Income Tax : इनकम टैक्स विभाग अब शादियों का लेगा हिसाब किताब, एक्शन प्लान तैयार
Income Tax :शादियों के सीजन में भव्य और शाही शादियां करने वालों पर इनकम टैक्स विभाग की नजर है। जो शादियों में जमकर रुपये उड़ा रहे हैं उनसे आयकर विभाग (Income Tax Department) जल्द हिसाब किताब भी लेगा। आयकर विभाग ने इसको लेकर खाका तैयार कर लिया है। आयकर विभाग की रडार इन शादियों में हुए कैश ट्रांजेक्शन्स पर है।
HR Breaking News (Income Tax Rules) : शादियां का सीजन चल रहा है। इस दौरान लोग भव्य शादियों में जमकर रुपये लूटा रहे हैं। सालभर में करोड़ों रुपये शादियों में खर्च हो चुके हैं। लोगों ने शादियों बॉलीवुड और संगीत से जुड़े सितारों को भी बुलाया है। अब शादियों में करोड़ों रुपये खर्च किए हैं तो आयकर (Income Tax) विभाग का जवाब तो देना ही पड़ेगा। अनुमान अनुसार सालभर में देश में शादियों में करीब 7500 करोड़ रुपये तो कैश में ही खर्च हुए हैं।
आयकर विभाग (Income Tax) की रडार पर ये शादियां
अपने देश में शादियों में अकसर अधिक खर्चा होता है। अपनी आर्थिक स्थिति अनुसार लोग शादियों में लाखों-करोड़ों रुपये खर्च देते हैं। शादियों में फिल्मी सितारों तक को बुलाया जा रहा है। देश में नवंबर और दिसंबर के बीच ही हजारों शादियां हुई हैं। इनमें भव्य शादियां करने वाले आयकर विभाग (Income Tax Department) की रडार पर आ गए हैं। ऐसे में नए जोड़ों को हनीमून की बजाय आयकर डिपार्टमेंट (Income Tax) में जाना पड़ सकता है।
करोड़ों खर्च करने वालों पर रहेगी नजर
देश में हुई भव्य शादियां में करोड़ों रुपये खर्च करने वाले आयकर विभाग (Income Tax latest update) की रडार पर हैं। बड़े स्टार को बुलाने वालों को अब महंगा पड़ सकता है। करोड़ों रुपये खर्च करने वालों को आयकर (Income Tax) विभाग को जवाब देना पड़ सकता है। इस तरह की शादियों में 7500 करोड़ रुपये तो केवल कैश में ही प्रयोग किए गए हैं।
कम खर्च दिखाया गया
शादियों में कम खर्च दिखाने के लिए नकली बिलों का इस्तेमाल किया गया है। यह आयकर (Income Tax) विभाग की नजर से बचने के लिए किया जा सका है। सूचनाओं के अनुसार सामने आया है कि हैदराबाद व बेंगलुरु से हवाला एजेंट्स, ऑपरेटर्स और म्यूल अकाउंट्स के माध्यम से ऐसी भव्य शादियों को साझेदारों संग मिल पूर्ण की जाती है।
आयकर विभाग दे रहा दबिश
आयकर विभाग (Income Tax department) की ओर से भव्य शादियों के माललों में दबिश दी जा रही है। आयकर विभाग जयपुर के 20 वेडिंग प्लानर्स से पूछताछ कर रहा है। इसी सप्ताह से प्लान बनाकर आयकर विभाग ने इसे इंप्लीमेंट किया है, इसके बाद इसको और अधिक विस्तार दिया जाएगा। इसके तहत शादियों में कैश ट्रांजेक्शन (cash transaction) का पता लगाया जाएगा। शक है कि वेडिंग प्लानर्स कैश को में अधिक रुपये लेकर कम के बिल काट रहे हैं, ताकी टैक्स से बचा जा सके।
डेस्टिनेशन वेडिंग भी हैं आयकर रडार पर
भव्य शादियों में डेस्टिनेशन वेडिंग भी आती हैं। इनमें भी कैश लेनदेन का पता लगाया जा रहा है। कई लोग अपने देश के अलग अलग स्थानों तो कई लोग विदेश तक शादी के समारोह करते हैं। ऐसी शादियों की जांच विदेशों में भी जा सकती है। ऐसी शादियों में करोड़ों रुपये खर्च होते हैं, अगर यह पैसा टैक्स (Income Tax department) छीपाकर रखा गया पाया गया या कोई इस रुपये का सोर्स नहीं दे सका तो आयकर विभाग उससे तगड़ा जुर्माना वसूल करेगा।
हर खर्च का ऐसे लगाया जाएगा हिसाब
अब सवाल आता है कि आखिर आयकर विभाग शादियों में कितना खर्च हुआ है? ये कैसे पता करेगा। तो इसके लिए कैश ट्रांजेक्शन (Income Tax department) और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन को जोड़ा जाएगा। मेहमानों की लिस्ट, खाने के लिए बने पकवानों की लिस्ट आदि छोटे बड़े खर्चों को जोड़ा जाएगा।
ऐसे में पूछताछ मेहमानों व टेंट हाउस केटरिंग आदि से भी की जा सकती है। आयकर विभाग को भव्य शादियों में टेंट हाउस, होटल, सेलिब्रिटी मैनेजर्स आदि शादी से संबंधित कार्य करने वालों पर भी मिलीभगत का संदेह है।
