dearness allowance july 2025 : 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ने से सैलरी में होगा 11,952 रुपये का इजाफा, यह है फॉर्मूला
july 2025 ka mahngai bhatta : केंद्रीय कर्मचारियों के जुलाई के महंगाई भत्ते में बढ़ौतरी होना कन्फर्म है। कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 4 प्रतिशत का इजाफा होना संभव है। वहीं, इससे कर्मचारियों की सैलरी में भी बंपर इजाफा होगा। केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी बढ़ने से कर्मचारियों को महंगाई के हिसाब से वास्तविक सैलरी बढ़ोतरी मिलेगी।

HR Breaking News (mahangai bhatta calculator) केंद्रीय कर्मचारियों के लिए साल में दो बार महंगाई भत्ते को संशोधित किया जाता है। इस साल का पहला संशोधन हो चुका है। दूसरा संशोधन अभी किया जाएगा।
इस संशोधन से कर्मचारियों को सैलरी में अच्छी बढ़ौतरी का लाभ मिलेगा। कर्मचारियों की सैलरी में तगड़ा इजाफा होने से कर्मचारी परिवारों को भी महंगाई से राहत मिलेगी।
इस आधार पर तय होता है महंगाई भत्ता
महंगाई भत्ते को तय करने के लिए ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के आंकड़े अहम होते हैं। इन्हीं आंकड़ों के आधार पर देखा जाता है कि कर्मचारियों को कितनी महंगाई के हिसाब से सैलरी (Salary me DA) दी जाए। 12 महीने के औसत आंकड़ों के आधार पर महंगाई भत्ते को बढ़ाया जाता है। इसके लिए बेस ईयर और बेस वैल्यू भी मायने रखती है।
कब की जाएगी घोषणा
महंगाई भत्ते की बढ़ौतरी (Mahngai Bhatta Bhadotri) के लिए पहले एआईसीपीआई के आंकड़ों का इंतजार किया जाता है। इसके बाद इसकी घोषणा मार्च अप्रैल या सितंबर अक्तूबर के आसपास की जाती है।
पहली घोषणा जनवरी के लिए की जाती है, जिसमें होली से पहले महंगाई भत्ते (da hike) को घोषित किया जाता है। वहीं, दूसरी घोषणा जुलाई के महंगाई भत्ते के लिए दिवाली से पहले होती है।
इस बार दिवाली नवंबर में है, लेकिन महंगाई भत्ते की घोषणा (Dearness Allowance announced) सितंबर या अक्तूबर में हो सकती है।
क्या होता है एआईसीपीआई
एआईसीपीआई का अर्थ ऑल इंडिया कंज्यूम प्राइस इंडेक्स (all india consumer price index) होता है। यह मुख्य तौर पर महंगाई भत्ता तय करने के लिए प्रयोग किया जाता है। हालांकि यह औद्योगिक कर्मचारियों की रोजाना के यूज की वस्तूओं के आधार पर तय किया जाता है। इसी के आधार पर सरकार और औद्योगिक कर्मचारियों का महंगाई भत्ता तय किया जाता है। एआईसीपीआई के आंकड़े बढ़ते हैं तो महंगाई भत्ते में भी वृद्धि होती है।
क्या चल रहा है एआईसीपीआई का आंकड़ा
लेबर ब्यूरो के अनुसार ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (AICPI) के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं। मार्च 2025 में यह 143 दर्ज किया गया था। अब अप्रैल 2025 में यह 143.5 दर्ज किया गया है। मई 2025 में एआईसीपीआई 0.5 बढ़कर 144 हो गया है।
ऐसे तय होता है महंगाई भत्ता
महंगाई भत्ते को संशोधित करने के लिए एआईसीपीआई के आंकड़े जरूरी होते हैं। 12 महीने के औसत एआईसीपीआई के आंकड़ों को 261.42 / 261.42 x 100 के फॉर्मूले से देखा जाता है। 12 महीनों का AICPI औसत 144.17 तक पहुंच सकता है।
इसके अनुसार महंगाई भत्ता 58.85 प्रतिशत हो सकता है। फिलहाल महंगाई (da in salary) 55% है। यह बढ़कर 58% से 59% हो सकता है। इसका मतलब है कि महंगाई भत्ते में 3 से 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है।
कितनी बढ़ेगी कर्मचारियों की सैलरी
केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी (center employees salary hike) में अगर 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ता है तो कर्मचारियों को सैलरी बढ़ौतरी का अच्छा लाभ मिलेगा। अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सेलरी (basis salary govt employees) 24900 है तो उसकी सैलरी में प्रति महीने 996 रुपये की वृद्धि होगी। वहीं सालाना वृद्धि की बात करें तो यह 11952 रुपये हो जाएगी।