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Som river हरियाणा की इस नदी से निकलता है सोना, आप भी भर सकते है टैंडर

आपने पुरानी फिल्म उपकार (upkar movie) का वह गाना सुना होगा मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती (mere desh kee dharatee sona ugale, ugale heere motee)। यह गाना हरियाणा (haryana) के यमुनानगर (yamunanagar) की सोम नदी (som river)पर बिल्कुल सही साबित होता है। बताया जाता है कि इस नदी से सोना (sona) निकलता है। जिसे लेकर सरकार द्वारा हर साल टैंडर (tender) दिया जाता है। 
 
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Som river हरियाणा की इस नदी से निकलता है सोना, आप भी भर सकते है टैंडर

HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती। उपकार फिल्म का यह गाना यमुनानगर की सोम नदी के मामले में सच्चाई बयां कर रहा है। हर साल यमुनानगर जिला के विभिन्न इलाकों में तबाही मचाने वाली सोम नदी जहां कई गांवों को बर्बाद करती है। फसलें प्रभावित होती हैं। वहीं यह सोम नदी सोना उगलने का काम भी करती है और उसका बकायदा सरकार द्वारा ठेका दिया जाता है। 

 

जानकारी के मुताबिक यमुनानगर जिला के छछरौली, बिलासपुर, साडोरा में सोम नदी के इलाकों से सोना निकलता है। जिसके लिए संबंधित इलाकों के तहसीलदार बकायदा एक महीने पहले इलाके में ठेका देने की मुनादी करवाते हैं। उसके बाद ओपन ऑक्शन होती है। जिसमें सबसे अधिक बोली देने वाले को ठेका अलाट किया जाता है। यह ठेका जुलाई से जुलाई तक एक साल के लिए दिया जाता है। यह ठेका इस बार यमुनानगर के बिलासपुर इलाके के लिए 1 लाख 80000 में दिया गया है। जबकि साडोरा इलाके में यह ठेका 6100 रूपए में अलाट किया गया है। छछरौली में पिछले 12 वर्षों से कोई ठेकेदार सामने नहीं आया, इसलिए वहां का ठेका फिलहाल नहीं दिया जा रहा। 

 

जिला राजस्व अधिकारी रामफल कटारिया ने बताया कि 1995 से लगातार इन इलाकों के लिए ठेका दिया जा रहा है। जो संबंधित इलाकों के तहसीलदार विधिवत रूप से ऑक्शन में ठेका अलाट करते हैं। पिछले साल यह ठेका 2लाख 90000 रूपए में दिया गया था। इस बार किसी नए ठेकेदार ने ऑक्शन में सर्वाधिक बोली देकर यह ठेका लिया है। उससे पहले 1 लाख 43000 एवं 1लाख 47000 में ठेका दिया गया था। वास्तव में पहाड़ी इलाकों में होने वाली वर्षा का जल स्तर इस सोम नदी में आता है और पहाड़ी इलाकों में कई तरह के खनिज पाए जाते हैं। माना जाता है कि पहाड़ी इलाकों में हुई वर्षा के बाद सोने के कण बह कर इस नदी में आते हैं।

बता दें कि सोना निकालने का काम करने वाले अभी कुछ ही परिवार बचे हैं, जिन्हें सोना निकालने की विधि आती है। यह लोग मैनुअल तरीके से रेत को इकट्ठा करके उसे पानी से लगातार धोते हैं। जिसके बाद सोने के कण अलग नजर आने शुरू हो जाते हैं। ठेकेदार इन लोगों को दिहाड़ी पर रखता है और जो भी सोने के कण निकलते हैं। वह उसे ले जाकर मार्केट में बेचता है। सोम नदी से सोना निकालने वाले इन लोगों का कहना है कि वह जो भी सोना निकलता है उसे ठेकेदार के हवाले करते हैं और अपनी मजदूरी से मतलब रखते हैं। किसी दिन अच्छी खासी मात्रा में सोने के कण नजर आते हैं। जबकि कई बार पूरा पूरा दिन निकल जाता है सोने के कण नजर नहीं आते।