8th Pay Commission : 1 करोड़ कर्मचारियों को झटका, 2.86 के फिटमेंट फैक्टर का फॉर्मूला भी जाएगा बेकार
8th Pay Commission :केंद्र सरकार की ओर से एक करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों के लिए जनवरी 2025 में सैलरी बढ़ोतरी का रास्ता साफ कर दिया गया था। यह रास्ता सरकार ने 8वें वेतन आयोग के गठन की मंजूरी को देकर दिया था। इसके बाद कर्मचारियों के बीच चर्चा तेज हो गई कि उनकी सैलरी में कितनी बढ़ोतरी होगी। 1 करोड़ कर्मचारी और पेंशनर सोच रहे हैं कि उनकी सैलरी में 2.86 का फिटमेंट फैक्टर लगेगा परंतु यह फिटमेंट फैक्टर भी बेकार जाता दिख रहा है। इसको लेकर आंकड़े भी सामने आए हैं।

HR Breaking News (8th Pay Commission) केंद्र सरकार की ओर से कर्मचारियों की सैलरी को संशोधित करने के लिए हर 10 साल में एक नए वेतन आयोग का गठन किया जाता है। अब तक देश में सात वेतन आयोग गठित हो चुके हैं।
इसमें पहले वेतन आयोग में 1946 में कर्मचारियों की सैलरी को तय किया गया था। इसके बाद के वेतन आयोग समय की मांग के हिसाब से कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी करने का काम करते हैं। परंतु हर बार कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी का प्रतिशत अलग-अलग रहा है।
अब 8वां वेतन आयोग करेगा काम
केंद्र सरकार की ओर से 8वें वेतन आयोग को मंजूरी जनवरी 2025 में दे दी गई थी। कर्मचारियों के लिए नए वेतन आयोग पर मंजूरी दिए जाने के फैसले के बाद से ही कर्मचारियों की सैलरी को लेकर चर्चाएं तेज हैं। कर्मचारी लगातार फिटमेंट फैक्टर पर मांग कर रहे हैं, परंतु सिर्फ फिटमेंट फैक्टर ज्यादा होने से सैलरी नहीं बढ़ती है।
कब होगा नए वेतन आयोग का गठन
केंद्र सरकार की ओर से नए वेतन आयोग के गठन की प्रक्रिया धीमी चलती दिखाई दे रही है। कर्मचारियों की ओर से जनवरी से ही वेतन आयोग के गठन का इंतजार है। अप्रैल में संकेत मिल रहे थे कि नया वेतन आयोग गठित होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब मई भी बीत गया है।
कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ौतरी के लिए नया वेतन आयोग बहुत जरूरी है। अब जून में नए वेतन आयोग (8th Pay Commission) के लिए एक अध्यक्ष और दो सदस्यों की नियुक्ति की जा सकती है।
कितना हो सकता है फिटमेंट फैक्टर
8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) की मंजूरी के बाद से ही कर्मचारियों की सैलरी को लेकर कई सारे कयास लगाए जा रहे हैं। कर्मचारियों की सैलरी और फिटमेंट फैक्टर से जुड़े कई आंकड़े सामने आ रहे हैं। कर्मचारियों को इस बार 2.86 का फिटमेंट फैक्टर मिल सकता है।
कितनी होगी इस फिटमेंट फैक्टर से सैलरी
सरकार की ओर से कर्मचारियों को 2.86 का फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor 8th CPC) दिया जाएगा तो न्यूनतम सैलरी 51,480 रुपये और पेंशन 25,740 रुपये तक बढ़ सकती है। परंतु इसमें कई पेंच हैं। सिर्फ फिटमेंट फैक्टर ज्यादा होने से सैलरी नहीं बढ़ती। इसके बारे में डिटेल से कैलकुलेशन सामने आई है।
क्या होता है फिटमेंट फैक्टर
फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) सैलरी के लिए एक गुणांक होता है। इससे पता लगता है कि कर्मचारियों की सैलरी में कितना इजाफा होगा। फिटमेंट फैक्टर बेसिक सैलरी को बढ़ाने का काम करता है। परंतु वास्तविक बढ़ोतरी के लिए महंगाई भत्ता भी बहुत मायने रखता है।
इन दोनों के आधार पर ही कर्मचारियों की सैलरी तय होती है। आयोग अपनी ओर से सैलरी तय करता है और सरकार देश के आर्थिक स्थिति के हिसाब से सैलरी को लागू करती है।
हर लेवल पर सेम नहीं होता फिटमेंट फैक्टर
हर लेवल की सैलरी पर यह फिटमेंट फैक्टर लागू नहीं होता है। अगर 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) में मांग किए जा रहे फिटमेंट फैक्टर की बात करें तो यह 2.86 का फिटमेंट फैक्टर मांगा जा रहा है। अगर सरकार मांग मान लेती है तो कर्मचारियों की सैलरी में इजाफा हो सकता है। इसके लिए फिटमेंट फैक्टर को देखना जरूरी है।
फिटमेंट फैक्टर से सैलरी बढ़े, जरूरी नहीं
सरकार ने छठे वेतन आयोग (6th Pay Commission) में करीब 1.86 फिटमेंट फैक्टर लागू किया गया था। वहीं, सैलरी ग्रॉस सैलरी में 54 प्रतिशत की बढ़ौतरी हुई थी। 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) में फिटमेंट फैक्टर 2.57 रखा गया था। परंतु सैलरी छठे वेतन आयोग जितनी नहीं बढ़ी थी। इस साल कर्मचारियों की ग्रोस सैलरी 14.2 प्रतिशत ही बढ़ी थी।
अब तक सात वेतन आयोग में असल सैलरी बढ़ौतरी देखें तो सबसे ज्यादा छठे वेतन आयोग में ही हुई थी। जबकि फिमेंट फैक्टर कम था। ऐसे में साफ है कि सिर्फ फिटमेंट फैक्टर के बढ़ने से सैलरी में बढ़ोतरी अच्छी मिले ये जरूरी नहीं है। इसके लिए महंगाई भी मायने रखती है। सरकार इस बार 2.86 फिटमेंट फैक्टर लागू करती है, तो भी यह आवश्यक नहीं है कि सैलरी बढ़ौतरी अच्छी मिल जाएगी।