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वाहन चालक सावधान, Fastag को लेकर सामने आया बड़ा अपडेट

Fastag latest update: पिछले दिनों भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आदेश अनुसार पेटीएम पेमेंट बैंक (PPBL) की 15 मार्च,2024 से पेटीएम वॉलेट, प्रीपेड कार्ड (prepaid fastag card) , और फास्टैग आदि जैसी करीब सभी सेवाएं बंद हो गयी है। जिसका सीधा असर पेटीएम पेमेंट बैंक के ग्राहकों पर देखने को मिला। अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने फास्टैग को लेकर एक नया नियम ‘एक व्हीकल, एक फास्टैग’ सोमवार से लागू किया है। अगर आप एक वहां चालक है तो जरूर जान ले ये नया नियम-
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HR Breaking News, Digital Desk- भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) का ‘एक व्हीकल, एक फास्टैग’ नियम सोमवार से लागू हो गया है। इसका उद्देश्य कई व्हीकल्स के लिए एक फास्टैग के इस्तेमाल या एक व्हीकल से कई फास्टैग (Vehicle Fastag) जोड़ने को खत्म करना है।

 

क्या है ‘एक व्हीकल, एक फास्टैग’ नियम-

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अब एक व्हीकल पर एक से ज्यादा फास्टैग नहीं लगाए जा सकेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘जिन लोगों के पास एक व्हीकल के लिए कई फास्टैग हैं, वह एक अप्रैल से उनका इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।’’ NHAI ने पेटीएम फास्टैग (Paytm Fastag) का इस्तेमाल करने वाले व्हीकल मालिकों की समस्याओं को देखते हुए ‘एक व्हीकल, एक फास्टैग’ (One Vehicle, One Fastag) पहल के अनुपालन की समयसीमा 31 मार्च तक बढ़ा दी थी। 

 

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इसके जरिये प्राधिकरण कई व्हीकलों के लिए एक ही फास्टैग के इस्तेमाल (fastag use)  पर लगाम लगाने के साथ कई फास्टैग को किसी खास व्हीकल से संबद्ध करने पर रोक लगाना चाहता है। इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम (Toll collection) की एफिशिएंसी बढ़ाने और टोल प्लाजा पर बेहतर आवाजाही के लिए NHAI ने ‘एक व्हीकल, एक फास्टैग’ पहल शुरू की है।

 

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेटीएम की सहयोगी यूनिट पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (PPBL) के ग्राहकों और कारोबारियों को 15 मार्च तक अपने खाते दूसरे बैंकों में ट्रांसफर (fastag transfer) करने की सलाह दी थी।  बता दें कि फास्टैग की पहुंच लगभग 98 प्रतिशत व्हीकलों तक है और इसके आठ करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं। 

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फास्टैग भारत में टोल कलेक्शन की इलेक्ट्रॉनिक व्यवस्था है और इसका संचालन NHAI करता है। फास्टैग में सीधे टोल मालिक से जुड़े प्रीपेड या बचत खाते से टोल भुगतान करने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक का इस्तेमाल होता है।

FASTags की मदद से टोल प्लाजा पर कैशलेस पेमेंट हो पाता है। इससे वाहन चालकों को टोल प्लाजा (Toll plaza) पर कम समय लगता है और पेमेंट के लिए इंतजार नहीं करना पड़ता या कम इंतजार करना पड़ता है।