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Delhi NCR Metro : गुरुग्राम मेट्रो निर्माण के रास्ते में आ रहे 220 मकान, बिछाई जाएगी 30 किलोमीटर लंबी नई मेट्रो लाइन, यहां बनेंगे स्टेशन

Delhi NCR Metro : दिल्ली एनसीआर में लोगों की सुविधा के लिए मेट्रो का विस्तार किया जा रहा है। मेट्रो के विस्तार के दौरान गुरुग्राम के रास्ते में 220 मकान आ रहे हैं। 30 किलोमीटर लंबी नई मेट्रो लाइन बिछाई जा रही है। इस पर नए स्टेशन बनाए जाएंगे, जिससे एनसीआर के लोगों को काफी लाभ होगा। 

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Delhi NCR Metro : गुरुग्राम मेट्रो निर्माण के रास्ते में आ रहे 220 मकान, बिछाई जाएगी 30 किलोमीटर लंबी नई मेट्रो लाइन, यहां बनेंगे स्टेशन

HR Breaking News (Delhi NCR Metro) दिल्ली-एनसीआर के गुरुग्राम में नए मेट्रो स्टेशन बनाए जा रहे हैं। नई रेलवे लाइन के बीच में मकान और दुकान आ रहे हैं। गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (GMRL) ने इन अड़चनों को दूर करने का आग्रह हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण प्रशासक से किया है। ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो के निर्माण के रास्ते में कुछ अस्थाई दुकान भी शामिल हैं। इसका खुलासा सोशल इंपैक्ट एसेसमेंट में हुआ है। 

 


अवैध रूप से भी बनाए गए हैं मकान 


इस रास्ते में अवैध रूप से भी मकान बनाए जाने का मामला सामने आया है। एक कंपनी के सर्वे में सामने आया है कि 38 मकान और दुकान ऐसी हैं, जिनकी रजिस्ट्री है। इसमें सेक्टर 9 का एक और सेक्टर 4 के दो मकान आते हैं, जबकि अवैध रूप से 121 मकान और दुकान बनाए गए हैं। ज्यादातर अवैध निर्माण वसई फ्लाईओवर के आसपास खसरा नंबर 711 और 712 पर किया गया है। 

 


एचएसवीपी के अधिकृत किए हुए हैं खसरे


गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड की ओर से शुरुआती सर्वे में पाया गया है कि दोनों खसरे एचएसवीपी (HSVP) के द्वारा अधिग्रहण किए गए हैं। इसमें 6 से 10 मीटर तक कब्जा करके अवैध निर्माण भी किए गए हैं।

यहां पर कुछ दुकान अस्थाई तौर पर चल रही हैं। इससे पूरे मामले में जमीन की पैमाइश के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। हीरो होंडा चौक से उमंग भारद्वाज चौक तक एक ट्रस्ट की जमीन भी आ रही है। जबकि 52 इमारत सरकारी हैं और एक धार्मिक स्थल और चार सामुदायिक भवन मेट्रो के निर्माण के बीच में आ रहे हैं। 

एचएसबीपी प्रशासक से मांगी गई मदद 


गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (GMRL) की ओर से बसई फ्लाईओवर के आसपास अवैध निर्माण तोड़ा जाएगा। इसके लिए एचएसवीपी प्रशासक से मदद मांगी गई है। एचएसवीपी प्रशासक से आग्रह किया गया है कि अवैध निर्माण की पैमाइश करवा कर इसको हटवाया जाए। इसके बाद जमीन गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड को सौंप दी जाएगी। 

टेंडर आवंटन की प्रक्रिया आखिरी चरण में 


टेंडर के आवंटन की प्रक्रिया आखिरी चरण में चल रही है। सेक्टर 33 और सेक्टर 10 में कास्टिंग यार्ड बनाने के लिए जमीन मांगी गई है। एक अधिकारी के मुताबिक पहले चरण में मिलेनियम सिटी सेंटर (Millennium City Centre)  से सेक्टर 9 तक मेट्रो का निर्माण किया जाएगा। इस समय सेक्टर 33 में कास्टिंग यार्ड बनाया जाएगा।

टेंडर आवंटन आखिरी चरण में चल रहा है। आवंटित होने के बाद इस पर काम शुरू हो जाएगा। दूसरे चरण में सेक्टर 10 में ऑटो मार्केट की 25 एकड़ जमीन पर कास्टिंग यार्ड बनाया जाएगा। यहां से एचएसवीपी से अवैध निर्माण और मलवा हटाने की मदद मांगी गई है। 30.50 किलोमीटर लंबा मेट्रो कॉरिडोर यहां पर तैयार किया जाएगा। 

10300 करोड़ की आएगी लागत 


इस परियोजना (Railway project) में करीब 10288 करोड़ रुपए की लागत आएगी। यानी 10300 करोड़ के करीब रुपया खर्च होगा। ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो का निर्माण जल्द किया जाएगा। तीन चरणों में निर्माण का कार्य किया जाएगा।

पहले चरण में सेक्टर 9 तक मेट्रो तैयार होगी। दूसरे चरण में सेक्टर 9 से डीएलएफ साइबर सिटी तक मेट्रो को तैयार किया जाएगा। तीसरे चरण में मेट्रो डिपो तैयार होंगे और फिर मेट्रो का गलियारा तैयार किया जाएगा।

यह होंगे स्टेशंस के नाम 


पहला स्टेशन मिलेनियम सिटी (Milenimum Station) सेंटर मेट्रो स्टेशन (Metro Station) के सामने मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के नाम से तैयार किया जाएगा। इसके बाद सेक्टर-45, साइबर पार्क, सेक्टर-47, सुभाष चौक, सेक्टर-48, सेक्टर-72ए, हीरो होंडा चौक, उद्योग विहार फेज-छह, सेक्टर-10, सेक्टर-37, गांव बसई, सेक्टर-नौ, सेक्टर-101, सेक्टर-सात, सेक्टर-चार, सेक्टर-पांच, रेलवे स्टेशन, अशोक विहार, सेक्टर-तीन, बजघेड़ा रोड, पालम विहार एक्सटेंशन, पालम विहार, सेक्टर-23ए, उद्योग विहार फेज-चार, फेज-पांच और डीएलएफ साइबर सिटी के नाम से स्टेशन बनाए जाएंगे।