Delhi Expressway : 11,868.6 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा दिल्ली का ये एक्सप्रेसवे, इस दिन पूरा हो जाएगी निविदा प्रक्रिया
HR Breaking News - (Delhi Expressway) राजधानी दिल्ली में कई एक्सप्रेसवे संचालित है ओर कई निर्माणाधीन है, लेकिन अब जल्द ही दिल्ली में एक ओर नया एक्सप्रेसवे बनाने को लेकर तैयार चल रही है। इस नए एक्सप्रेसवे के लिए टेंडर का प्रोसेस भी जल्द पूरा होने वाला है और इस एक्सप्रेसवे में 11,868.6 करोड़ रुपये की लागत आ सकती है। आइए खबर में जानते हैं कि दिल्ली का ये एकसप्रेसवे (Delhi Expressway News) कहां से कहां तक बनने वाला है।
कौन सा है दिल्ली का ये एक्सप्रेसवे
हम बात कर रहे हैं दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (Delhi-Dehradun Expressway) की। इस एक्सप्रेसवे की शुरुआत पूर्वी दिल्ली के अक्षरधाम से होगी ओर बागपत, शामली, मुज़फ्फरनगर और सहारनपुर होते हुए देहरादून तक जाएगा। इसका निर्माण के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है और यह जल्द ही शुरू हो जाएगा। इस हाई-स्पीड एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे (High-Speed Access Controlled Expressway) की कुल लागत 11,868.6 करोड़ रुपये के आस-पास आंकी गई है।
दो से ढाई घंटे में पूरा होगा सफर
दिल्ली से उत्तराखंड की राजधानी देहरादून को कनेक्ट करने के लिए बन रहा दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (Delhi-Dehradun Expressway) जल्द ही यातायात के लिए खुलने वाला है। इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से दिल्ली और देहरादून का सफर सिर्फ दो से ढाई घंटे में कंप्लिट हो जाएगी। अभी तो इस सफर में पांच से छह घंटे लग जाते हैं। यह एक्सप्रेसवे यात्रा को रफ्तार देने के साथ ही हाइटेक पार्किंग और शानदार रेस्ट एरिया की सुविधा भी प्रोवाइड कराएगा। दिल्ली के इस एक्सप्रेसवे (Delhi New Expressway) पर आपको एक ही जगह पार्किंग, एटीएम, विश्राम करने के लिए जगह, होटल और अन्य मूलभूत सुविधाओं का लाभ भी मिल सकेगा।
कब तक पूरी होगी टेंडर प्रक्रिया
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की ओर से दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के दिल्ली खंड में तीन पार्किंग स्थल और रेस्ट एरिया विकसित किया जाएगा। बता दें कि एक्सप्रेसवे का दिल्ली खंड अक्षरधाम जंक्शन से यूपी की सीमा तक फैला हुआ है। इन सुविधाओं (Facilities of Delhi-Dehradun Expressway) का मकसद यह है कि लंबी दूरी की राजमार्ग यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाना है। इन स्थलों को डिज़ाइन, बिल्ड, ऑपरेट एंड ट्रांसफर (DBOT) मॉडल पर विकसित करने के लिए टेंडर आमंत्रित कर दिए गए हैं ओर टेंडर प्रक्रिया 16 अक्टूबर तक पूरी हो जाएगी।
कहां बनेगी पार्किंग और रेस्ट एरिया
रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वी दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट (DM) कार्यालय, गांधी नगर बाजार और गीता कॉलोनी के पास पार्किंट और रेस्ट एरिया का निर्माण किया जाएगा। अगर गांधी नगर में यह 1.4 हेक्टेयर में फैला होता है तो इससे डीएम कार्यालय और गीता कॉलोनी के पास के पार्किंग और रेस्ट एरिया (rest area) तकरीबन 0.8 हेक्टेयर और 0.78 हेक्टेयर में विकसित किया जाएगा।
जानिए कौन सी मिलेंगी सुविधाएं
वैसे तो इस पार्किंग स्थल में कई सुविधाओं का फायदा मिलेगा। यहां प्राथमिक उपचार कक्ष, स्वच्छ पेयजल, सौर ऊर्जा से संचालित लाइटिंग, शौचालय, इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग चार्ज सिस्टम और पार्किंग क्षमता को शो करने वाले संकेतक लगाए जाएंगे। खास बात यह है कि 10 प्रतिशत पार्किंग स्पेस इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए रिजर्व (Reserve for electric vehicles) किया जाएगा। इसके साथ ही यहां फूड कियोस्क, एटीएम, एयर फिलिंग स्टेशन और प्रदूषण नियंत्रण केंद्र (Pollution Control Center) का निर्माण भी किा जाएगा।
