137 एकड़ जमीन पर डेवलेप होगा Delhi NCR का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन, सर्वे का काम शुरू
Delhi NCR New Railway Station : दिल्ली एनसीआर में रेलवे नटवर्क को मजबूत करने के लिए कई बड़ी परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है। लोगों को सुगम यात्रा देने के लिए नई रेलवे लाइनें बिछा रही है। हाल ही में सरकार ने दिल्ली एनसीआर में सबसे बड़ा नया रेलवे स्टेशन डेवलप करने का ऐलान किया है। इसके लिए 137 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। चलिए जानते हैं कब से शुरू होगा काम -
HR Breaking News - (New Railway Station)। दिल्ली वालों के लिए एक गुड न्यूज है। हाल ही में रेल मंत्रालय ने एक बड़ा ऐलान किया है। दरअसल, दिल्ली एनसीआर में अब सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन बनाने जा रहा है। यह रेलवे स्टेशन ग्रेटर नोएडा के बोड़ाकी में डेवलप किया जाएगा।
इसकी इंजीनियरिंग योजना पर काम शुरू हो गया है। दरअसल, भविष्य में यहां पर भीड़ भाड़ ना हो इसके लिए रेलवे मंत्रालय और जमीन का अधिग्रहण करेगा। इसका पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है। प्रस्तावित 13 प्लैटफॉर्म और 98 लाइन की संख्या को बढ़ाया जाएगा।
इस वजह से बनाया जा रहा सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन -
दरअसल, दिल्ली में नए रेलवे स्टेशन (Delhi New Railway Station) को आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के बढ़ते दबाव को कम करने के लिए बनाया जा रहा है। इसे रेलवे स्टेशन को विस्तार ग्रेटर नोएडा के बोड़ाकी किया जाएगा। इस रेलवे स्टेशन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनाया जाएगा। दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (DMIC) के अंतर्गत यहां 358 एकड़ में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब (MMTH) भी डेवलप किया जाएगा। बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का विस्तार इसी का हिस्सा है। बता दें कि एक ही जगह पर यात्रियों को ट्रेन, मेट्रो और बस की सुविधा मिलेगी।
DMIC के अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया है कि पिछले दिनों नए रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने के लिए रेलवे अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल बोड़ाकी गया था। विभाग के अधिकारी ने रेलवे स्टेशन (Delhi New Railway Station) पर जगह कहा मुआयना किया और भविष्य की जरूरतों को देखते हुए प्रस्तावित 13 प्लैटफॉर्म से ज्यादा बनाने के लिए और जमीन की मांग की है। अभी रेलवे को रेलवे स्टेशन डेवलप करने के लिए 137 एकड़ भूमि दी गई है।
रेलवे अधिकारी का कहना है कि अतिरिक्त जमीन मिलने से रेलवे स्टेशन और यार्ड का क्षेत्रफल बढ़ जाएगा। ऐसे में भविष्य में यहां पर नई सुविधाएं बढ़ाने में दिक्कत नहीं होगी।
सर्वे को किया गया तेज -
प्रशासन ने परियोजना से प्रभावित खसरा संख्या के सर्वे के काम को तेज कर दिया है। प्राधिकरण रेलवे को अतिरिक्त जमीन अधिग्रहण करके देने की प्रक्रिया में लग गया है यह कार्य जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद परियोजना पर काम शुरू हो जाएगा।
व्यावसाय के लिए 65 एकड़ जमीन आरक्षित -
मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब (Multimodal Transport Hub) में बस डिपो को विकसित करने के लिए 12.5 एकड़ जमीन आरक्षित की गई है वहीं, मेट्रो के लिए 5.5 एकड़ जमीन तय की गई है और व्यावसाय को बढ़ाने के लिए 65 एकड़ जमीन आरक्षित की गई है।
दो जोन में पूरा होगा रेलवे स्टेशन का काम -
रेलवे अधिकारियों के अनुसार एमएमटीएच (MMTH) का विकास दो जोन में पूरा किया जाएगा। जोन-1 में अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (ISBT), क्षेत्रीय बस टर्मिनल (LBT), मेट्रो रेल ट्रांजिस्ट सिस्टम के साथ व्यावसायिक और खुदरा कारोबार से जुड़ी गतिविधियां होंगी।
यहां से चलेंगी 70 से ज्यादा ट्रेनें -
न्यू नोएडा, ग्रेटर नोएडा फेज-टू (Greater Noida Phase-II) को बसाने की तैयार जोरो शोरों पर है, इसको देखते हुए रेलवे कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता है। भविष्य की जरूरतों को देखते हुए अभी से पर्याप्त जमीन मांग की गई है, जिससे भविष्य में और विस्तार की जरूरत पड़ने पर जमीन की कमी ना आए। ऐसा इसलिया किया जा रहा है कि क्योंकि बाद में रेलवे स्टेशन (Largest railway station) के आसपास जमीन मिलना मुश्किल हो जाता है। बोड़ाकी में डेवल होने वाले रेलवे स्टेशन से पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल की तरफ जाने वाली 70 से ज्यादा ट्रेनों का संचालन किया जाएगा।
