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Electricity Bill : अब दिन रात AC चलाने पर भी कम आएगा बिजली बिल, बस करें ये 6 काम

Electricity Bill Saving Tips : इन दिनों गर्मी इतनी बढ़ गई है कि दिन रात AC चलाने की नौबत आ गई है। एसी के ज्यादा इस्तेमाल से लोगों के मन में सिर्फ बढ़ते बिजली बिल की टेंशन आती है। लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स के बारे में बताने जा रहे है जिससे कि आपका बिजली बिल बेहद कम आने वाला है। आइए नीचे खबर में जान लें विस्तार से...

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HR Breaking News, Digital Desk : मई का महीना अब कल से शुरू होने वाला है इसी के साथ ही गर्मी भी कहर बरसाने वाली है।  जैसे-जैसे गर्मी और तापमान बढ़ता जा रहा है तो एयर कंडीशनर (AC) की जरूरत ज्यादा बढ़ती जा रही है। मगर एसी के ज्यादा इस्तेमाल से लोगों के मन में सिर्फ बढ़ते बिजली के बिल की टेंशन आती है। मगर क्या ऐसा कोई तरीका है कि गर्मी में एसी से राहत भी मिल जाए और ज्यादा बिजली का बिल भी न (Electricity Bill Saving Tips) आए? जी हां, हम आपको एसी के सही इस्तेमाल के कुछ तरीके बता रहे हैं जो कि आपके बहुत काम आएंगे।


ये हैं कुछ टिप्स जो आपको एसी इस्तेमाल के दौरान दिमाग में रखनी चाहिए:


AC को सही डिफॉल्ट तापमान पर सेट करें


एक रिसर्च से पता चलता है कि हर डिग्री तापमान बढ़ने पर करीब 6 प्रतिशत बिजली की बचत होती है। आप अपने AC के तापमान को जितना जितना नीचे रखेंगे तो उसका कंप्रेसर उतनी ही देर तक ही काम करेगा, जिसके कारण आपके बिजली का बिल (electricity bill of AC) बढ़ जाएगा। इसलिए यदि आप एसी को उसको डिफॉल्ट तापमान पर चालू रखने का चयन करते हैं तो आप 24 प्रतिशत तक बिजली बचा सकते हैं। आप चाहें तो अभी भी अपनी पसंद के अनुसार तापमान कम रख सकते हैं।


AC को 18 डिग्री सेल्सियस की जगह 24 डिग्री सेल्सियस पर रखें


यदि आप दिल्ली, मुम्बई, बैंगलोर और चेन्नई जैसे शहरों में रहते हैं, जहां हर दिन तापमान 34℃ से 38℃ के बीच में रहता हैं। तो अपने एसी को 10 डिग्री कम पर सेट (AC temperature set) करना पहले से ही एक बड़ी राहत है। साथ ही, हमारे शरीर का तापमान औसतन 36 से 37 डिग्री के बीच होता है। इसलिए इससे नीचे का कोई भी कमरा हमारे लिए सामान्य रूप से ठंडा ही होता है। अब हमें पता है कि एसी पर जितनी भी डिग्री कम करने पर 6 फीसद ज्यादा बिजली की खपत होगी। ऐसे में आपको अपनी आदत को 18 डिग्री से घटाकर 23-24 डिग्री पर लाना है। आपको पता चलेगा कि इस तापमान पर भी आपको सही कूलिंग मिल रही है।


कमरे को अच्छी तरह बंद करें और बिजली से चलने वाले उपकरणों का इस्तेमाल करने से बचें


जब हम बात करते है एयर-कंडीशनर (air conditioner) की तो दरवाजा बंद ना करना बिना दिमाग जैसा लगता है। लेकिन यह भी सुनिश्चित करना जरूरी है कि आपकी सभी खिड़कियां कसकर बंद हैं, और ठंडी हवा कमरे से बाहर नहीं निकल रही हो। पर्दे खींचो, ताकि सूरज की गर्मी आपके कमरे में ना आ सके, सूरज की किरणों से एसी पर लोड बढ़ जाता है। 


AC का इस्तेमाल करते समय बिजली से चलने वाले उपकरण जैसे टीवी, फ्रिज, कंप्यूटर का प्रयोग करने से बचे क्योंकि ये उपकरण बहुत अधिक गर्मी उत्पन्न करते हैं। एसी चालू करने से पह इनको बंद करें, कमरा ठंडा होने के बाद आप इनको फिर से चालू कर सकते हैं। जब आप एसी का इस्तेमाल कर रहे हों तो ध्यान रखें कि कोई फर्नीचर एसी की हवा को ब्लॉक न कर रहा हो।


बिजली बचाने के लिए स्विच ऑन और स्विच ऑफ करें


क्या आपके साथ  कभी ऐसा हुआ है कि  कांपते हुए उठें हैं और एसी बंद करना पड़ा है? ऐसा शायद इसलिए है, क्योंकि कमरे को बेहद ठंडा रखने के लिए आपका एयर एसी रातभर चालू रहा। एनर्जी बचाने और आराम से रहने का एक तरीका यह है कि इसे रात में बंद कर दिया जाए। खासकर अगर आप इसे दिन भर चला रहे हैं तो रात में आपको इसकी इतनी जरूरत नहीं पड़ेगी। अगर आप एसी वाले कमरे में लंबा समय बिता रहे हैं, तो आपको इस ट्रिक को इस्तेमाल करना चाहिए। एसी को कुछ घंटों के लिए चालू रखें और फिर एक या दो घंटे के लिए बंद (AC Off after use) कर दें। बहुत सारी बिजली की बचत करते हुए कमरा ठीक प्रकार से ठंडा रहेगा।


AC  के साथ पंखे के इस्तेमाल से होती है बिजली की बचत


जब एसी चल रहा हो तो सीलिंग फैन को ऑन (ceiling fan on in ac room) रखना चाहिए। साथ में सीलिंग फैन कमरे को हवादार रखते हैं और सभी कोनों में ठंडी हवा पहुंचाते हैं। जिसके कारण आपको एसी का तापमान कम करते रहना नहीं पड़ेगा। कम बिजली का प्रयोग (use of electricity) करके ज्यादा कूलिंग पाए। एसी चालू करने से पहले अपने कमरे का पंखा चालू करें जिससे कमरे में गर्मी कर्म वाली गरम हवा बाहर निकल जाए, जिसके बाद आप अपने एसी को स्टार्ट कर सकते हैं।


एसी की सर्विस और सफाई से होगी बिजली की बचत


एसी के डक्ट्स और वेंट में जमा होने वाली गंदगी (Dirt accumulating in AC ducts and vents) की वजह से एसी को ठंडी हवा कमरे में पहुंचाने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। गंदा फिल्टर निकालकर नया फिल्टर लगाने से एसी की एनर्जी की खपत 5 से 15 प्रतिशत तक कम हो जाती है। इसके अलावा एसी खराब होने और रिपेयर होने से बचा रहता है।