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स्वतंत्रता आंदोलन में हमारे क्षेत्र के योद्धाओं के योगदान को प्रदर्शनी के माध्यम से जाना

एचआर ब्रेकिंग न्यूज। हिसार के अभिलेखागार विभाग के मंडल क्षेत्रीय अभिलेखागार द्वारा आजादी के आन्दोलन में हमारे क्षेत्र के योद्धाओं के योगदान को दर्शाती प्रदर्शनी लगाई गई है। स्थानीय महाबीर स्टेडियम के समीप पंचायत भवन में पद्यमश्री विष्णु प्रभाकर पुस्तकालय में लगाई गई यह प्रदर्शनी 15 अगस्त तक जारी रहेगी। आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम
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स्वतंत्रता आंदोलन में हमारे क्षेत्र के योद्धाओं के योगदान को प्रदर्शनी के माध्यम से जाना

एचआर ब्रेकिंग न्यूज। हिसार के अभिलेखागार विभाग के मंडल क्षेत्रीय अभिलेखागार द्वारा आजादी के आन्दोलन में हमारे क्षेत्र के योद्धाओं के योगदान को दर्शाती प्रदर्शनी लगाई गई है। स्थानीय महाबीर स्टेडियम के समीप पंचायत भवन में पद्यमश्री विष्णु प्रभाकर पुस्तकालय में लगाई गई यह प्रदर्शनी 15 अगस्त तक जारी रहेगी। आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत आयोजित इस प्रदर्शनी में 1857 से 1947 के दौरान स्वतंत्रता आन्दोलन में हमारे क्षेत्र के योद्धाओं के योगदान से जुड़े ऐतिहासिक एवं दुर्लभ अभिलेखों व चित्रों को प्रदर्शित किया गया है। प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर वीरवार को आयोजित कार्यक्रम के दौरान पौधारोपण भी किया गया ।  

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क्षेत्रीय अभिलेखागार कार्यालय के सहायक निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि विभाग इन अभिलेखों को समय- समय पर राज्य के विभिन्न शिक्षण संस्थाओं में प्रदर्शनियां आयोजित करके प्रदर्शित करता है। इससे आम जनता व विद्यार्थियों में अभिलेखों एवं उनमें समाहित ऐतिहासिक जानकारियों के प्रति रुचि उत्पन्न होती है ।इस प्रदर्शनी में महत्वपूर्ण घटनाओं को प्रदर्शित किया गया है। इनमें 1857 में अम्बाला में आगजनी की घटनाएं, 10 मई, 1857 को अम्बाला से आरम्भ प्रथम स्वंत्रता संग्राम के बारे में जानकारी देता एक टेलीग्राम, 1858 में शहीद लाला हुकम चंद जैन को फांसी देना, 1858 बल्लभगढ़ के राजा और झज्जर एवं बहादुरगढ़ के नवाबों के क्षेत्रों का अधिग्रहण, 1 नवम्बर, 1858 की महारानी विक्टोरिया की उद्घोषणा के द्वारा भारत में ब्रिटिश क्षेत्रों का प्रशासन ईस्ट इण्डिया कम्पनी के हाथों से महारानी द्वारा स्वयं लेने, 1858 में काला पानी की सजा पाए कैदियों को भेजे जाने का मार्ग, 1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन में अम्बाला के लाला मुरलीधर का राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए सीधे प्रतिवेदन की वकालत सम्बन्धी दस्तावेज

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1919 में पंजाब में महात्मा गांधी के आगमन पर प्रतिबन्ध, 1919 में महात्मा गाधी की पलवल में गिरफतारी, सर छोटूराम के बारे में तत्कालीन उपायुक्त रोहतक की रिपोर्ट, 1930 को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाना, 1930 में पं0 नेकी राम शर्मा की गिरफ्तारी, 1930 विदेशी कपड़ो का बहिष्कार, शहीद भगत सिंह का संक्षिप्त जीवन वृत, 1940 में व्यक्तिगत सत्याग्रह, 21 अक्तूबर, 1943 को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस द्वारा आजाद हिन्द गवर्नमेंट की घोषणा, नारनौल निवासी भागीरथ प्रसाद शर्मा द्वारा रचित राष्ट्रीय ध्वज बारे एक गीत संबंधी अभिलेख शामिल हैं । इसके अतिरिक्त प्रदर्शनी में भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों से संबंधित व्यक्तियों के फोटोग्राफ को भी प्रदर्शित किया गया हैं। इसके अतिरिक्त पद्यमश्री विष्णु प्रभाकर पुस्तकालय द्वारा महत्वपूर्ण पुस्तकों को भी प्रदर्शित किया गया है । क्षेत्रीय अभिलेखागार कार्यालय के सहायक निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि यह प्रदर्शनी उन लोगों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी जिनकी रुचि इतिहास लेखन में है । विद्यार्थियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाता है कि वे प्रदर्शनी में प्रदर्शित ऐतिहासिक  दस्तावेजों से महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल करें।