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UP में 7 नए एक्सप्रेसवे बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण का काम किया शुरू, इन जिलों को होगा लाभ

UP New Expressway : उत्तर प्रदेश की हर राज्य के साथ कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए योगी सरकार कई बड़ी परियोजनाओं पर काम कर रही है। प्रदेश में लगातार नए नए एक्सप्रेसवे का छाल बिछाया जा रहा है। हाल ही में सरकार ने यूपी में 7 नए एक्सप्रेसवे बनाने का ऐलान किया है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण का काम भी शुरू हो गया है। 
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UP में 7 नए एक्सप्रेसवे बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण का काम किया शुरू, इन जिलों को होगा लाभ

HR Breaking News - (UP New Expressways)। उत्तर प्रदेश भारत देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला राज्य है। इस समय प्रेदश में छह एक्सप्रेसवे संचालित है और पांच एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है। इसी बीच सरकार ने यूपी में 7 और नए एक्सप्रेसवे (New Expressway) बनाने की घोषणा की है। सरकार के इस कदम से कनेक्टिविटी मजबूत होगी और प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी। 

यूपी सरकार ने विन्ध्य एक्सप्रेस-वे और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे  (Purvanchal Expressway) का निर्माण करने के लिए पूरा प्लान तैयार कर लिया है। जुलाई से ही दोनों एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरू करने का प्लान है। सलाहकार कंपनी का चुनाव होने के बाद जल्द ही दोनों एक्सप्रेसवे पर काम शुरू हो जाएगा। कंपनी पहले जमीन का सर्वे करेगी और एक्सप्रेसवे का रूट तय करेगी। इसके बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। जैसे ही जमीन अधिग्रहण का काम पूरा हो जाता है फिर डेवलपर का चयन किया जाएगा। जो एक्सप्रेसवे (UP Expressway) का निर्माण करने से पहले इसका नक्शा तैयार करेंगै। एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए यूपीडा ने पूरी योजना तैयार कर ली है।

विंध्य एक्सप्रेस-वे पर खर्च होंगे 22400 करोड़ रुपये - 

विंध्य एक्सप्रेस-वे (Vindhya Expressway) एक्सप्रेसवे पर जल्द ही काम शुरू होने वाला है। यह एक्सप्रेसवे 320 किलोमीटर लंबा होगा। विंध्य एक्सप्रेस-वे प्रयागराज से शुरू होगा और मिर्जापुर, वाराणसी चंदौली , सोनभद्र तक जाएगा। इस एक्सप्रेसवे को बनाने के लिए 22400 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया गया है। यहां से एक्सप्रेस-वे छत्तीसगढ़ और झारखंड से भी जोड़ा जा सकता है। इस एक्सप्रेसवे के बनने से कई छोटे और बड़े शहरों को कनेक्टिविटी मिलेगी। 

वहीं, विंध्य एक्सप्रेसवे (Vindhya Expressway) को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के साथ जोड़ने के लिए नया लिंक एक्सप्रेसवे भी बनाया जाएगा। यह विंध्य एक्सप्रेसवे पर चंदौली से शुरू होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के अंतिम बिंदु गाजीपुर तक कनेक्ट किया जाएगा। जिसका नाम ‘विंध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे’ रखा गया है। विंध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे (Purvanchal Link Expressway) की लंबाई 100 किलोमीटर होगी। इसके निर्माण के लिए 7000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। 

लखनऊ लिंक एक्सप्रेस-वे

लखनऊ को कई बड़े महानगरों के साथ जोड़ने के लिए यहां पर सरकार 50 किलोमीटर लंबा लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे बना रही है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway) और आगरा एक्सप्रेसवे को कनेक्ट करने के लिए इस लिंक एक्सप्रेसवे का निमार्ण किया जा रहा है। इसके लिए जमीन खरीदे के लिए 4200 करोड़ रुपये की रकम का आंवटीत की गई है। 


चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे


बुंदेलखंड को कई अलग अलग जिलों केक साथ जोड़ने के लिए चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन रफ्तार भर पाएंगे। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे (Chitrakoot Link Expressway) की लंबाई 15 किलोमीटर होगा। इसके निर्माण के लिए 514 करोड़ रुपये से अधिक लागत आएगी।  चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे को 18 महीने में तैयार करने के लिए सरकार ने निर्देश दिए हैं। 


 
झांसी लिंक एक्सप्रेस-वे

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) को झांसी के साथ जोड़ने के लिए लगभग 115 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। इससे एक्सप्रेसवे के बनने के कई बुंदेलखंड के कई जिलों को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। इसके साथ ही यह एक्सप्रेसवे कई गांवों को बड़े महानगरों के साथ जोड़ेगा। 

जेवर लिंक एक्सप्रेस-वे

जेवर लिंक एक्सप्रेसवे (Jewar Link Expressway)  जेवर एयरपोर्ट को यमुना एक्सप्रेसवे के साथ कनेक्ट करेगा। इस लिंक एक्सप्रेसवे की लंबाई 76 किलोमीटर होगी।

आगरा-लखनऊ गंगा एक्सप्रेसवे लिंक रोड

प्रयागराज से मेरठ के बीच गंगा एक्सप्रेसवे को लखनऊ से जोड़ने के लिए इस लिंक एक्सप्रेसवे  (Ganga Expressway Link Road) बनाया जाएगा। इस पर लगभग 8000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। 

इस दिन पूरा हो जाएगा गंगा एक्सप्रेसवे का कार्य - 


हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि मेरठ से प्रयागराज तक बन रहे गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) का निर्माण कार्य 71 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। इसके निर्माण की डेट लाइन नवंबर 2025 तक की है। मुख्य कैरिज-वे पर मिट्टी का 95 प्रतिशत काम भी पूरा हो गया है। पूरे रूट में 1500 स्ट्रक्चर बनाए गए हैं। 10 फरवरी तक 1412 स्ट्रक्चर बनाए जा चुके हैं। सरकार ने इस एक्सप्रेसवे को जल्द से जल्द तैयार करने के आदेश दिए थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य समय पर पूरा कर लिया जाएगा और जल्द ही वाहन रफ्तार भरते नजर आएंगे।