Expressway : 423 गांवों से होकर गुजरेगा देश का पहला सुपर एक्सप्रेसवे, 4340 हेक्टेयर जमीन का किया जाएगा अधिग्रहण
HR Breaking News : (first super expressway) देश में अभी तक कई एक्सप्रेसवे बन चुके हैं और लगभग दर्जनों एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है। आपको बता दे कि अब भारत सरकार सुपर एक्सप्रेसवे बनाने पर काम कर रही है। भारत में सबसे पहला सुपर एक्सप्रेसवे बनाने की तैयारी कर रही है। पता चला है कि भारत का पहला सुपर एक्सप्रेसवे 423 गांवों एवं दो राज्यों से होकर गुजरेगा। यह सुपर एक्सप्रेस वे दिल्ली से शुरू होकर जयपुर में जाकर खत्म होगा। आपको बता दे कि इस पहले सुपर एक्सप्रेसवे (super expressway news) के अंदर कुल 7 जिले आएंगे।
ये सुपरएक्सप्रेसवे कम कर देगा दो शहरों के बीच की दूरी
देश का पहला सुपर एक्सप्रेसवे NHAI बना रहा है। यें सुपर एक्सप्रेसवे दिल्ली और जयपुर के बीच बन रहा है, जो दोनों शहरों के बीच की दूरी को लगभग 40 किलोमीटर कम कर देगा।
यह सुपर एक्सप्रेसवे गुड़गांव में खेड़की दौला टोल प्लाजा के पास दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेसवे (Delhi-Gurgaon Expressway) से निकलेगा और राजस्थान की राजधानी जयपुर के उत्तर में चंदवाजी के पास समाप्त होने से पहले 7 जिलों से होकर गुजरेगा।
गुड़गांव-जयपुर का सफर, जो आमतौर पर चार से पांच घंटे या भारी यातायात की स्थिति में इससे भी अधिक समय लेता है, सुपर एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद यह दूरी केवल 120 मिनट में पूरी की जा सकेगी।
Delhi Jaipur Super Expressway की इतनी होगी लम्बाई
यह सुपर एक्सप्रेसवे 195 किमी लंबा होगा। आठ लेन (16 लेन तक विस्तार योग्य) वाले दिल्ली-जयपुर सुपर एक्सप्रेसवे को NH 352B नाम दिया गया है।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में चंदवाजी तक जाएगा Super Expressway
साल 2013 में इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को 226.4 किलोमीटर लंबा प्रस्तावित किया गया था, लेकिन उच्च लागत के कारण इस प्रोजेक्ट (Super Expressway News) पर फिर से काम किया गया और इसकी लंबाई में कटौती की गई। अपने नए अवतार में, यह अब खेरकी धौला टोल प्लाजा के पास NH-48 के किलोमीटर 40.10 से शुरू होगा और जयपुर के उत्तर में चंदवाजी के पास NH-48 के किलोमीटर 217.0 पर समाप्त होगा।
इस सुपर एक्सप्रेसवे से इतने जिलें होंगे कनेक्ट
नई दिल्ली-जयपुर कॉरिडोर का प्रस्तावित रास्ता हरियाणा और राजस्थान के सात जिलों को कवर करता है। जिसमें गुड़गांव, रेवाड़ी, झज्जर, महेंद्रगढ़, अलवर, जयपुर और सिलकर शामिल है।
राजधानी दिल्ली और जयपुर को जोड़ने वाले इस नए कॉरिडोर में अच्छी तरह से डिज़ाइन की गई 6 लेन होंगी। बताया जा रहा है कि इस एक्सप्रेसवे के निर्माण (construction of expressways) से देश की राजधानी दिल्ली और राजस्थान की राजधानी जयपुर के बीच सम्पर्क बढ़ेगा, आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी तथा क्षेत्र में रियल्टी की मांग में भी इजाफा होगा।
इस सुपर एक्सप्रेसवे के अंदर इतने गांव
आपको बता दे की दिल्ली-जयपुर सुपर एक्सप्रेसवे (super expressway) हरियाणा के महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर और गुड़गांव तथा राजस्थान के अलवर, सीकर और जयपुर के 423 गांवों से होकर गुजरेगा। जिसके लिए हरियाणा तथा राजस्थान में 4,340 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया है।
इस सुपर एक्सप्रेसवे को बनाने में इतना होगा खर्च
Delhi–Jaipur Super Expressway के निर्माण पर करीब 6,530 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पुनर्वास और पुनर्स्थापन लागत करीब 5,000 करोड़ रुपये होगी, क्योंकि परियोजना के लिए आवश्यक जमीन का बड़ा हिस्सा निजी स्वामित्व वाला है।
इतने दिन बाद चालू हो जाएगा दिल्ली जयपुर एक्सप्रेसवे
अभी तक दिल्ली जयपुर एक्सप्रेसवे के निर्माण (construction of delhi jaipur expressway) की आधारशिला नहीं रखी गई है, लेकिन अगर NHAI द्वारा जारी की गई रिपोर्ट़्स की मानें तो देश की राजधानी दिल्ली और राजस्थान की राजधानी जयपुर को जोड़ने वाला यह नया हाई-स्पीड लिंक अगले साल यानि 2027 में बनकर तैयार हो जाएगा। क्योंकि आधारशिला रखे जाने से पहले ही इसके जमीन अधिग्रहण समेत कई कागजी कार्यवाही शुरू हो चुकी है।
