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IMD weather : 7 राज्यों में 31 तारीख तक बारिश, यहां 70 किलोमीटर की स्पीड से चलेगी आंधी

पिछले कुछ दिनों से मौसम सुहाना बना हुआ है। हाल ही में देश के कई इलाकों में बारिश हुई है। जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। मौसम विभाग ने सात राज्यों में 31 तारीख तक बारिश और तेज आंधी का अलर्ट जारी किया है। आइए नीचे खबर में जानते हैं मौसम का हाल- 

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IMD weather : 7 राज्यों में 31 तारीख तक बारिश, यहां 70 किलोमीटर की स्पीड से चलेगी आंधी

HR Breaking News (नई दिल्ली)। नौतपा का आज तीसरा दिन है, लेकिन देश के कई इलाकों में बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं। दिल्ली-NCR में शनिवार सुबह से तेज बारिश हो रही है। IMD के मुताबिक, दिल्ली-NCR के इलाकों में 70 किमी प्रति घंटे से हवाएं चलीं और सड़कों पर पानी भर गया। सुबह 8 बजे तक कई इलाकों में विजिबिलिटी कम रही।

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मौसम विभाग ने दिल्ली में अगले दो-तीन दिन बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं, 30 मई तक लू चलने की आशंका नहीं है। उधर, MP-राजस्थान समेत 7 राज्यों में 31 मई तक बारिश के आसार हैं। पिछले 24 घंटों में इन राज्यों के जयपुर, भोपाल, रांची समेत कई शहरों में तेज बारिश हुई, जिससे तापमान 3 से 5 डिग्री कम हो गया।

दिल्ली में आज सुबह 4 फ्लाइट डायवर्ट


आंधी-तूफान और बारिश के बाद दिल्ली एयरपोर्ट ने सुबह 6:43 बजे यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की। एयरपोर्ट ने कहा कि खराब मौसम के चलते एयरपोर्ट पर उड़ानें प्रभावित हुई हैं। ऐसे में यात्रियों से अनुरोध है कि वे उड़ान से पहले संबंधित एयरलाइन्स से कॉन्टैक्ट करें। मौसम ज्यादा बिगड़ने के बाद अलग-अलग शहरों से दिल्ली आ रहीं 6 फ्लाइट जयपुर डायवर्ट की गई हैं।


लेह में बर्फबारी के चलते फंसे 100 लोगों को पुलिस ने रेस्क्यू किया


लेह के चांग्ला में भारी बर्फबारी के चलते फंसे 100 श्रद्धालुओं को पुलिस ने रेस्क्यू किया है। इन श्रद्धालुओं में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। लदाख पुलिस की यूनियन टेरिटरी डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (UTDRF) के अलावा सेना और जनरल रिजर्व इंजीनियरिंग फोर्स ने भी इस रेस्क्यू ऑपरेशन में भाग लिया। सभी यात्रियों को सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू कर लेह भेज दिया गया है।


मध्यप्रदेश: नौतपा का दूसरा दिन भी ठंडा रहा, अगले तीन-चार दिन ऐसे ही रहेंगे


प्रदेश में बदले मौसम के मिजाज के चलते नौतपा का दूसरा दिन भी ठंडा रहा। शुक्रवार को भोपाल समेत 22 जिलों में आंधी और तेज हवा चली। 29 जिलों में बारिश भी हुई। शुक्रवार रात 8:30 बजे तक शहर में 2 मिमी बारिश हुई। इसके साथ ही मई में पिछले 10 साल की बारिश का रिकॉर्ड भी टूट गया।

मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि अगले तीन-चार दिन तक इसी तरह का मौसम रहने की संभावना है। दरअसल, उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू-कश्मीर के इलाके में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है। हरियाणा के दक्षिणी हिस्से से सिक्किम और उत्तर प्रदेश होते ही बिहार तक ट्रफ लाइन बनी है। मप्र के पूर्वी हिस्से से होती हुई साउथ इंटीरियर कर्नाटक तक एक और नॉर्थ साउथ ट्रफ लाइन बनी है।


राजस्थान: 29 मई तक आंधी-बारिश जारी रहने की संभावना


जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार, इस बार नौतपा में तेज गर्मी नहीं पड़ेगी। नौतपा में दिन और रात का तापमान सामान्य से नीचे ही रहेगा। वहीं, 29 मई तक आंधी-बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है।

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बीकानेर, जयपुर, भरतपुर, अजमेर, कोटा संभाग के जिलों में 27 मई को भी आंधी-बारिश संभव है। 28 मई को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके असर से बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी। तेज बारिश के साथ साथ ओलावृष्टि की संभावना है।


हरियाणा-पंजाब-हिमाचल: बारिश से तापमान में 9 डिग्री तक की गिरावट, 31 मई तक बारिश का अलर्ट


हिमाचल, पंजाब और हरियाणा में शुक्रवार को हुई बारिश से तापमान में करीब 9 डिग्री तक की गिरावट आ गई है। हिमाचल में बारिश के चलते 9 सड़कें बंद कर दी गई हैं। पंजाब में शुक्रवार को 3.3 एमएम बारिश दर्ज हुई।

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के मुताबिक, बार-बार पश्चिमी विक्षोभ आने से बारिश एक साथ होने के बजाय थोड़े-थोड़े अंतराल पर हो रही है। इससे पारा ऊपर नहीं जा पाया। मई के 25 दिन में महज 10 दिन 40 डिग्री से ज्यादा पारा रहा। 31 मई तक भीषण गर्मी से राहत रहेगी, पंजाब-हरियाणा और हिमाचल में भारी बारिश का अलर्ट है।


झारखंड: राज्य में बारिश के साथ गिरे ओले, रांची में 50 किमी रफ्तार से चली आंधी

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राज्य के अधिकतर हिस्सों में शुक्रवार दिन में धूप रही, लेकिन शाम होते-होते बारिश शुरू हो गई। इस दौरान कई जगह ओले भी गिरे। रांची में आंधी के कारण पेड़ गिरने से दो कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि उत्तर बिहार से उत्तरी ओडिशा और हरियाणा से सिक्किम तक मानसूनी ट्रफ लाइन झारखंड होकर गुजर रही है। इसी कारण मौसम बदला है।

मौसम केंद्र ने पूर्वानुमान रिपोर्ट जारी की है। इसके मुताबिक 27 मई को रांची सहित राज्य के अधिकतर हिस्सों में बादल छाए रहेंगे। बारिश भी होगी। अधिकतम तापमान 38 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री रहने के आसार हैं। 28 से 30 मई तक राज्य के कुछ हिस्सों में आंशिक बादल छाएंगे।


मानसून आने से पहले दिखने लगा अल-नीनो का असर


देश में अभी मानसून दस्तक भी नहीं दे पाया कि अल-नीनो ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। इससे जून में बारिश कम और गर्मी ज्यादा पड़ने संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और मध्य प्रदेश में मानसून सीजन में सामान्य से कम यानी 92% बारिश होगी।

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वहीं मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम और दक्षिण भारत में सामान्य बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञानी बता रहे है कि जून में होने वाली बारिश की कमी की भरपाई आने वाले महीनों में होगी।


जून में सामान्य से कम बारिश


मौसम विभाग ने शुक्रवार को जारी अनुमान में कहा है कि चार महीने तक चलने वाले मानसून के पहले महीने जून में सामान्य से कम 92% बारिश होने के संकेत हैं।

जून में सामान्य रूप से देश में 165.4 मिमी बारिश होती है। हालांकि, IMD ने देशभर में पूरे मानसून में सामान्य यानी 96% बारिश होने की संभावना जताई है।

मई में इस बार सामान्य से कम तापमान रहा, लेकिन मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि जून में देश के अधिकांश इलाके में सामान्य से ज्यादा तापमान रहेगा।

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अल-नीनो का बारिश की कमी से सीधा असर नहीं


मौसम विभाग के विज्ञानी डीएस पई ने बताया कि अल-नीनो का बारिश की कमी से सीधा असर नहीं होता। 1951 से अब तक 15 बार ऐसा मौका आया, जब मानसून के दौरान अल-नीनो परिस्थितियां भी बनी हुई थीं। इनमें से 9 बार मानसून में 90% से कम (सामान्य से कम), 4 बार सामान्य के आसपास यानी 90 से 100% के बीच और 2 बार 100% यानी सामान्य से ज्यादा बारिश हुई।

इस साल अल-नीनो की वजह से बारिश में जो कमी होगी, इंडियन ओशीन डायपोल घटना के (हिंद महासागर के दो सिरों पर तापमान अंतर) सकारात्मक रहने से उसकी भरपाई होने की संभावना है।


आठ दिन से मानसून में कोई प्रगति नहीं


मानसून अंडमान-नीकोबार के दक्षिणी हिस्से में नानकोवरी तक 19 मई को ही पहुंच चुका था, लेकिन बीते 8 दिन से उसमें कोई प्रगति नहीं हो सकी है। पोर्ट ब्लेयर पहुंचने में ही मानसून को पांच दिन की देरी हो चुकी है। आईएमडी का अनुमान है कि अगले दो दिन में मानसून में प्रगति की संभावना है और उसके बाद बंगाल की खाड़ी में ये बहुत तेजी से आगे बढ़ेगा।

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भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शुक्रवार को अच्छी खबर दी। IMD के डॉ. पीएस पई ने कहा कि अलनीनो कंडीशन के बावजूद इस साल मानसून सामान्य रहेगा। इसके 1 जून से पहले केरल पहुंचने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग का अनुमान है कि मानसून 4 जून को केरल के तटों से टकराएगा।