पानीपत में ग्रामीणों ने टोल को करवाया फ्री, बिना टोल देकर निकले वाहन

पानीपत। पानीपत के टोल नाके को टोल फ्री कराने के लिए एक बार फिर से अभियान शुरू हो गया है। संयुक्त तालमेकिल कमेटी ने अल्टीमेटम दिया था। इसके बावजूद टोल प्रबंधन ने स्थानीय निवासियों के लिए टोल फ्री नहीं किया। आसपास के गांवों के लोग टोल नाके पर पहुंच गए। लोगों ने कहा जब वे फ्लाईओवर का इस्तेमाल ही नहीं करते तो टोल क्यों दिया जाए।
पानीपत के लोगों से तो टाेल टैक्स लिया ही नहीं जाना चाहिए।ग्रामीण टोल टैक्स मैनेजर से बातचीत करने के लिए पहुंचे। मैनेजर बाहर नहीं निकले। करीब आधे घंटे तक भी मैनेजर से बात नहीं हो सकी तो ग्रामीण भड़क गए। सभी हाईवे पर पहुंच गए। लोगों ने कह दिया कि वे खुद ही टोल फ्री करा लेंगे।
लाइनों को टोल फ्री कराना शुरू किया
ग्रामीण टोल बैरियर पर एकत्र होने लगे। टोल वसूली कर रहे कर्मचारियों से कह दिया कि वे यहां से टोल की वसूली नहीं होने देंगे। गाड़ियों को अपनी तरफ से ही रवाना करा दिया। कर्मचारियों से कहा कि अगर किसी से टोल लिया गया तो वे दूसरा कदम उठा सकते हैं। टोल बैरियर को हटा दिया गया। इसके साथ ही गाड़ियां पूरी रफ्तार से बिना टोल दिए ही निकलने लगी।
जाम भी नहीं लगा
टोल टैक्स वसूली के कारण गाड़ियों का जाम लगा रहता है। ग्रामीणों ने जब टोल फ्री कराया तो गाड़ियां सरपट से दौड़ती हुई निकलीं। इससे जीटी रोड पर जाम भी नहीं लगा। इससे पहले किसान आंदोलन के दौरान भी टोल फ्री था। तब भी जाम नहीं लगता था।
आखिर मौके पर आए मैनेजर
ग्रामीणों का विरोध देखते हुए टोल मैनेजर को बाहर आना पड़ा। ग्रामीणों को सूचना मिली तो वे भी मैनेजर से मिलने पहुंच गए। ग्रामीणों ने कहा कि जब डीसी खुद ज्ञापन लेने आते हैं, तो मैनेजर उनसे बातचीत करने के लिए पहले क्यों नहीं आए। क्या मैनेजर यहां पर डीसी से भी बड़ा हो गया है।
मैनेजर ने कहा, 285 का पास बनवाओ
मैनेजर ने कहा कि 285 रुपये देकर महीने का पास बनवा लो। जितनी बार मर्जी आओ और जाओ। कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लगेगा। ग्रामीणों ने कहा कि जब करनाल में स्थानीय निवासियों से कोई चार्ज नहीं लिया जाता तो पानीपत में क्यों लिया जा रहा है।