7th Vs 8th Pay Commission : पे लेवल के हिसाब से कितनी बढ़ेगी केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी, जानिये पेंशनर्स को कितना होगा फायदा

HR Breaking News (8th pay commission Salary Hike) : केंद्र सरकार की ओर से सरकारी कर्मचारियों की बेसिक सैलरी तय करने में फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) की अहम भूमिका होती है। 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) में न्यूनतम बेसिक सैलरी 7000 रुपये से 18 हजार पर पहुंच गई थी।
इससे कर्मचारियों की सैलरी में 2.57 का फिटमेंट फैक्टर लगा था। वहीं, 8वें वेतन आयोग में भी 186 प्रतिशत तक के हाईक की खबरें सामने आ रही हैं।
1 करोड़ 15 लाख परिवारों के लिए अहम फैसला
सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के एक करोड़ 15 लाख परिवारों के लिए 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को मंजूरी देना एक अहम फैसला रहा है। इसमें सैलरी संसोधन के अलग अलग आंकड़े सामने आ रहे हैं। कर्मचारियों की सैलरी में 92 प्रतिशत से 186 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी होने की संभावना है।
वहीं, 7वें वेतन आयोग के मुकाबले कर्मचारियों की सैलरी में ज्यादा इजाफे की उमम्मीद है। सरकारी कर्मचारियों (Central government employees) की सैलरी, पेंशनर्स की सैलरी का स्ट्रक्चर बदल सकता है।
कब लागू होगा 8वां वेतन आयोग
8वां वेतन आयोग (7th Vs 8th Pay Commission) 1 जनवरी 2026 से प्रभावी होने की संभावना है। वहीं, यह लागू अप्रैल 2026 में नए वित्त वर्ष में हो सकता है। हालांकि इसकी घोषणा पहले भी की जा सकती है। लेकिन, 7वां वेतन आयोग (7th CPC) 1 जनवरी 2016 से लागू किया गया था।
आम तौर पर हर दस साल में नया वेतन आयोग लागू किया जाता है। इसी हिसाब से 8वां वेतन आयोग (8th Pay Commission) जनवरी 2026 से लागू होगा। घोषणा पहले या बाद में हो सकती है।
7वें और 8वें वेतन आयोग में बदलेगा फिटमेंट फैक्टर
सरकारी कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन में सबसे जरूरी भाग बेसिक सैलरी और पेंशन होता है। इसी पर बाकी भत्ते और लाभ आधारित होते हैं। बेसिक सैलरी को संसोधित करने के लिए फिटमेंट फैक्टर का प्रयोग किया जाता है। फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) एक गुणांक होता है।
7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) में यह 2.57 था। इसी अंक से 6वें वेतन आयोग (7th Vs 8th Pay Commission) की बेसिक सैलरी गुणा हुई थी, उदाहरण के लिए 6वें वेतन आयोग में न्यूनतम बेसिक सैलरी 7 हजार रुपये थी, जो बढ़कर 18,000 रुपये हो गई है।
यह है सैलरी बढ़ौतरी का फॉर्मुला
सैलरी बढ़ौतरी (salar hike) के लिए फिटमेंट फैक्टर का प्रयोग किया जाता है, आयोग महंगाई सहित तमाम जरूरतों की समीक्षा करके फिटमेंट फैक्टर लागू करता है। नई बेसिक सैलरी तय करने के लिए मौजूदा बेसिक सैलरी को फिटमेंट फैक्टर से गुणा किया जाता है।
8वें वेतन आयोग में तीन फिटमेंट फैक्टर
अगल-अलग एक्सपर्ट्स के हिसाब से 8वें वेतन आयोग (7th Vs 8th Pay Commission) में फिटमेंट फैक्टर को लेकर तीन अलग-अलग अनुमान है। पहला 1.92, दूसरा 2.08 और तीसरा 2.86 है। सरकारी कर्मचारियों की नई सैलरी इसी के आधार पर निर्धारित होने की संभावना है। अगर फिटमेंट फैक्टर 2.86 रहा तो न्यूनतम बेसिक सैलरी 18,000 रुपये से बढ़कर 51,480 रुपये पहुंच जाएगी।
आइए जानते हैं लेवल वाइज तीनों अनुमानित फिटमेंट फैक्टरों की सैलरी -
जॉब लेवल वर्तमान सैलरी 1.92 फिटमेंट फैक्टर 2.08 फिटमेंट फैक्टर 2.86 फिटमेंट फैक्टर
लेवल एक 18,000 34,560 37,440 51,480
लेवल 2 19,900 38,208 41,392 56,914
लेवल 3 21,700 41,664 45,136 62,062
लेवल 4 25,500 48,960 53,040 72,930
लेवल 5 29,200 56,064 60,736 83,512
लेवल 6 35,400 67,968 73,632 1,01,244
लेवल 7 44,900 86,208 93,392 1,28,414
लेवल 8 47,600 91,392 99,008 1,36,136
लेवल 9 53,100 1,01,952 1,10,448 1,51,866
लेवल 10 56,100 1,07,712 1,16,688 1,60,446
महंगाई भत्ता हो जाएगा जीरो
केंद्रीय कर्मचारियों को फिलहाल बेसिक सैलरी (Basic salary) पर 53 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिल रहा है। हर नए वेतन आयोग में महंगाई भत्ता शुरू से शुरू किया जाता है। यानी नए वेतन आयोग में महंगाई भत्ता 0 हो जाएगा। उसके बाद महंगाई के हिसाब से ये बढ़ता जाएगा।