Haryana : हरियाणा के 4 जिलों में 35 हजार एकड़ जमीन खरीदेगी सरकार, जानिये कितना मिलेगा रेट
Haryana IMT : हरियाणा सरकार ने प्रदेश के शहरों के विकास का बड़ा खाका तैयार कर लिया है। अब प्रदेश के 4 जिलों में सरकार 35 हजार एकड़ जमीन खरीदने (property purchasing tips) की तैयारी कर रही है। इसके लिए रेट तय किए जा रहे हैं। आइये जानते हैं हरियाणा सरकार (haryana govt) किन जिलों में जमीन खरीदने की तैयारी कर रही है और जमीन के कितने रेट मिलेंगे।
HR Breaking News (haryana latest news)। पिछले कुछ ही समय में हरियाणा के गांवों और शहरों में कई प्रोजेक्टों को सरकार सिरे चढ़ा चुकी है। अब एक और बड़े प्रोजेक्ट (haryana govt project) के लिए सरकार 4 जिलों के अलग अलग गांवों की 35 हजार एकड़ जमीन खरीदेगी। इससे भूमालिक सरकार की ओर से दिए जाने वाले जमीनों के रेट (property rates) जानने को उत्सुक हो गए हैं। सरकार इस दिशा में अब जल्द ही आगामी प्रक्रिया पूरी करेगी। खबर में जानिये इस बारे में पूरी डिटेल।
जमीन बेचने के लिए करना होगा आवेदन-
हरियाणा के 4 जिलों में 6 IMT (Industrial Model Township) बनाए जाने की योजना का खाका सरकार ने खींच लिया है। इसके लिए किसानों की 35 हजार से ज्यादा एकड़ जमीन खरीदी जाएगी। जमीन बेचने के इच्छुक किसानों को आवेदन करना होगा, इसके बाद ही उनको जमीन की कीमत (property rates hike) मिलेगी।
इन जिलों में बनेगी इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप -
सरकार की ओर से प्रदेश के चार जिलों यानी अंबाला, फरीदाबाद, जींद और रेवाड़ी में 6 नई इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप (Jind Industrial Model Township) बनाई जाएंगी। अंबाला और फरीदाबाद में 2-2 तो जींद () और रेवाड़ी में 1-1 इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप विकसित की जाएगी। ये सभी IMT 35000 एकड़ जमीन में बनेंगी।
इस तरह होगी जमीन की कीमत तय-
IMT बनाने के लिए हरियाणा सरकार (haryana govt IMT Rules) कोई जोखिम नहीं लेना चाहती, इसलिए भू मालिकों की सहमति से ही जमीन खरीदेगी। जमीन बेचने के इच्छुक भूमालिक व किसान हरियाणा राज्य औद्योगिक विकास निगम (Haryana State Industrial Development Corporation) के ई-भूमि पोर्टल पर 31 अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं। सरकार की ओर से संबंधित इलाके के कलेक्टर रेट (collector rates in faridabad) और बाजार रेट के हिसाब से जमीन की कीमत तय की जाएगी। फिर भी विकल्प रहेगा कि किसान अपनी मांग के अनुसार जमीन के रेट बता सकते हैं।
सुधरेगी प्रदेश की अर्थव्यवस्था-
सरकार का IMT बनाने का मकसद है कि प्रदेश में उद्योगों और निवेश (property investment) को बढ़ावा मिले। इससे राजस्व में बढ़ौतरी होने से प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी सुधरेगी।
इन 3 आईएमटी के लिए चाहिए इतनी जमीन-
अंबाला जिले में दो IMT (ambala IMT) बनाई जाएंगी, इसके लिए अंबाला सिटी के खैरा, नग्गल व नडियाली क्षेत्र में 2000 एकड़ जमीन आईएमटी के लिए चाहिए। दूसरी IMT के लिए नारायणगढ़ में चेची माजरा, डेरा, हमीदपुर व टोका गांवों में 3 हजार एकड़ जमीन की जरूरत होगी। जींद में IMT के लिए 12 हजार एकड़ जमीन पर आईएमटी (haryana IMT news) को विकसित किया जाएगा।
फरीदाबाद पलवल में चाहिए इतनी जमीन-
फरीदाबाद में 2 IMT (faridabad IMT) के लिए कुल 13 हजार 500 एकड़ जमीन की जरूरत है। पड़ेगी। पहली आईएमटी के लिए 4500 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी। दूसरी IMT लिए फरीदाबाद और पलवल (Palwal IMT) में 9000 एकड़ जमीन की जरूरत होगी। इसके लिए शाहबाद, ताजापुर, बदरपुर सेद, साहुपुरा, खेड़ी कलां, नचोली, ताजपुर, धनकौला, सोताई, सुनपर, मलेरना, जाजरू, भैंसरावली, फतुपुरा, बुआपुर, जसाना, फरीदपुर, सदपुरा, तिगांव के गांवों से जमीन खरीदे जाने का प्लान है।
यहां बनाए जाएंगे सेक्टर -
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (Haryana Urban Development Authority) फरीदाबाद पलवल में कई सेक्टर भी विकसित करने की योजना बना रहा है। इनमें 94ए, 96, 96, 97ए, 99, 100, 101, 102, 103, 140, 141 व 142 सेक्टर शामिल हैं।
रेवाड़ी में इतने एकड़ में बनेगी आईएमटी-
रेवाड़ी में 5000 एकड़ में IMT (rewari IMT news) बनाने के लिए अहमदपुर पार्थल, शादीपुर, सुरखपुर टप्पा कोसली, खेड़ा, आलमपुर, पहराजवास, पाल्हावास, रोहराई, रोझुवास, सैदपुर, शादीपुर, कुतुबपुर जागीर, कुतुबपुर मौला गांवों की जमीन को चिह्नित किया जाएगा। किसानों की सहमति से ईभूमि पोर्टल (E bhoomi portal) के जरिये जमीन खरीदी जाएगी।
