fake sports gradation certificate हरियाणा में फर्जी खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वालों की नहीं खैर, सरकार ने तैयार की ये प्लान
HR Breaking News, राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Sports Gradation Certificate: फर्जी खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट पर नौकरी हासिल करने वालों के प्रति हरियाणा सरकार ने कड़ा रुख अपना लिया है। खेल विभाग ने खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट की सूची विभाग की साइट पर अपलोड कर दी है। साथ ही युवाओं से कहा है कि जिन्होंने फर्जी सर्टिफिकेट बनवाए हैं, वे स्वयं ही आगे बढ़कर इन्हें सरेंडर कर दें। अन्य युवा भी एक दूसरे के फर्जी सर्टिफिकेट के बारे में खेल विभाग को सूचना दे सकते हैं।
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सर्टिफिकेट की कोई भी कर सकता है शिकायत, खेल विभाग करेगा जांच और कार्रवाई
खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के निदेशक पंकज नैन ने बताया कि खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट की सूची विभाग की साइट पर अपलोड करने का मकसद फर्जी सर्टिफिकेट का पता लगाना है। साइट पर सूची देखकर कोई भी उस पर अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकता है। खेल विभाग उनकी जांच और कानूनी कार्रवाई करेगा।
पंकज नैन ने कहा कि अगर किसी ने बहकावे में या अन्य कारण से फर्जी खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट बनवाया है तो वह उसे तुरंत कैंसिल करवा ले। अगर बाद में विभाग को पता चलता है तो उससे नौकरी तो जाएगी व उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
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फर्जी खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट वालों के लिए रद करवाने का मौका, बाद में पकड़े गए तो नौकरी से होगी छुट्टी
फर्जी खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी लगने की शिकायतें मिलने पर विभाग ने यह निर्णय लिया है। न केवल भर्ती हो चुके कर्मचारियों, बल्कि खेल कोटे से नौकरी मांग रहे सभी युवाओं के खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट खेल विभाग की वेबसाइट पर सार्वजनिक किए गए है।
चतुर्थ श्रेणी नौकरी लगे कर्मचारियों के ग्रेडेशन सर्टिफिकेट ऑनलाइन होने से अगर किसी को कोई शंका है तो वह शिकायत कर सकेगा। आरोप साबित होने पर न सिर्फ नौकरी जाएगी,
अपितु संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। नैन के अनुसार नई खेल ग्रेडेशन नीति के तहत ग्रेडेशन सर्टिफिकेट पूरी पारदर्शिता के आधार पर जारी किए जाएंगे। इससे फर्जीवाड़े पर अंकुश लगेगा। साथ ही खेल कोटे से योग्यता रखने वालों को नौकरी मिलने का रास्ता साफ होगा।
ग्रुप-डी की भर्ती में हुए ग्रेडेशन सर्टिफिकेट फर्जीवाड़े की शिकायतों की विजिलेंस जांच रही है। जांच रिपोर्ट में असलियत सामने आएगी कि कितने खिलाड़ियों ने फर्जी ग्रेडेशन सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी पाई है। बहरहाल, विजिलेंस जांच रिपोर्ट से पहले खेल विभाग ने ग्रेडेशन सर्टिफिकेट में हो रहे फर्जीवाड़े पर कड़ा संज्ञान लेते हुए इसे आनलाइन कर दिया है ।
