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Expressway in UP : यूपी में बनेंगे 4 नए एक्सप्रेसवे, इन जिलों को होगा बड़ा फायदा

Expressway in UP : उत्तर प्रदेश लगातार अपने सड़क नेटवर्क को मजबूत कर रहा है, जिसमें राजमार्गों और एक्सप्रेसवे की संख्या बढ़ रही है। इसी कड़ी में आपको बता दें कि यूपी में चार नए एक्सप्रेसवे बनने बनने जा रहे है... दरअसल, राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए पूर्वांचल, पश्चिम और बुंदेलखंड में यात्रा को आसान बनाने के लिए बजट पास किया है।

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Expressway in UP : यूपी में बनेंगे 4 नए एक्सप्रेसवे, इन जिलों को होगा बड़ा फायदा

HR Breaking News, Digital Desk- (UP Greenfield Expressway) उत्तर प्रदेश लगातार अपने सड़क नेटवर्क को मजबूत कर रहा है, जिसमें राजमार्गों और एक्सप्रेसवे की संख्या बढ़ रही है। वर्तमान में राज्य में 15 एक्सप्रेसवे हैं, जिनमें से कई चालू हैं और कुछ निर्माणाधीन हैं। अब चार नए एक्सप्रेसवे और जोड़े जाएंगे। राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए पूर्वांचल, पश्चिम और बुंदेलखंड में यात्रा को आसान बनाने के लिए बजट पास किया है। एक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे भी प्रस्तावित है, जो आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को हरदोई के कौसिया से फर्रुखाबाद होते हुए गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा।

इसके अलावा गंगा एक्सप्रेस-वे को प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली होते हुए और इसे सोनभद्र से जोड़ते हुए विन्ध्य एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा। साथ ही गंगा एक्सप्रेस-वे को विस्तार देकर मेरठ से हरिद्वार तक जोड़ा जाएगा। इसके अलावा बुन्देलखंड रीवा एक्सप्रेस-वे बनाकर यूपी से एमपी को कनेक्ट किया जाएगा। आइये जानते हैं ये हाईटेक मार्ग किन शहरों से होकर गुजरेंगे और इनका कार्य कब तक पूरा होगा?

गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार-

गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 12 जिलों को मेरठ से प्रयागराज तक जोड़ेगा. इसका विस्तार अब हरिद्वार (उत्तराखंड) और मध्य प्रदेश सीमा तक होगा। यह चित्रकूट एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा, जिसके लिए गंगा नदी पर 6-लेन का पुल बन रहा है। प्रयागराज में झूंसी को जोड़ने के लिए 4-लेन का पुल और यमुना नदी पर एक सिग्नेचर ब्रिज भी बनेगा। प्रयागराज महाकुंभ तक इसे पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन अभी कुछ काम बाकी है।

दूसरे चरण में गंगा एक्सप्रेसवे प्रयागराज से मिर्जापुर भदोही से होते हुए वाराणसी, चंदौली और गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। वाराणसी और चंदौली से गंगा एक्सप्रेसवे सोनभद्र को हाईवे से जोड़ेगा। इसके दूसरे चरण के निर्माण कार्य के पूरा होने से इसकी लंबाई 900 किलोमीटर से अधिक हो जाएगी। फिलहाल, गंगा एक्सप्रेसवे पर अधिकतम 120 किमी प्रति घंटे के हिसाब से वाहन दौड़ाए जाएंगे। यही कारण है मेरठ से प्रयागराज पहुंचने में महज 8 घंटे का समय खर्च होगा।

उत्तर प्रदेश का यह एक्सप्रेसवे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज सहित 12 जिलों को जोड़ेगा। यह लखनऊ-आगरा, बुंदेलखंड और गंगा एक्सप्रेसवे को मिलाकर राज्य की कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगा। इस हाई-स्पीड मार्ग पर शाहजहांपुर में 3.5 किमी की हवाई पट्टी भी शामिल है, जो आपात स्थिति में भारतीय वायुसेना के विमानों के लिए उपयोग की जा सकेगी।

इसके बन जाने से प्रयागराज और दिल्ली के बीच यात्रा का समय 6 से 7 घंटे होने की उम्मीद है। फिलहाल, यात्रियों को दिल्ली से प्रयागराज पहुंचने में करीब 10 से 11 घंटे लगते हैं।

मेरठ-हरिद्वार गंगा एक्सप्रेसवे-

अब यूपी सरकार ने गंगा एक्सप्रेसवे को हरिद्वार तक विस्तार देने के लिए प्लान तैयार किया है। यह मेरठ से बढ़कर मुजफ्फरनगर होते हुए हरिद्वार तक विस्तारित होगा। यह विस्तार उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच यातायात को सुगम बनाएगा। साथ उद्योग और पर्यटन के क्षेत्र के वरदान साबित होगा। गंगा एक्सप्रेस वे विस्तारीकरण के लिए 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

जानकारी - विवरण

गंगा एक्सप्रेसवे की लंबाई - 594 किमी

परियोजना की लागत - 40,000 करोड़

शुरुआती - बिंदु बिजौली गांव (मेरठ)

अंतिम बिंदु - जूडापुर दादू गांव (प्रयागराज)

लेन संख्या - 6 से 8 तक विस्तार

विस्तार - मेरठ-हरिद्वार-प्रयागराज-मुर्जापुर

गंगा एक्सप्रेसवे उद्घाटन - 2025 संभावित

निर्माणकर्ता कंपनी - UPEIDA

हरदोई-फर्रुखाबाद-इटावा एक्सप्रेस-

उत्तर प्रदेश में एक नया 92 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है, जो इटावा, हरदोई और फर्रुखाबाद जिलों को जोड़ेगा। यह एक्सप्रेसवे इटावा के कुदरैल गांव में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) से जोड़ेगा। आगे चलकर, यह हरदोई जिले की सवायजपुर तहसील के कौसिया गांव में गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा। यह नया मार्ग इन क्षेत्रों के बीच यात्रा को सुगम बनाएगा।

यह नवनिर्मित एक्सप्रेसवे इटावा से हरदोई को वाया फर्रुखाबाद जोड़ेगा। फिलहाल, इस लिंक एक्सप्रेसवे को निर्माण करने के लिए शासन की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद यूपीडा (UPEIDA) ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।

इटावा-हरदोई लिंक एक्सप्रेसवे रूट मैप-

हरदोई-इटावा लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए रेडीकान इंडिया लिमिटेड (Readycon India Limited) को प्रोजेक्ट डेवलेपमेट कंसल्टेंट के रूप में चयन किया गया है। इटावा और फर्रुखाबाद और हरदोई जिले को सीधे जोड़ने वाला लिंक एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Agra-Lucknow Expressway) को कनेक्ट करेगा। साथ ही चित्रकूट एक्सप्रेसवे (Chitrakoot Expressway) से भी जुड़ेगा।

सवायजपुर तहसील की कहराई, नकटौरा सिसला, कहराई नकटौरा पनसाला, रायपुर, तिमिरपुर, सौदापुर, कौसिया और शाहाबाद तहसील की नगला मऊ ग्राम पंचायतें एक नए रोडमैप में शामिल होंगी। इस परियोजना के लिए किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। किसानों को उनकी भूमि के लिए बैनामा या सर्किल रेट (circle rate), इनमें से जो भी अधिक होगा, उसका चार गुना भुगतान किया जाएगा। अंतिम रोडमैप और अधिग्रहण का विवरण नक्शा बनने के बाद तय होगा।

हरदोई-इटावा लिंक एक्सप्रेसवे की लागत-

यूपीडा हरदोई-इटावा लिंक एक्सप्रेसवे (UPDA Hardoi-Etawah Link Expressway) के निर्माण में करीब 6600 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है। इसमें इटावा के 3, कन्नौज के 2 और मैनपुरी के 29 गांव, फर्रुखाबाद के 35 गांव, शाहजहांपुर के 2 और हरदोई के 4 गांव जुड़ेंगे। फिलहाल, यह एक्सप्रेसवे (Expressway) 6 लेन का बनाया जाएगा। भविष्य में इसे 8 लेन का किया जा सकता है।

जानकारी - विवरण

एक्सप्रेसवे का नाम - हरदोई-इटावा लिंक एक्सप्रेसवे

एक्सप्रेसवे की लंबाई - 92 किलोमीटर

परियोजना की लागत - 6600 करोड़ रुपये

हरदोई-इटावा लिंक एक्सप्रेसवे कनेक्शन - गंगा एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, निर्माणकर्ता कंपनी यूपीडा

एक्सप्रेसवे के गांव की संख्या - 75

निर्माण कंपनी - यूपीडा

विंध्य एक्सप्रेसवे रूट मैप-

विंध्य एक्सप्रेसवे 5 जिलों से होकर गुजरेगा। इस एक्सप्रेसवे का पहला पड़ाव संगम नगरी प्रयागराज होगा। 320 किलोमीटर लंबा विंध्य एक्सप्रेसवे प्रयागराज से शुरू होकर मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली से होते हुए सोनभद्र को कनेक्ट करेगा। यह एक्सप्रेसवे आगे छत्तीसगढ़ और झारखंड को भी जोड़ेगा। विंध्य एक्सप्रेसवे एमपी में विकसित किया जा रहा है, जो भोपाल से सिंगरौली तक 676 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। यह एमपी के भोपाल, दमोह, कटनी, रीवा, सीधी होते हुए सिंगरौली से होकर गुजरेगा, यहीं मिर्जापुर के पास गंगा एक्सप्रेसवे से कनेक्ट होगा। एमपी क्षेत्र में इसके आसपास इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलप (Industrial Corridor Developed) किया जाएगा, जिससे कारोबार के साथ रोजगार के अवसर खुलेंगे।

बुंदेलखंड-रीवा एक्सप्रेसवे-

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के रीवा तक विस्तार होने से मुंबई तक जाना काफी आसान हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे से मध्य प्रदेश से यूपी होते हुए इटावा होते हुए दिल्ली का सफर काफी सहज होगा। फिलहाल, 4 लेन बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे चित्रकूट से इटावा को कनेक्ट करता है। उधर, बुंदेलखंड-रीवा एक्सप्रेस के निर्माण से झांसी में निर्माणाधीन डिफेंस कॉरिडोर (Defense corridor under construction in Jhansi) को नया आयाम मिलेगा और नए निवेशकों का इंट्रेस्ट बढ़ेगा। साथ ही एक्सप्रेसवे के किनारे होटल, ढाबों समेत अन्य इकाइय़ों से रोजगार भी मिलेगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे अभी चित्रकूट से इटावा (Chitrakoot to Etawah) के मध्य 296 किलोमीटर की दूरी तय करता है, जो इधर एनसीआर (NCR) का रास्ता आसान बनाता है। इसके रीवा तक विस्तारित होने से यूपी और एमपी के बीच सफर काफी आसान होगा।

ग्रीन एक्सप्रेस वे की लागत-

बजट में ग्रीन एक्सप्रेस-वे के लिए 900 करोड़ रुपये, विंध्य एक्सप्रेस-वे के लिए 50 करोड़ रुपये, और बुंदेलखंड-रीवा एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand-Rewa Expressway) के लिए 50 करोड़ रुपये का प्रस्ताव है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के साथ डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर परियोजना के लिए 461 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, प्रयागराज (Prayagraj) में यातायात सुगम बनाने हेतु शास्त्री ब्रिज और सिग्नेचर ब्रिज के समानांतर दो नए पुलों के निर्माण का भी प्रावधान है, जिससे क्षेत्र में कनेक्टिविटी और औद्योगिक विकास (Connectivity and Industrial Development) को बढ़ावा मिलेगा।