसरी है कि न तो हमें ही और न ही भरने वाले को इस बात की जानकारी होती है कि कार के टायर में कितना प्रेशर मेनटेन (Car Tyre Pressure) करना है। आपको लग सकता है कि हवा भरने वाले का दिन-रात यही काम है, इसलिए वह सब जानता है।
लेकिन आपको बता दें कि सच तो ये है कि यदि आप ऐसा सोचते हैं तो आप भ्रम में हैं। दरअसल, पेट्रोल पंप (petrol pump air pressure machine) के किनारे खड़े प्रेशर चेक करने वाले इंसान को इसकी गहरी साइंस के बारे में कुछ भी पता नहीं है। जी हां, यह एक साइंस है और साइंस के साथ पंगा नहीं लेना चाहिए। गड़गड़ होने पर नुकसान उठाना पड़ सकता है। लौटते हैं मूल सवाल पर कि कार के टायर में कितना प्रेशर होना चाहिए?
अब आपको ये बात जानकार हैरानी होगी कि साल के अलग-अलग सीजन (सर्दी, गर्मी और भयंकर गर्मी) में हवा का प्रेशर (air pressure in car tyres) भी अलग-अलग होना चाहिए। कार के टायर का प्रेशर किस मौसम में कितना होना चाहिए ये भी एक जरूरी फैक्टर है। यहीं पर लगानी पड़ती है साइंस। आइये आज हम आपको बताते हैं कि गर्मी और सर्दी का कार के टायर पर क्या असर पड़ता है और कितना टायर प्रेशर होना चाहिए।
गर्मी के सीजन में बढ़ जाता है टायर में प्रेशर
ये तो आपने सुना ही होगा कि गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा टायरों के फटने के चलते हादसों (burst tyres incidents in India) की खबरें बढ़ने लगती हैं। इसका कारण होता है कि गर्मी में हवा फैलने लगती है और इसी के चलते टायर फट जाते हैं। गर्मी के मौसम में टायर का प्रेशर कम रखना चाहिए। कार के टायरों के प्रेशर की बात की जाए तो इसमें 30 पाउंड से ज्यादा हवा नहीं रखनी चाहिए।
इसका कारण है कि 30 पाउंड हवा गर्म होने के बाद 6 से 7 पाउंड तक बढ़ जाती (air pressure in tyre) है। कई बार ये हवा 10 से 15 पाउंड तक भी बढ़ जाती है। ऐसा तब होता है जब आप गाड़ी को हाईवे या एक्सप्रेसवे पर लंबे समय तक गाड़ी को चलाते हैं। ऐसे में पहले से भरी हुई ज्यादा हवा खतरनाक हो सकती है।
सर्दी के मौसम में रखें कुछ ज्यादा
बता दें कि सर्दी के मौसम में टायरों का देखभाल (tyre care tips in hindi) उतना नहीं रखना होता है जितना गर्मियों के दौरान रखना होता है। हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि सर्दियों में हवा की डेंसिटी कम हो जाती है। ऐसे में कार के टायरों में हवा 33 से 35 पाउंड के बीच रखनी चाहिए। हालांकि सर्दी के मौसम में टायरों के फटने की समस्या कम होती है।
सही प्रेशर कितना
गर्मी के मौसम मेंः कार- 28 से 30 पाउंड
बाइक- 23 से 28 पाउंड
सर्दी के मौसम में: कार- 32 से 35 पाउंड
बाइक- 30 से 32 पाउंड
