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Vande Bharat - जबरदस्त कोहरे में भी कितनी स्पीड पर चल रही है वंदे भारत, देखें

देश की पहली सेमी हाई स्पीड स्वदेशी ट्रेन होने का दर्जा वंदे भारत एक्सप्रेस को मिला हुआ है. वर्तमान में देश के 6 रूट्स पर वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाया जा रहा है. ऐसे में आइए खबर में नीचे देखते है इतने कोहरे में भी कितनी स्पीड पर चल रही है वंदे भारत.
 
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Vande Bharat - जबरदस्त कोहरे में भी कितनी स्पीड पर चल रही है वंदे भारत, देखें

HR Breaking News, Digital Desk- देश की पहली सेमी हाई स्पीड स्वदेशी ट्रेन होने का दर्जा वंदे भारत एक्सप्रेस को मिला हुआ है. वर्तमान में देश के 6 रूट्स पर वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाया जा रहा है. इसकी रफ्तार 150 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की है, जो चलते समय हवा से बातें करती नजर आती है. हाल ही में वंदे भारत एक्सप्रेस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है. जो तेजी से वायरल हो रही है.

सोशल मीडिया पर उत्तर रेलवे के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो को पोस्ट किया गया है. जिसमें एक वंदे भारत एक्सप्रेस कोहरे से ढके रेलवे ट्रैक पर हवा से बात करती नजर आ रही है. वीडियो में देखा जा सकता है कि कोहरे के कारण विजिबिलिटी बिल्कुल भी नहीं है. वहीं वंदे भारत एक्सप्रेस अपनी पूरी रफ्तार से कोहरे की दीवार को चीरते हुए अपनी मंजिल की ओर दौड़ लगाती जा रही है.

कोहरे के बीच दौड़ रही वंदे भारत एक्सप्रेस-

फिलहाल उत्तर रेलवे के ओर से पोस्ट किया गया यह वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आते ही वायरल हो गया है. जिसे खबर लिखे जाने तक 5 हजार से ज्यादा व्यूज मिल गए हैं. वहीं इस वीडियो को पोस्ट करते हुए कैप्शन में 'नए भारत की स्पीड' लिखा हुआ है. वहीं वीडियो में ट्रेन को ले जा रहे लोको पायलट भी पूरी सावधानी बरतते हुए लगातार आगे की ओर नजर बनाए दिख रहे हैं.

यूजर्स हो रहे हैरान-

बता दें कि देश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत 15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली और वाराणसी के बीच की गई थी. इसके बाद दिल्ली से कटरा, मुंबई से अहमदाबाद, नई दिल्ली से अम्ब अंदौरा और मैसूर से चेन्नई के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस की सेवा को शुरू किया गया.

फिलहाल वंदे भारत एक्सप्रेस के आने से कई यात्रियों को काफी सुविधा मिल रही है. वहीं वीडियो को देख हैरान हो रहे यूजर्स लगातार अपने रिएक्शन दे रहे हैं. एक यूजर ने कमेंट कर लिखा 'घने कोहरे में इतनी रफ्तार देख हैरान रह गया, नई तकनीक के इस्तेमाल को सलाम.'