UP में बनेंगे लाइट मेट्रो के 39 स्टेशन, 4 गुणा मुआवजा देकर किया जाएगा भूमि अधिग्रहण
HR Breaking News : (UP Light Metro) उत्तर प्रदेश के विकास की रफ्तार को तेज करने के लिए सरकार द्वारा नए-नए कदम उठाए जा रहे हैं। खासकर यातायात सुविधा के सुगम बन जाने से प्रदेशवासियों को बड़ा फायदा हो रहा है। स्मार्ट सिटी प्रयागराज में भी लाइट मेट्रो (Light Metro In UP) को साकार रूप देने की कवायद तेज हो गई है। स्टेशन बनाने के स्थान को पहले से ही निर्धारित किया गया है।
नए स्टेशन और ट्रैक बनाने के लिए जल्द ही जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। जमीन अधिग्रहण के लिए मेट्रो काउंसिल का गठन किया जाएगा। काउंसिल भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करेगी।
गठित होने वाली मेट्रो काउंसिल में 30 सदस्य होंगे। इसमें प्रमुख सचिव नगर विकास और राज्य निर्वाचन आयुक्त सहित 10 संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल होंगे। इसके अलावा 20 लोगाें को काउंसिल का सदस्य बनाया जाएगा।
इतने किलोमीटर में होगा लाइट मेट्रो का संचालन
प्रयागराज में लाइट मेट्रो के संचालन (operation of light metro) को लेकर बीते गुरुवार को लखनऊ में बैठक हुई। जिसमें सीएम ग्रिड योजना (CM Grid Scheme) के तहत बनने वाले सड़कों पर मंथन किया गया। शहर में 44 किलोमीटर की दूरी में लाइट मेट्रो का संचालन दो रूट पर किया जाएगा।
लाइट मेट्रो में बनाए जाएंगे 39 स्टेशन
लाइट मेट्रो के लिए दोनों रूटों को मिलाकर 39 स्टेशन बनाए जाएंगे। जिनमें मुख्य स्टेशन परेड मैदान में बनेगा। लाइट मेट्रो के इस संचालन (light metro) में 8747 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा।
लाइट मेट्रो का ये संचालन बमरौली से सिटी लेक झूंसी तक 23 किलोमीटर और शांतिपुरम से छिवकी 21 किलोमीटर तक किया जाएगा। लगभग 100 गांव के काश्तकारों से भूमि का अधिग्रहण (acquisition of land) किया जाएगा। काश्तकारों को सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा दिया जाएगा।
इन क्षेत्रों में होगा जमीन का अधिग्रहण
बताया जा रहा है कि ट्रैक और स्टेशन बनाने की जद में जो मकान आएंगे उसकी कीमत का दो गुना मुआवजा दिया जाएगा। नगर आयुक्त ने बताया कि बमरौली, झूंसी, फाफामऊ और नैनी क्षेत्र में ट्रैक और स्टेशन बनाने के लिए भूमि का अधिग्रहण होगा। लाइट मेट्रो का संचालन (operation of light metro) दो फेज में कराया जाएगा।
पहले फेज में बमरौली से झूंसी तक 20 स्टेशन
पहले फेज में बमरौली से झूंसी सिटी लेक तक 20 स्टेशन बनाए जाएंगे। वहीं शांतिपुरम से छिवकी तक 19 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा। एक स्टेशन पर एक से दो मिनट तक लाइट मेट्रो का स्टापेज होगा।
बमरौली से सिटी लेक झूंसी रूट - 23 किमी
बमरौली,शमीम मार्केट, ट्रांसपोर्टनगर, गयासुद्दीनपुर, मीरापट्टी, धूमनगंज, वसुंधरा विहार कालोनी,सूबेदारगंज, एल रोड, प्रयागराज जंक्शन, सिविल लाइंस, मेडिकल कालेज चौराहा, मधवापुर, संगम, आजाद नगर, झूंसी, त्रिवेणीपुरम, सिटी लेक फारेस्ट स्टेशन होंगे।
शांतिपुरम से छिवकी रूट- 21 किमी
शांतिपुरम, गंगानगर, फाफामऊ, प्रीतमनगर, एमएनएनआईटी, तेलियरगंज, मजार चौराहा,इवि,यूनिवर्सिटी रोड, कर्नलगंज, प्रीतमगंज, परेड मैदान, मिंटो पार्क, महेवा पट्टी, अंबेडकर नगर, अरैल, नैनी बाजार रोड, नैनी, छिवकी स्टेशन होंगे।
लाइट मेट्रो क्या है?
मेट्रो में सफर तो आपने किया ही होगा लेकिन क्या आप जानते है कि लाइट मेट्रो क्या है? लाइट मेट्रो में तीन कोच होते हैं। तीनों डिब्बों 200 से 300 यात्री एक साथ बैठ कर यात्रा कर सकते हैं। लाइट मेट्रो का ट्रैक (light metro track) सड़क के समानांतर जमीन पर ही होता है। जहां पर सड़क और फुटपाथ की चौड़ाई कम होती है उस स्थान के लिए लाइट मेट्रो का संचालन (operation of light metro) बेहतर होता है। लाइट मेट्रो का स्टेशन (light metro station) बस स्टेशन की तरह होता है। लाइट मेट्रो के स्टेशन का दायरा छोटा होता है।
