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Holi : इन 5 देशों में होली खेलते समय नहीं किया जाता रंगों का इस्तेमाल, अजीब है इनकी परंपरा

इस बार रंगों वाली होली 8 मार्च को मनाई जाएगी। भारत में लोग होली को रंगों के साथ खेलते हैं। कुछ लोग पिचकारी से तो कुछ लोग सूखे रंगों को दूसरे के चेहरे पर मलकर होली खेलते हैं लेकिन विदेशों में होली मनाने का तरीका सबसे अलग ही होता है। आइए जानते हैं रोम, स्पेन, इटली, दक्षिण कोरिया में होली कैसे खेली जाती है।

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Holi : इन 5 देशों में होली खेलते समय नहीं किया जाता रंगों का इस्तेमाल, अजीब है इनकी परंपरा

HR Breaking News, Digital Desk- होली का पर्व 7 और 8 मार्च को मनाया जा रहा है। होली के मौके पर रंगों की धूम होती है। पूरे भारत में लोग होलिका दहन के अगले दिन होली खेलते हैं और एक दूसरे से गले मिलकर शुभकामनाएं देते हैं। होली को रंगों का त्योहार इसलिए कहते हैं क्योंकि इस पर्व पर लोग एक दूसरे को गुलाल अबीर लगाते हैं। बाजारों में होली से पहले ही कई तरह के रंग बिकने शुरू हो जाते हैं। रंग बिरंगे चेहरे होली की खुशियों को बढ़ा देते हैं। कुछ लोग पिचकारी से तो कुछ लोग सूखे रंगों को दूसरे के चेहरे पर मलकर होली खेलते हैं। वैसे तो होली का पर्व दुनियाभर में मशहूर है, लेकिन भारत की तरह की कुछ देशों में होली जैसे त्योहार मनाए जाते हैं। दुनिया के कई देशों में रंगों का त्योहार मनाया जाता है, जिसे होली के जैसे ही लोग एक दूसरे को रंग से सराबोर कर देते हैं। हालांकि यह रंग गुलाल न होकर टमाटर या कीचड़ भी हो सकता है। आइए जानते हैं दुनिया के उन देशों के बारे में जहां अलग अलग तरह से होली खेली जाती है।


रोम की होली

भारत के होलिका दहन जैसा पर्व रोम में भी मनाया जाता है। रोम की होली को रेडिका कहते हैं। इस दिन लोग शहर के सबसे ऊंचे स्थानों पर जाकर लड़कियां एकत्रित करके उसे जलाते हैं। दहन के दौरान रोम के लोग आग के इर्द गिर्द नाचते गाते और मस्ती करते हैं।

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स्पेन की होली

स्पेन काफी खूबसूरत देश है, जहां रंगों का फेस्टिवल मनाया जाता है, जो कि भारत की होली जैसा ही होता है। स्पेन के कलर फेस्टिवल को ला टोमाटीना कहा जाता है। इस दिन लोग रंगों के बजाए टमाटर से होली खेलते हैं। लोग एक जगह पर एकत्र होते हैं और एक दूसरे पर टमाटर फेंकते हैं।


ऑस्ट्रेलिया की होली

भारत के होली पर्व की तरह ही ऑस्ट्रेलिया में भी होली जैसा त्योहार मनाते हैं। ऑस्ट्रेलिया में हर दो साल में एक बार ही रंगों का पर्व मनाया जाता है। ऑस्ट्रेलिया के रंगों के त्योहार को वाटरमेलन फेस्टिवल कहते हैं, जो कि फरवरी महीने में मनाते हैं। नाम की तरह ही इस पर्व में तरबूज से होली खेली जाती है। लोग एक दूसरे पर तरबूज फेंकते हैं और फेस्टिवल का लुत्फ उठाते हैं।

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दक्षिण कोरिया की होली

कोरिया अपनी परंपराओं और संस्कृति को लेकर भारत जैसा देश है। भारत के होली पर्व की तरह दक्षिण कोरिया में भी रंगों का त्योहार मनाते हैं। इसे बोरयाॅन्ग मड फेस्टिवल कहते हैं। दक्षिण कोरिया का मड फेस्टिवल हर साल जुलाई के महीने में मनाया जाता है। फेस्टिवल के दौरान लोग एक दूसरे पर कीचड़ फेंकते हैं। एक विशाल टब बनाया जाता है, जिसमें कीचड़ भरा होता है, लोगों को इस टब के कीचड़ में फेंका जाता है।


इटली की होली

रोमांटिक शहर इटली में रंगों के फेस्टिवल का आयोजन होता है, जिसे ऑरेंज बैटल कहा जाता है। इसे जनवरी के महीने में मनाया जाता है। इस त्योहार में लोग एक दूसरे को रंग नहीं लगाते बल्कि स्पेन की होली की तरह टमाटर फेंकते हैं। टमाटर के जूस से एक दूसरे को भिगोते हैं।