7th Pay Commission leave rules : केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी, अब मिलेगी इतने दिन की स्पेशल छुट्टी
7th Pay Commission leave rules : केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक नई खुशखबरी आई है। अब वे कुछ शर्तों के तहत अंगदान करने के बाद इतने दिन की स्पेशल छुट्टी ले सकते हैं। यह छुट्टी अंगदान करने वाले केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों को दी जाएगी, जिससे वे अपनी सेहत और रिकवरी पर ध्यान दें सकें-

HR Breaking News, Digital Desk- केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक नई खुशखबरी आई है। अब वे कुछ शर्तों के तहत अंगदान करने के बाद 42 दिन की स्पेशल छुट्टी ले सकते हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, यह निर्णय नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन (NOTTO) ने लिया है। यह छुट्टी अंगदान करने वाले केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों को दी जाएगी, जिससे वे अपनी सेहत और रिकवरी पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
NOTTO के प्रमुख डॉ. अनिल कुमार के अनुसार कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) ने आवश्यक आदेश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि ये आदेश सरकारी वेबसाइट पर अपलोड कर दिए गए हैं ताकि व्यापक प्रसार और जागरूकता सुनिश्चित की जा सके। डॉ. कुमार ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य संबंधित जानकारी को जनता तक पहुंचाना है, जिससे लोग सही जानकारी प्राप्त कर सकें और आवश्यक कदम उठा सकें।
ठीक होने में लगता है काफी समय-
किसी दाता से अंग निकालना एक बड़ी सर्जरी है। अस्पताल में भर्ती होने और अस्पताल से छुट्टी के बाद ठीक होने में काफी समय लगता है। DoPT के आदेश में कहा गया है कि सरकार ने 'विशेष कल्याणकारी उपाय' के रूप में अपने अंगदान करने का फैसला करने वाले केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों को अधिकतम 42 दिनों की विशेष आकस्मिक छुट्टी (कैजुअल लीव) देने का फैसला किया है।
क्या हैं इस छुट्टी के नियम?
42 दिन की छुट्टी का नियम दाता के अंग को निकालने के लिए सर्जरी के प्रकार पर ध्यान दिए बिना लागू होगा। डीओपीटी के आदेश में कहा गया है कि विशेष आकस्मिक अवकाश सामान्यतः अस्पताल में भर्ती होने के दिन से एक बार में लिया जाएगा। हालांकि, जरूरत पड़ने पर यह डॉक्टर की सिफारिश पर सर्जरी से अधिकतम एक सप्ताह पहले से उपलब्ध हो सकता है।
क्या-क्या किया जा सकता है दान?
- एक जीवित दाता एक किडनी दान (kidney donate) कर सकता है, क्योंकि शरीर के जरूरी काम के लिए एक किडनी भी काफी होती है।
- अग्न्याशय का एक हिस्सा दान किया जा सकता है क्योंकि अग्न्याशय का आधा हिस्सा (half of pancreas) इसके कार्यों को बनाए रखने के लिए काफी है।
- कोई भी शख्स लीवर का हिस्सा (part of the liver) भी दान कर सकता है। लीवर का जितना हिस्सा दान किया जाता है, उतना अपने आप फिर से बन जाता है।