कर्मचारियों के लिए खुशखबरी! इसी महीने होगा पेंशन का भुगतान, आदेश जारी
HR Breaking News : नई दिल्ली : कंपनी के पास वित्त वर्ष 20-21 के अंत में 1,868 करोड़ रुपये की तुलना में 2,409 करोड़ रुपये की नकद और बैंक शेष राशि थी।
भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। दो महीने पहले जहां कर्मचारियों को बोनस (Employees Bonus) की राशि प्रदान की थी। वहीं अब इस महीने के पहले सप्ताह में ही कई पेंशनर्स को पेंशन (Pensioners Pension) का भुगतान कर दिया गया है।
बता दें कि जून के पहले सप्ताह में ही पेंशन के भुगतान करने के साथ ही वैसे कर्मचारी जो 58 वर्ष की आयु पूरी कर रहे हैं। उनके पेंशन भुगतान के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा जिन कर्मचारियों को पीपीओ (PPO) दिया गया है, जल्दी उनके खाते में पेंशन की राशि जमा की जाएगी।
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इन कर्मचारियों को पेंशन भुतान के आदेश
EPFO कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में BHEL भोपाल के 58 वर्ष की आयु प्राप्त कर चुके कर्मचारियों को पेंशन (Retired employees Pension) भुगतान के आदेश दिए गए हैं। इस संबंध में उप प्रबंधक (मानव संसाधन) निर्मल कुमार बोवडे ने बताया कि दीपक सोनी, राकेश अहिरवार, सुरेश कुमार बडोनिया, खेम सिंह सहित जिन कर्मचारियों को इसी माह PPO दिया गया है।
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कर्मचारी अपना खाता करें सुनिश्चित
जून, 2022 के पहले सप्ताह में उन सभी के खाते में पेंशन जमा कर दी गई है। इतना ही नहीं भेल ने कहा है कि सभी ऐसे कर्मचारी जो सेवानिवृति के कगार पर है या 58 वर्ष के होने वाले सभी कर्मचारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनका SBI, PNB, ICICI, HDFC और AXIS बैंक में एक बैंक खाता है, अन्यथा पेंशन नहीं मिलेगी और उन्हें अपना ई-नामांकन पंजीकृत करना होगा। वहीँ प्रक्रिया के लिए निर्मल कुमार बोवडे, उप प्रबंधक (मानव संसाधन प्रबंधन) और दासोग कुमार, सहायक अधिकारी (वित्त) से किसी भी सहायता के लिए संपर्क किया जा सकता है।
कंपनी ने अपनी बैलेंस शीट को किया मजबूत
बता दें कि भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) ने वित्त वर्ष 2021-22 में कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद भेल ने निष्पादन में तेजी लाने, लागत नियंत्रण, विवेकपूर्ण संसाधन प्रबंधन, और सेवा और गुणवत्ता मानकों में सुधार पर एक मजबूत फोकस के कारण, कंपनी ने वित्त वर्ष 21-22 में न केवल ब्रेक-ईवन हासिल किया है, बल्कि अपनी बैलेंस शीट को भी मजबूत किया है।
पिछले वर्ष के 17,308 करोड़ रुपये के मुकाबले परिचालन से राजस्व 24 प्रतिशत बढ़कर 21,211 करोड़ रुपये हो गया, कंपनी ने एक साल पहले 3,612 करोड़ रुपये के नुकसान के मुकाबले 437 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ (पीबीटी) हासिल किया।
कुल मिलाकर कंपनी ने 1,100 करोड़ रुपये का EBITDA हासिल किया। धातु की कीमतों में तेज उछाल और अन्य सामग्री और ईंधन लागत में वृद्धि के कारण मार्जिन पर जबरदस्त दबाव के बावजूद यह हासिल किया गया है। पिछले वर्ष में 2,717 करोड़ रुपये के नुकसान के मुकाबले कर के बाद लाभ 410 करोड़ रुपये है।
विशेष रूप से, कंपनी ने तीन साल की अवधि के बाद, वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 20 प्रतिशत का लाभांश घोषित किया है। इसके परिणामस्वरूप परिचालन गतिविधियों से 660 करोड़ रुपये का कॅश सरप्लस भी हुआ है। 31 मार्च, 2022 तक, कंपनी के पास वित्त वर्ष 20-21 के अंत में 1,868 करोड़ रुपये की तुलना में 2,409 करोड़ रुपये की नकद और बैंक शेष राशि थी।