हरियाणा की हवा फिर खराब Yamunanagar और Hisar Power Plant किए बंद, मंगलवार को रहा देश का सर्वाधिक प्रदूषित राज्य

HR BREAKING NEWS, HISAR हरियाणा की हवा एक बार फिर से खराब हो गई है। यह मंगलवार को देश का सर्वाधिक प्रदूषित राज्य रहा। देश के सबसे प्रदूषित शहरों में जींद पहले व मानेसर दूसरे स्थान पर रहा। दोनों स्थानों का वायु गुणवत्ता सूचकांक (air quality index) क्रमश: 428 और 410 रहा। उधर, 403 एक्यूआई (air quality index) के साथ दिल्ली तीसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट पर 141 शहरों की ‘अति गंभीर’ और ‘गंभीर’ श्रेणी की सूची में हरियाणा के 17 शहर शामिल रहे। इनमें से जींद और मानेसर की हवा ‘अति गंभीर’ और 15 शहरों की हवा ‘गंभीर’ श्रेणी में रही।
छह शहरों की हवा खराब श्रेणी में रही। 111 एक्यूआई (air quality index) के साथ पंचकूला की हवा संतोषजनक रही। बीते दो दिनों से बहुत खराब श्रेणी में चल रही दिल्ली की हवा मंगलवार को खिसककर गंभीर श्रेणी में पहुंच गई। एनसीआर के अन्य शहरों में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (air quality index) में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि हवा बहुत खराब श्रेणी में ही बनी रही। सफर के मुताबिक हवा की धीमी रफ्तार के कारण मंगलवार रात से ही हवा की सेहत बिगड़ना शुरू होगी और बुधवार शाम तक इसके हालात बदतर रहेंगे। इससे बुधवार को दिनभर स्मॉग की चादर छाई रह सकती है। आगामी 18 नवंबर के बाद हवा की सेहत सुधरने के आसार हैं।
बहादुरगढ़, बल्लभगढ़, भिवानी, चरखीदादरी, धारूहेड़ा, फरीदाबाद, गुरुग्राम, फतेहाबाद, हिसार, मंडीखेड़ा, नारनौल, पानीपत, रोहतक, सिरसा और सोनीपत। इन शहरों का एक्यूआई 300 से 400 के बीच रहा। खराब श्रेणी में रही अंबाला, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, पलवल और यमुनानगर। इन शहरों का एक्यूआई (air quality index)200 से 300 के बीच रहा।
सफर इंडिया के मुताबिक बीते एक सप्ताह से पड़ोसी राज्यों में पराली जलने की घटनाओं में कमी आई है। 24 घंटे के भीतर पड़ोसी राज्यों में 1820 पराली जलने की घटनाएं रिकॉर्ड की गईं। इससे उत्पन्न होने वाले पीएम 2.5 की प्रदूषण में सिर्फ आठ फीसदी हिस्सेदारी रही। अगले दो दिनों तक हवा का रुख पूर्वी दिशा की ओर होने के कारण पड़ोसी राज्यों से आने वाला धुआं दिल्ली के प्रदूषण का कारण नहीं बनेगा।
हरियाणा में Yamunanagar और Hisar Power Plant बंद कर दिए गए हैं। हालांकि विभाग का कहना है कि नो डिमांड के चलते ये बंद हैं। बिजली विभाग के एसीएस पीके दास ने कहा कि प्लांट बंद करने के कोई आदेश अभी नहीं मिले हैं। इस समय पानीपत की दो यूनिटें चल रही हैं। बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते 450 मेगावाट की Panipat Thermal Power Plant की दोनों यूनिटों को बंद कर सकते हैं। एनसीआर के चार जिलों में कोयले व अन्य ईंधन से चलने वाली फैक्ट्रियां सात दिन के लिए बंद कर दी गई हैं। 22 नवंबर तक सिर्फ सीएनजी, पीएनजी व केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) की ओर से प्रमाणित ईंधन से चलने वाली फैक्ट्रियां ही चल सकेंगी।
सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च करने व करीब 50 लाख के करीब जुर्माना लगाने के बाद भी हरियाणा में धान की पराली जलाना जारी है। हरियाणा अंतरिक्ष विज्ञान केंद्र (हरसेक) के अनुसार सोमवार को फसल अवशेष जलाने के 129 नए मामले सामने आए। जिससे राज्य में 15 सितंबर से 15 नवंबर तक पराली जलाने के 5724 मामले दर्ज हो चुके हैं।
हालांकि इस साल फसल अवशेष जलाने की संख्या पिछले साल से कम है। प्रदेश में अब तक 94 लोगों पर एफआईआर दर्ज हो चुकी है। अकेले करनाल जिले में 84 एफआईआर दर्ज हुई हैं। वहीं, 2379 किसानों पर 49.87 लाख रुपये जुर्माना लगाया जा चुका है।