home page

Delhi-Mumbai Expressway : इस Expressway पर तेज़ स्पीड में गाडी चलाना पड़ सकता है महंगा , इस आधुनिक तरीके से बिना पता चले कट जायेगा चालान

इस Expressway पर गाडी चलाते हुए आपको सावधानी बरतनी पड़ेगी क्योंकि यहां पर तेज़ रफ़्तार में गाडी चलाने पर आपका बिना आपको पता चले चालान काट जायेगा और आपके घर पहुंच जायेगा।  आइये विस्तार से जानते हैं पूरी खबर  

 | 
expressway

HR Breaking News, New Delhi : अगर आप दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर सफर कर रहे हैं तो आपको दिल्ली और जयपुर के बीच यात्रा के समय में दो घंटे और दिल्ली-मुंबई के बीच 12 घंटे तक के समय में बचत कर सकते है. इस एक्सप्रेसवे पर अनुमत सबसे अधिक स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे में कई सुरक्षा और सुरक्षा विशेषताएं होंगी. ओवर-स्पीडिंग पर एक्सप्रेस-वे का प्रशासन बेहद सख्त होगा. दिल्ली-जयपुर खंड पर स्पीड सीमा का उल्लंघन करने वालों को लगभग तुरंत दंडित किया जाएगा. उल्लंघन करने वालों को जल्द ही एक एसएमएस मिलेगा जिसमें स्पीड सीमा का पालन नहीं करने पर लगने वाले जुर्माने के बारे में बताया जाएगा.
अधिकारियों ने हर किलोमीटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. ये कैमरे दोनों तरफ 500 मीटर के दायरे में कड़ी नजर रखेंगे. इसका मतलब है कि पूरा एक्सप्रेसवे सीसीटीवी की निगरानी में रहेगा. निर्धारित गति से अधिक तेज चलने वालों को उनके मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिए तत्काल अलर्ट मिल जाएगा. कैमरे FasTag के माध्यम से कार के फोन नंबरों को पढ़ेंगे और मालिक को तेज गति के बारे में सचेत करते हुए एक संदेश भेजेंगे.

वाहनों का पता लगाने में मदद करेगा ऐप

कम्युनिकेशन गैप को रोकने के लिए कंट्रोल रूम और पेट्रोलिंग टीम के बीच बातचीत के लिए मोबाइल एप्लीकेशन बनाया गया है. यह एप्लिकेशन एक्सप्रेसवे पर वाहनों का पता लगाने में मदद करेगा. सीसीटीवी कैमरे 360 डिग्री पर 500 मीटर की दूरी तय करेंगे. नंबर प्लेट को 240 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पढ़ने के लिए हर 2 किलोमीटर पर हाई स्पीड कैमरे लगाए जा रहे हैं.

डिवाइस खराब होने पर मिलेगा अलर्ट

बता दें कि कंट्रोल रूम को 76 किलोमीटर के दायरे में सभी कैमरा और डिवाइस खराब होने पर अलर्ट मिलेगा. यह डेटा और स्वास्थ्य निगरानी भी प्राप्त करेगा. हर चार-पांच किलोमीटर पर कॉल बॉक्स लगाए जाएंगे. ये सौर ऊर्जा से संचालित होंगे. यात्री एक बटन के प्रेस के साथ फोन का उपयोग करने में सक्षम होंगे. एक सेंट्रल कमांड और कंट्रोल रूम भी तैयार किया जा रहा है जो चौबीसों घंटे काम करेगा. एक्सप्रेसवे पर सभी कंट्रोल रूम सेंट्रल कंट्रोल रूम से जुड़े रहेंगे.

News Hub