दिल्ली सरकार का प्लान तैयार, Delhi में 50 साल बाद होने जा रहा ये बड़ा बदलाव
Delhi News : देश की राजधानी दिल्ली हाईटेक और तेजी से विकसित होता हुआ शहर है। राजधानी में रहने वाली आम जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके लिए सरकार कई बड़ी परियोजना पर काम कर रही है। दिल्ली में हाईवे, एक्सप्रेसवे और मेट्रो कॉरिडोर (Metro Corridor) का निर्माण किया जा रहा है। अब दिल्ली सरकार ने एक मास्टर प्लान तैयार किया है। राजधानी में पांच दशक बाद बड़ा बदलाव आने वाला है।
HR Breaking News - दिल्ली तेजी से विकसित होता हुआ लग्जरी और हाईटेक शहर है। यहां पर अमीर से लेकर गरीब लोग तक अपना गुजारा करते हैं। दिल्ली के विकास को गति देने के लिए सरकार की ओर से कई बड़ी परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है। इसी बीच सरकार ने दिल्ली (Delhi News) में हर साल सामने आनी वाली समस्यों को खत्म करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया है। सरकार द्वारा यह कदम पांच दशक यानी 50 साल बाद उठाया गया है। चलिए खबर में विस्तार से जानते हैं-
दिल्ली सरकार ने तैयार किया मास्टर प्लान -
हर साल मानसून आने पर देश की राजधानी दिल्ली (Delhi News) में अति भारी बारिश होती है, जिसकी वजह से रेजिडेंशल इलाकों में सीवर ब्लॉकेज/ओवरफ्लो होने से बाढ़ के हालत बन जाते हैं। दिल्ली के कई इलाकों में हर साल दिल्लीवालों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ता है। जलभराव की समस्या से दिल्लीवालों को निजात दिलाने के लिए अब सरकार ने ड्रेनेज मास्टर प्लान-2025 (Drainage Master Plan 2025) तैयार किया है।
हाल ही में मिली रिपोर्ट के अनुसार, अगले सप्ताह इसपर काम शुरू किया जा सकता है। नए ड्रेनेज मास्टर प्लान में नालों को 100 Mm बरसात के पानी को कैरी करने के लिए डिजाइन किया जाएगा। ड्रेनेज मास्टर प्लान तैयार करने के लिए एक-एक कॉलोनी, कमर्शल और इंडस्ट्रियल एरिया का ड्रोन से सर्वे कराया जाएगा। दिल्ली के किस इलाके में क्या समस्या है। इसके लिए डिटेल से रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
1976 में किया गया था मास्टर प्लान -
सिंचाई व बाढ़ विभाग अधिकारियों के मुताबिक, ड्रेनेज मास्टर प्लान (Drainage Master Plan) तैयार करने का मकसद दिल्ली के सभी इलाकों में जलभराव और बाढ़ की समस्या का समाधान करना है।
दिल्ली का पहला ड्रेनेज मास्टर प्लान 1976 में तैयार किया गया था। इसके बाद से अब तक जल निकासी को लेकर कोई योजना नहीं बनाई गई है। 1976 ड्रेनेज मास्टर प्लान के तहत ड्रेन अधिकतम 50 Mm तक बारिश का पानी संभाल सकता है। इससे ज्यादा बारिश होने पर नालों का ओवरफ्लो होना या ब्लॉकेज तय है। इसी वजह से पिछले कई सालों से दिल्ली वालों को जलभराव और बाढ़ की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बीते पांच सालों से राजधानी में मानसून (Monsoon) की बारिश 500 MM से अधिक होती है।
नालों को किया जाएगा रिस्ट्रक्चर -
साल 2025 में अब तक 850.8 Mm, साल 224 1029.9 Mm, साल 2023 में 660.8 Mm और साल 2022 में 516.9 Mm बरसात हुई थी। इस समस्या के समाधान के लिए जो नया ड्रेनेज मास्टर प्लान-2025 (New Drainage Master Plan 2025) तैयार किया गया है, नालों को इसी मास्टर प्लान के अनुसार रिस्ट्रक्चर किया जाएगा। ताकि मॉनसून के दौरान जलभराव की समस्या न हो। इसके अलावा बाढ़ के खतरे को टाला जा सके।
दिल्ली के हर इलाके का किया जाएगा सर्वे -
ड्रेनेज मास्टर प्लान-2025 (Drainage Master Plan-2025 update) को तैयार करने के लिए दिल्ली के सभी इलाकों में ड्रोन से सर्वे करवाया जा रहा है। राजधानी के एक-एक इलाके की डिटेल स्टडी कर मास्टर प्लान 2025 को पूरा किया जाएगा। किस एरिया में पानी निकासी के लिए कितनी लंबी लाइन डालनी है, उसकी मोटाई कितनी होनी चाहिए और कहा डालनी है, इन सभी चीजों की रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
इसके अलावा, दिल्ली (Delhi NEWS) में कुछ साल पहले तक जितने जोहड़ थे, उन जोहड़ों की भी खोजबीन की जाएगी, ताकि ग्राउंड वॉटर रिचार्ज भी की जा सके। इस मास्टर प्लान के हिसाब से जिन ड्रेन का अब कोई नामोनिशान नहीं है, उन्हें भी ढूंढने की कोशिश की जा रही है। चांदनी चौक, बल्ली मरान और पुरानी दिल्ली में ऐसे कई इलाके हैं, जिनमें पुरानी ड्रेन खो चुकी हैं। उन ड्रेन को फिर से रिवाइव करने की भी योजना बनाई गई है। लगभग 200 से ज्यादा ऐसी ड्रेन हैं, जो अब सिर्फ कागजों में हैं। मास्टर प्लान के तहत नजफगढ़, बारापुला और शाहदरा ड्रेन बेसिन की स्टडी भी कराई गई है।
