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कोरोना-ए-हिसार : लॉकडाउन के बाद संक्रमितों के मामले में प्रदेश में चौथे से तीसरे स्थान पर पहुंचा हिसार, 3 मई के बाद लगातार बढ़ रही पॉजिटिव केस की संख्या, कहीं ये बड़ी लापरवाही तो नही?

HR BREAKING NEWS. हम आपको बताने जा रहे है कि कोरोना को लेकर आखिर हिसार में स्थिति क्या है। जब हमने पिछले 18 दिनों के आंकड़े निकाले तो स्थिति चौंका देने वाली थी, और ये आंकड़े आपको भी हैरान कर देंगे। 3 मई से प्रदेश में एक हफ्ते का लॉकडाउन लगाया गया। उम्मीद थी कि
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कोरोना-ए-हिसार : लॉकडाउन के बाद संक्रमितों के मामले में प्रदेश में चौथे से तीसरे स्थान पर पहुंचा हिसार, 3 मई के बाद लगातार बढ़ रही पॉजिटिव केस की संख्या, कहीं ये बड़ी लापरवाही तो नही?

HR BREAKING NEWS. हम आपको बताने जा रहे है कि कोरोना को लेकर आखिर हिसार में स्थिति क्या है। जब हमने पिछले 18 दिनों के आंकड़े निकाले तो स्थिति चौंका देने वाली थी, और ये आंकड़े आपको भी हैरान कर देंगे।  3 मई से प्रदेश में एक हफ्ते का लॉकडाउन लगाया गया। उम्मीद थी कि सोशल गैदरिंग नही होगी तो कोरोना की चैन टूटेगी। लेकिन ऐसा नही हुआ। हिसार जिले की ही बात की जाए तो लॉकडाउन से पहले 12 दिन के पॉजिटिव केस के मुकाबले 70 प्रतिशत से भी अधिक केस लॉकडाउन के 6 दिन में आ गए हैं।

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वजह ये है कि लॉकडाउन में भी लापरवाही की तस्वीरें नही बदल पाई। लोग बिना मास्क और बिना किसी ठोस वजह के सड़कों पर घूमते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि पुलिस इन लोगों पर कार्रवाई कर रही है लेकिन फिर भी कोरोना संक्रमण की चेन टूटने का नाम नही ले रही। ऐसे में निम्न व मध्यम वर्ग के लोगों का कहना है कि से चेन नही टूटी  लेकिन  आर्थिक मार जरूर पड़ रही है।  जि़ले में रविवार को कोरोना संक्रमण के 1328 नए मामले सामने आए है। इसके साथ ही 965 संक्रमितों ने कोरोना को मात भी दी है। जि़ले में अब 8 हजार 765 सक्रिय मरीज है। अभी तक कोरोना संक्रमण के कारण 603 लोगों की मृत्यु हुई है।

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बात की जाए प्रदेश में जिले की स्थिति की तो लॉकडाउन के दौरान हिसार जिला पॉजिटिव केस के मामले में प्रदेश भर में चौथे से तीसरे स्थान पर आ गया है। प्रदेश में रोजाना मिलने वाले पॉजिटिव केसों की संख्या में पहले नंबर पर गुरूग्राम तो दूसरे पर लगातार फरीदाबाद आ रहे हैं। वहीं अब चौथे स्थान पर आ रहा हिसार सोनीपत को पिछाड़ कर तीसरे स्थान पर आ गया है। लॉकडाउन से पहले हिसार में सोनीपत से कम केस आ रहे थे। वहीं अब लॉकडाउन से लेकर एक हफ्ते बाद तक लगातार सोनीपत से अधिक केस मिल रहे है। जिससे अब प्रदेश में सबसे अधिक कोविड पॉजिटिव केस मिलने वाले जिलों में हिसार तीसरे स्थान पर है। बात करें आंकड़ो की तो 22 अप्रैल से 8 मई तक पिछले 17 दिन के आंकडे इस प्रकार है

22 अप्रैल को गुरूग्राम में 3553, फरीदाबाद में 1342, सोनीपत में 850, हिसार में 580

23 अप्रैल को गुरूग्राम में 4319, फरीदाबाद में 1450, सोनीपत में 915, हिसार में 885

24 अप्रैल को गुरूग्राम में 3136, फरीदाबाद में 1530, सोनीपत में 802, हिसार में 857

25 अप्रैल को गुरूग्राम में 3410, फरीदाबाद में 1560, सोनीपत में 853, हिसार में 940

26 अप्रैल को गुरूग्राम में 3555, फरीदाबाद में 1545, सोनीपत में 891, हिसार में 908

27 अप्रैल को गुरूग्राम में 3684, फरीदाबाद में 1330, सोनीपत में 940, हिसार में 642

28 अप्रैल को गुरूग्राम में 2934, फरीदाबाद में 1602, सोनीपत में 958, हिसार में 1042

29 अप्रैल को गुरूग्राम में 5042, फरीदाबाद में 1563, सोनीपत में 840, हिसार में 822

30 अप्रैल को गुरूग्राम में 4435, फरीदाबाद में 1434, सोनीपत में 912, हिसार में 860

1 मई को गुरूग्राम में 4099, फरीदाबाद में 1751, सोनीपत में 920, हिसार में 897

2 मई को गुरूग्राम में 3609, फरीदाबाद में 1755, सोनीपत में 934, हिसार में 879

3 मई को गुरूग्राम में 3037, फरीदाबाद में 1805, सोनीपत में 1185, हिसार में 1156

 हिसार में इन 12 दिनों में कुल 10468 केस आए। वहीं लॉकडाउन के अगले ही दिन से यानि

4 मई को गुरूग्राम में 4475, फरीदाबाद में 1580, हिसार में 1248

5 मई को गुरूग्राम में 4740, फरीदाबाद में 1610, हिसार में 985

6 मई को गुरूग्राम में 3737, फरीदाबाद में 1537, हिसार में 1193

7 मई को गुरूग्राम में 3588, फरीदाबाद में 1587, हिसार में 1143

8 मई को गुरूग्राम में 3441, फरीदाबाद में 1713, हिसार में 1465

 व 9 मई को हिसार में 1328 पॉजिटिव केस आए तो वहीं 15 लोगों की मौत हुई।

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लापरवाही की नही कोई जवाबदेही :

 लॉकडाउन से पहले के 12 दिनों के कुल मामलों के मुकाबले 70 प्रतिशत मामले लॉकडाउन के दौरान इन 7 दिनों में ही आ गए हैं। ऐसे में यें आंकड़े कहीं बड़ी लापरवाही की और तो संकेत नही कर रहे? शहर में लॉकडाउन के दौरान भी आवाजाही चलते रहना, लोगों का बहाने बनाकर घर से निकलना व कोविड नियमों का पालन न करना इसकी सबसे बड़ी वजह भी हो सकती है।  इस मामले में जवाबदेही प्रशासन की है या लोगों की ये बताने वाला कोई नही है। अगर केस इसी तरह लगातार बढ़ते रहे तो हालात और अधिक भयावह हो सकते हैं।

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मेडिसिटी अस्पताल अब कोविड अस्पताल में नही शामिल…

जिले में किसी भी अस्पताल में फिलाहल न तो बेड की सुविधा है और न ही वेंटिलेटर की। इसी बीच रविवार को शहर के एक और निजी अस्पताल मेडिसिटी ने प्रशासन से कोविड अस्पतालों की सूची से हटाने के लिए गुहार लगाई थी। जिसे मान लिया गया है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उनके पास कोविड से निपटने के लिए कोई पुख्ता प्रबंधन नही थे। जिसकी वजह से वे कोविड पेशेंट को संभालने में असमर्थ थे। अब वे कोविड अस्पतालों की लिस्ट में नही हैं लेकिन अभी तक प्रशासन की वेबसाइट पर अस्पताल को दिखाया जा रहा है।

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प्रदेश में हालात : कोरोना से प्रदेश में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। हरियाणा में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 6 लाख पार हो गया है। पिछले 33 दिनों के आंकड़े काफी चिंताजनक हैं। इन्हीं दिनों में 3 लाख लोग संक्रमित हुए हैं। जबकि इससे पहले 3 लाख लोगों के संक्रमित होने में 384 दिनों का समय लगा था। वहीं, इन 33 दिनों में मौतों में 79.89 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। एक्टिव मरीज भी 752 गुना बढ़ गए हैं। जब तीन लाख लोग पॉजिटिव हुए तब एक्टिव मरीजों की संख्या सिर्फ 13,829 थी। जो अब बढ़कर 1,16,109 पहुंच गई है। चिंता की बात यह है कि हरियाणा में अभी संभावित पीक आना बाकी है। ऐसे में कोरोना वायरस का संक्रमण और भी खतरनाक हो सकता है। वहीं, प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 14667 नए मरीज मिले हैं। इसके बाद