Royal Enfield में कंपनी क्यों नहीं देती अलॉय व्हील्स, जानिये इसके पीछे का कारण

HR BREAKING NEWS(ब्यूरो)। कई बार रॉयल एनफील्ड लवर्स (Royal Enfield Lovers) उसे और ज्यादा क्लासिक लुक देने के लिए उसमें अलॉय व्हील्स लगवा लेते हैं. ऐसे लोगों को इससे भारी नुकसान का सामना करना पड़ जाता है. अब आपके मन में आ रहा होगा कि अलॉय व्हील्स तो इतने अच्छे होते हैं तो उन्हें रॉयल एनफील्ड में लगवाने से क्या ही नुकसान होगा. लेकिन इस बाइक में अलॉय व्हील्स नहीं मिलने के पीछे कई कारण हैं. यहां हम आपको बताएंगे कि आखिर क्यों इसमें अलॉय व्हील्स के बजाय दूसरे व्हील्स दिए जाते हैं.
रॉयल एनफील्ड में अलॉय व्हील्स लगवाने के नुकसान
वैसे किसी भी फैक्ट्री फिटेड सिस्टम के साथ छेड़छाड़ करने पर उसका नुकसान भी उठाना पड़ता है. दरअसल डिव्हीकल में किसी भी तरह का मॉफिकेशन (Any kind of modification to the vehicle) कराने से उसकी परफॉर्मेंस पर असर पड़ता है. स्पोक व्हील्स बाइक की वाइबरेशन को कंट्रोल करते हैं और अलॉय व्हील्स के इस्तेमाल से बाइक में वाइबरेशन बढ़ सकता है.
बेयरिंग पर असर: अलॉय व्हील से रॉयल एनफील्ड के बेयरिंग पर असर पड़ता है इससे बेयरिंग की लाइफ पर असर पड़ता है और वो जल्दी खराब हो सकते हैं.
परफॉर्मेंस: बाइक की परफॉर्मेंस पर असर पड़ता है अलॉय व्हील्स के इस्तेमाल से बाइक वजन बढ़ जाता है. इससे बाइक के माइलेज पर भी असर देखने को मिलता है.
रॉयल एनफील्ड व्हील्स
स्पोर्टबाइक जो एनफील्ड से भारी होती हैं, उनमें फोर्ज्ड अलॉय व्हील का इस्तेमाल किया जाता है, जबकि आप जो भी स्ट्रीट बाइक देखते हैं उनमें कास्ट अलॉय व्हील का इस्तेमाल किया जाता है. यदि आप किसी एनफील्ड में अलॉय व्हील लगाते हैं, तो उसके टूटने का खतरा ज्यादा होता है.
एक फोर्ज्ड अलॉय व्हील, कास्ट अलॉय व्हील की तुलना में ज्यादा मजबूत होता है, लेकिन एक फोर्ज अलॉय व्हील की कीमत कम से कम 40,000 रुपये होती है. इसीलिए रॉयल एनफील्ड ट्यूबलेस टायर का इस्तेमाल नहीं करती है.
ध्यान दें रॉयल एनफील्ड अपने थंडरबर्ड के कई मॉडल्स में अलॉय व्हील का इस्तेमाल करता है लेकिन ऊपर बताई गई सभी बातें रॉयल एनफील्ड क्लॉसिक 350 के लिए हैं. थंडरबर्ड और क्लासिक के इंजन, मैकेनिज्म और ट्यूनिंग में काफी डिफरेंस होता है.