New Railway Line : 2 राज्यों के बीच बिछाई जाएगी 297 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन, 5,451 करोड़ की आएगी लागत
HR Breaking News : (Indian Railway) रेलवे यात्रियों के सफर को आसान बनाने के लिए रेलवे मंत्रालय द्वारा काफी बड़े-बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। हाल ही में रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) द्वारा देश के सबसे बिजी रेल गलियारों में से एक इटारसी से नागपुर के बीच 4th रेल लाइन के निर्माण (construction of railway line) को मंजूरी दे दी है। बताया जा रहा है कि है नई रेलवे लाइन 297 किलोमीटर लंबी होगी तथा इस पर अनुमानित लागत लगभग 5451 करोड़ की आएगी।
यह रेल मार्ग दिल्ली चेन्नई हाई डेंसिटी (Delhi Chennai High Density) नेटवर्क का हिस्सा होगा और नागपुर में मुंबई-हावड़ा हाई डेंसिटी नेटवर्क से भी जुड़ेगा। रेलवे के इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य रेलवे की क्षमता बढ़ाना, यात्री और मालगाड़ियों की बगैा किसी बाधा के आवाजाही सुनिश्चित करना तथा देश की लॉजिस्टिक संरचना को और मजबूत बनाना है।
इन इलाकों को होगा फायदा
इस नई रेलवे लाइन (new railway line) से मुख्य रूप से 2 राज्यों को सीधा फायदा मिलेगा। इनमें महाराष्ट्र का नागपुर जिला, मध्य प्रदेश का नर्मदापुरम (होशंगाबाद), बैतूल और पांढुरना शामिल है। उल्लेखनीय है कि ये सभी इलाके औद्योगिक और कृषि दोनों दृष्टि से महत्त्वपूर्ण हैं। रेल लाइन का विस्तार इन क्षेत्रों के आर्थिक विकास को रफ्तार देगा।
चौथी रेल लाइन एक मजबूत और टिकाऊ आधार
इटारसी-नागपुर चौथी रेल लाइन परियोजना (fourth rail line project) न केवल रेलवे की वर्तमान चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करती है बल्कि भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर एक मजबूत और टिकाऊ आधार भी तैयार करती है। इससे यात्री सुविधा, औद्योगिक विकास, धार्मिक पर्यटन और आर्थिक समृद्धि को एक साथ बढ़ावा मिलेगा।
इन नई रेलवे लाइन की मुख्य विशेषताएं
-कुल 297 किमी की दूरी और 339 किमी ट्रैक लंबाई।
-37 स्टेशन, 36 बड़े और 415 छोटे पुल, 2 रोड ओवरब्रिज (आरओबी), 74 रोड अंडरब्रिज (आरयूबी), 4 सुरंगें और 2 रेल ओवरब्रिज।
-इस मार्ग से हर साल 1 करोड़ टन अतिरिक्त माल ढुलाई की सुविधा मिलेगी।
-इसके माध्यम से लगभग 1,206 करोड़ रुपए की लॉजिस्टिक लागत की बचत होगी।
