home page

Bhabhi Devar : दुल्हन ने शादी वाले दिन अपने देवर के साथ बिताई रात, पति को सोना पड़ा अकेला

प्यार मोहब्बत को एक अनोखा रिश्ता होता है। ये इस कहानी में साफ देखा जा सकता है। दुल्हन शादी तो किसी और से कर रही थी। लेकिन उसे प्यार अपने पति के भाई से था। दुल्हन ने शादी वाले दिन अपने ही देवर के साथ संबंध बनाए। जानते हैं पूरी कहानी- 

 | 

HR Breaking News (ब्यूरो) : मैं हमेशा उन महिलाओं में से एक रही हूं, जिसने शादी की पहली रात पर अपने पति के साथ अंतरंग होने में ही विश्वास किया है। मैंने हमेशा न केवल खुद को अपने जीवनसाथी के लिए बचाए रखा बल्कि मैं किसी के साथ रिश्ते में भी नहीं रही। शायद ऐसा इसलिए क्योंकि अपने आप को उस व्यक्ति को सौंपने का मजा कुछ अलग ही होता है, जिसका आप लंबे समय से इंतजार करते हो। मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही था।

 

 


हालांकि, मैं उन लोगों को बिल्कुल भी गलत नहीं मानती, जो शादी से पहले अपने प्रेमी के साथ संबंध बनाना पसंद करते हैं। लेकिन मैं सेक्सुअली अट्रैक्ट केवल अपने पति के साथ ही महसूस करना चाहती थी। लेकिन मेरी यह सोच तब बदल गई, जब मुझे अपने पति से ज्यादा उनके चचेरे भाई की तरफ शारीरिक रूप से अधिक आकर्षित महसूस हुआ।

 

ये भी पढ़ें :  पैसे कमाने के चक्कर मे शादीशुदा महिला ने अपने बॉस के साथ बनाए संबंध

 

 

मेरा उसके चचेरे भाई पर दिल आ गया

 


दरअसल, घर में मेरी शादी की बात चलने लगी थी। रिश्ता पक्का भी हुआ और बात आगे बढ़ाने के लिए मेरे पति और उनका पूरा परिवार मुझसे मिलने आए। यह पहली बार था, जब मैं अपने होने वाले सुसरालवालो से मिल रही थी। इस दौरान मुझे उनके चचेरे भाई की भी एक झलक देखने को मिली, जिसमें वह सब कुछ था, जो मैं अपने लाइफ पार्टनर से चाहती थी।

वह देखने में न केवल काफी स्मार्ट था बल्कि मजबूत होने के साथ-साथ मृदुभाषी भी था। वहीं मेरे पति के साथ ऐसा नहीं है। वह बिल्कुल भी रोमांटिक नहीं है। यही एक वजह भी ही कि मैंने कभी उनकी सराहना नहीं की।

पैरेंट्स को समझाने की कोशिश की, लेकिन...


अपने पति के चचेरे भाई को देखकर मैं पूरी तरह उस पर फिदा हो गई। इस दौरान मैं ईमानदारी से चाहती थी कि मेरी शादी मेरे पति के साथ नहीं बल्कि चचेरे भाई के साथ तय हो, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि, मैंने अपने माता-पिता को बहुत बार यह बात बताने की कोशिश भी की कि मैं उससे नहीं बल्कि उसके चचेरे भाई की पत्नी बनना चाहती हूं, लेकिन उन्होंने मुझे बेतुकी बातें करने के लिए शर्मिंदा किया। शायद ऐसा इसलिए क्योंकि उसका चचेरा भाई मुझसे दो साल छोटा था।

उसका भाई मुझे चुपके-चुपके घूरता था


मेरी शादी की बात आगे बढ़ती चली गई और दोनों परिवारों में मिलना-जुलना भी शुरू हो गया था। मेरे पति के साथ उसका चचेरा भाई भी मुझे मिलने आता रहता था, जिसकी आंखों में मैं निश्चित रूप से देख सकती थी कि वह भी मेरे प्यार में है। ऐसा इसलिए क्योंकि वह मुझे चुपके-चुपके घूरता था, जिसे मैं काफी ज्यादा नोटिस कर रही थी।

हालांकि, मैंने अपनी भावनाओं को यह सोचकर धोखा दिया कि मुझे अपने पति के लिए आकर्षण है। उसके चचेरे भाई के लिए मेरे दिल में कुछ भी नहीं है। लेकिन इसके बाद भी मैं उसके बारे में सोचना बंद नहीं कर सकी। शायद ऐसा इसलिए क्योंकि मुझे अपना जीवन इस तरह से जीना था।

मेरी शादी का दिन आ गया


देखते ही देखते मेरी शादी का दिन आ गया। मेरे पति मुझसे शादी करने के लिए बहुत उत्सुक थे, लेकिन मैंने एक बार अपनी भावनाओं को लेकर उनसे संपर्क करने के बारे में सोचा। तभी मेरे माता-पिता ने मुझे चेतावनी देते हुए कहा कि मेरे पति एक गर्म दिमाग वाला व्यक्ति है।

अगर मैंने उससे उसके चचेरे भाई को लेकर कोई बात की, तो यह मामला पूरी तरह खराब हो जाएगा। मुझे भी शादी का उत्साह था, लेकिन उस आदमी के साथ नहीं बल्कि उसके भाई के साथ। हालांकि, मुझे उसका चचेरा भाई कितना भी अच्छा क्यों न लगे। मुझे यह सब पीछे छोड़ना ही था।

मैंने अपने देवर के साथ संबंध बनाए


शादी वाले दिन दुल्हन के रूप में तैयार होने के बाद मुझे कुछ पल अपने साथ अकेले बिताने थे, जिसके लिए मैंने सभी को बाहर भेज दिया था। ऐसा इसलिए भी क्योंकि मैं इस रिश्ते से खुश नहीं थी। मुझे पता था कि मेरे लिए यह सब कितना कठिन होने वाला है। तभी मेरे पति का चचेरा भाई मेरे कमरे में आ गया। वह मुझे बहुत जोश के साथ देखता रहा, तभी मैंने उसे याद दिलाया कि उसे मेरे कमरे में नहीं होना चाहिए। लेकिन इसके बाद भी हम दोनों एक-दूसरे को देखते रहे, तभी हमने किस किया। मुझे अपने मेकअप की परवाह नहीं थी, क्योंकि मैं उसके प्यार में पागल थी।

हम दोनों न केवल एक-दूसरे के साथ संबंध बनाए बल्कि उसके हाथ मेरे पूरे बदन पर घूमते रहे। मैं खुशी की वजह से मरी जा रही थी। मैंने उसकी तरफ देखा, वह हैरान लग रहा था। लेकिन इसके बाद भी उसने मुझसे बहुत प्यार किया। मुझे उसके हर पल से प्यार हो रहा था।

मुझे इसका कोई पछतावा नहीं

ये भी पढ़ें : देवर भाभी में शुरू हुई इश्क की कहानी, अंजाम जानकर कांप जाएगी रूह


हैरानी की बात यह है कि मैं खुद को बिल्कुल भी दोषी महसूस नहीं कर रही थी। ऐसा इसलिए क्योंकि मुझे पता था कि हम दोनों कभी भी इस बारे में किसी से बात नहीं करेंगे। शादी के बाद, मैं केवल अपने पति के प्रति ही समर्पित रहूंगी। मैं उन चंद पलों को कभी नहीं भूल सकती। मुझे उसके लिए भावनाएं थीं। मैं उन पलों की तुलना किसी भी चीज से नहीं कर सकती। मुझे पता था कि मैं अपने पति के साथ बहुत गलत कर रही थी, लेकिन इसके बाद भी मुझे अपने देवर के साथ संबंध बनाने में कोई पछतावा नहीं है।